भोपाल। डीएम का गेंगेस्टर कनेक्शन! और डैमेज कन्ट्रोल की जद्दोजहद

भोपाल। उमरिया जिले के कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी बीते कुछ दिनों से समाचार पत्रों की सुर्खिया बटोर रहे है, पहले प्रदेश के प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र में डीएम के गेंगेस्टर से कनेक्शन का मामला प्रकाशित हुआ, अगले दिन दूसरे दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर पूर्व खबर की सीधे खंडन तो नही दिखी, लेकिन यह बात साफ हो गई कि कलेक्टर लगातार दो दिनो तक जिस तरह समाचार पत्रों में खुद आगे आकर बयान दे रहे है, कहीं न कहीं इस पूरे मामले में कनेक्शन की बात तो सच है। हांलाकि यह जांच का मामला है, लेकिन कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी का अपने ऊपर लगे आरोपो का दूसरे रास्ते से खंडन करना उनको डैमेज कन्ट्रोल की स्थिति में खडा करता है।
मजिस्ट्रियल जांच की मांग
सोमवार को प्रदेश के प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र में इस संदंर्भ में प्रकाशित खबर में कलेक्टर ने समाचार पत्र से चर्चा के दौरान दंडाधिकारी खुद पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराने के बयान दिये है, जिससे इस पूरे मामले में नया मोड आता दिख रहा है। हांलाकि कलेक्टर ने इस बात से इंकार नही किया है कि उसकी पवन पाठक से बाते होती थी, समाचार पत्र से की गई चर्चा के जवाब में कलेक्टर ने कहा कि मुझसे न जाने कितने लोग फोन पर बात करते है, अगर कोई गेंगेस्टर मुझे फोन लगाते है तो इसके लिये मैं दोषी हो जाऊंगा?
कॉल डिटेल में छिपे राज
चर्चा तो यह भी है कि कथित गेंगेस्टर और कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के बीच वार्तालाप कोई आकस्मिक या सामान्य नही थी। दोनो के बीच होने वाली चर्चाये यदि सामान्य होती तो, पांच या दस मिनट की हो सकती थी, लेकिन 30-44 मिनट की बातें सामान्य के श्रेणी में शायद ही आती हो, बहरहाल डीएम के गेंगेस्टर से कनेक्शन है या नही, या फिर यह सब किसी सोची समझी साजिश के तहत् किया जा रहा है। जैसा कि कलेक्टर ने समाचार पत्र से की गई चर्चा के दौरान आशंका जताते हुए कहा।