कोतमा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 8 साल से साइबर ठगी कर रहे गिरोह के सदस्य सौरभ शर्मा गिरफ्तार, 45 लाख की ठगी का खुलासा
कोतमा पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए गिरोह के शातिर सदस्य सौरभ शर्मा को विदिशा जिले से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पिछले 8 वर्षों से कोतमा के एक व्यापारी से डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से 45 लाख रुपये की ठगी कर चुका था। पुलिस अब अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
कोतमा थाना पुलिस ने शुक्रवार को विदिशा जिले से साइबर ठगी के मामले में आरोपी सौरभ शर्मा (32 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे चार दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया। आरोपी पर आईपीसी की धारा 419, 420, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
थाना प्रभारी रत्नांबर शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गिरोह नगर के व्यापारी आशीष ताम्रकार (53) से सीबीआई अधिकारी, जज, हाईकोर्ट वकील और पुलिस अफसर बनकर 8 वर्षों तक 45 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा चुका है।गिरोह का मुख्य सरगना महेंद्र शर्मा था, जिसकी 2022 में हत्या कर दी गई थी। दूसरे सदस्य रवि डेहरिया की दो माह पूर्व सड़क हादसे में मौत हो गई। पुलिस को गिरोह के अन्य सदस्यों लकी कुमावत (खंडवा), चित्रांश ठाकुर सहित कई की तलाश है।सौरभ शर्मा के कब्जे से मोबाइल, लैपटॉप और ठगी से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं। जांच में सामने आया है कि गिरोह ने भोपाल और विदिशा में फर्जी कंपनियां खोलकर डिजिटल अरेस्ट की योजना बनाई थी।पूरे मामले की निगरानी पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान के निर्देशन में की जा रही है, और दो विशेष टीमों को फरार आरोपियों की तलाश में लगाया गया है।