जिम्मेदार सो रहे, नटवरलाल बांट रहे सरकारी नौकरी!

(शम्भू यादव @ 9826550631)
जबलपुर में बैठे गुर्गाे से चल रहा शहडोल में ठगी का कारोबार
8 वीं पास से लेकर 10 वीं, 12 वीं के अलावा विभिन्न विषय विशेषज्ञों वाले बेरोजगारों को नौकरी का झूठा सपना दिखाकर ठगी का कारोबार खुलेआम अखबारों में विज्ञापन देकर चल रहा है, चिकित्सा विभाग को खबर नहीं और ठग जिला चिकित्सालय की नौकरी बेच रहे हैं। सवाल यह भी उठता है कि संबंधित सोहागपुर थाने की पुलिस और बीट अधिकारी भी अपने क्षेत्र में खुली इस धोखाधड़ी की दुकान से अंजान कैसे हैं।
शहडोल। जिला चिकित्सालय में जीएनएम से लेकर डीएमएलटी, कम्प्यूटर ऑपरेटर के अलावा अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में एएनएम की 100 प्रतिशत गारंटी वाली जॉब के साथ ही शिक्षा विभाग में नर्सरी से लेकर बड़ी कक्षाओं तक में नौकरी की 100 प्रतिशत गारंटी वह भी प्रतिमाह मोटे वेतन के साथ महज 7500 से 30 हजार रूपये की फीस देकर बांटी जा रही है। इस 100 प्रतिशत गारंटी वाली सरकारी नौकरी का विज्ञापन सार्वधिक प्रसार वाले अखबारों में छपता है, हजारों की संख्या में मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचल में बैठे बेरोजगार धोखे में पड़ बची-कुची पूंजी भी इन दुकानदारों को देकर लुट रहे हैं। ऐसी ही एक दुकान सोहागपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाणगंगा मेला मैदान के पास बीते कुछ सप्ताहों से खुली है, जहां 100 प्रतिशत जॉब गारंटी का दावा किया जा रहा है।
जबलपुर से चल रहा खेल
इस पूरे मामले की पड़ताल की तो, यह बात सामने आई की, जबलपुर में बैठे सुरेन्द्र सोनवानी नाम के कथित युवक द्वारा अंशुल एजुकेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्युट नाम की संस्था बाणगंगा मेला मैदान के पास चार कमरों के किराये का भवन लेकर उससे संचालित की जा रही है, जिसमें शहर के ही राजिम अली सिद्दकी नामक युवक को प्रबंधक बनाकर बैठाया गया है, इसके साथ ही अन्य दो से तीन कर्मचारी भी रखे गये हैं, जो किसी भी सरकारी अस्पताल और सरकारी विद्यालय में नौकरी का दावा कर ट्रेङ्क्षनग के नाम पर मोटी राशि आवेदकों से मांगते हैं और नौकरी न मिलने पर रूपये वापसी के दावे भी कर रहे हैं।
हमारे यहां कोई पद नहीं
कथित कंपनी के प्रबंधक सुरेन्द्र सोनवानी द्वारा किये गये दावे की पुष्टि जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ओ.पी. चौधरी से की गई तो, उन्होंने जिला चिकित्सालय में इस तरह का कोई पद रिक्त न होने की बातें कहीं, यही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी गैर शासकीय फर्म के माध्यम से भर्ती करने की कोई प्रक्रिया नहीं है। इसकी जांच करवाई जायेगी।
…तो क्या शिकायत के बाद जागेंगे जिम्मेदार
यह पहला मौका नहीं है जब जिले सहित संभाग के अन्य हिस्सों में इस तरह नटवरलालों ने सरकारी नौकरी सहित इस तरह के अन्य जाल बिछाकर बेरोजगारों को लूटा हो, लेकिन हर बार पुलिस सहित प्रशासनिक अधिकारी शिकायतों के इंतजार में ही रहते हैं, शिकायत के बाद जब उन तक पहुंचने का प्रयास किया जाता है तो, वे पलायन कर चुके होते हैं। इस मामले में अभी ठगे जाने वालों की संख्या संभवत: अभी न्यून ही होगी।
इनका कहना है…
इस संबंध में जानकारी उपलब्ध कराईये, कल ही कार्यवाही की जायेगी।
व्ही.डी.पाण्डेय
उप पुलिस अधीक्षक, शहडोल