पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि
(शुभम तिवारी+91 78793 08359)
शहडोल। पुलवामा में हुई दुर्दांत आतकवादी घटना में देश ने अपने 44 वीर सपूतों को खो दिया, पाक की इस कायराना हरकत के विरोध एवं अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से स्थानीय सामाजिक संस्था जय हो द्वारा स्वर्गधाम (पंचगांव रोड) में शहीद हुए जांबाज़ सैनिकों की संख्या के बराबर पौधारोपण किया गया। नगर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ.ए.के. श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ समाजसेवियों गोविन्द सिंह, डॉ.बघेल, मोहम्मद जब्बार, जितेन्द्र सिंह द्वारा अमर शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरुप पौधारोपण किया गया। डॉ.श्रीवास्तव अपने उद्बोधन में कहा कि पूरा राष्ट्र इस दु:ख से व्यथित है, पाक की इस कायराना हरकत का मुंह तोड़ जवाब दिया जाना चाहिए, इस असीम दु:ख की घडी में पूरा राष्ट्र शहीदों के परिवार के साथ है। डॉ.सुनील हथगेल ने कहा गद्दारों को किसी भी हालत में माफ़ नहीं किया जाना चाहिए – फिर चाहे वो गद्दार और घुसपैठिये सीमा के इस तरफ हों या उस तरफ । पौधारोपण के पश्चात् सभी ने अमर शहीदों की आत्मा की शांति एवं उनके परिवारों को इस दु:ख की घडी में हौसले की कामना करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया ।
इस अवसर पर शहीदों को शब्द सुमन अर्पित करते हुए कविता का पाठ किया गया ।
जब चौराहों पर हत्यारे महिमा मंडित होते हैं
भारत माँ की मर्यादा के मंजऱ खंडित होते हैं
जब कश भारत के नारे हैं गुल्मर्गा की गलियों में
शिमला समझौता जलता है बंदूकों की नालियों में
तो केवल आवश्यकता है हिम्मत की खुद्दारी की
दिल्ली केवल दो दिन की मोहलत दे दे तैयारी की
सेना को आदेश थमा दे घाटी गैर नहीं होगी
जहाँ तिरंगा नहीं मिलेगा उनकी खैर नहीं होगी
जिनको भारत की धरती न भाती हो
भारत के झंडों से बदबू आती हो
जिन लोगों ने माँ का आँचल फाड़ा हो
दूध भरे सीने में चाकू गाड़ा हो
मैं उनको चौराहों पर फँसी चढ़वाने निकला हूँ
मैं घायल घाटी के दिल की धड़कन गाने निकला हूँ !
ये रहे मौजूद
डॉ.सुधा नामदेव, वार्ड पार्षद इसहाक अहमद, जिय़ाउद्दीन, डॉ चेतना सिंह, डॉ.अविनाश, डॉ. कृष्णा सिंह, अमरेन्द्र श्रीवास्तव, संतोष मिश्रा, श्रीमती रूपाली सिंघई, प्रमोद विश्वकर्मा, एडवोकेट श्रीमती तरन्नुम, जतिन हाथगेल, श्रीमती सुचिता, पवन चतुर्वेदी, राहुल सचदेव, रवि साहू, अजय विजरा, अंकुश गुप्ता, सिद्दीक अंसारी, आशीष अग्रवाल, सोहन गुप्ता, उमाकांत अठिया एवं शाद अहमद शाद की उपस्थिति रही ।