अच्छी सोंच, बेहतर परिणाम के साथ प्राचार्य ने किया नये सत्र का शुभारंभ
Shrisitaram Patel-9977922638
डीव्हीएम जरही में बच्चों को बनाये जा रहे एक दिन का प्रिंसिपल
शिक्षा एक ऐसी कीमती चीज है जो अमूल्य है और जिसका कोई अन्त नहीं है। यह बचपन से लेकर बुढापे तक सीखी जाती रहती है। विश्व जैसे-जैसे तरक्की के रास्ते पर आगे बढता जाता है, वैसे-वैसे शिक्षा में बदलाव होता रहता है, इसके साथ-साथ नई-नई तकनीकी विकसित होती रहती है, इसलिए उसको निरन्तर अपडेट करने के लिए हमें पढना आवश्यक होता है।
अनूपपुर/अंबिकापुर। विद्यालय को बेहतर संचालित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका विद्यालय प्राचार्य की होती है, जो गुणवत्ता भरी शिक्षा बच्चों को प्रदान करने में सहायक होते है। ऐसे ही कारनामे अंबिकापुर स्थित जरही के पेट्रोल पंप के पास में नवनिर्मित विद्यालय डीवीएम पब्लिक स्कूल के प्राचार्य रामकिशन यादव ने अध्ययनरत छात्रों के अभिभावकों से चर्चा करते हुये संस्था के शिक्षा के उद्देश्य के विषय में जानकारी दी। प्राचार्य रामकिशन यादव इसके पहले अनूपपुर जिला मुख्यालय स्थित डीव्हीएम स्कूल में पदस्थ रहे, इस दौरान उन्होने विद्यालय को उचाईयो तक पहुचाने का कार्य किया था, बच्चो तथा अभिभावकों के साथ बेहतर तालमेल से कार्य करना उनके स्वभाव में ही था। अनेक कार्यक्रम व बच्चो की सहभागिता पर विशेष रूचि लेकर कार्य संचालित करते थे। यहा से जाने के बाद भी श्री यादव द्वारा अपनी सेवाओं में किसी प्रकार की कमी नही होने दी और निरंतर उनका सहभागिता विद्यालय के प्रति देखने को मिलती है।
करते है बच्चो में शैली की खोज
शिक्षा ही एक श्रेष्ठ व बुद्धिमता पूर्ण जीवन जीने का एक उत्तम स्थान है, मानव के उद्भव काल से ही मानव ने अच्छे ढंग से जीवन जीने की शैली की खोज की जिसमें शिक्षा ही सर्वोत्तम स्थान प्रयुक्त हुआ है हर युग में मानव ने एक शिक्षा प्रणाली रखी ताकि सर्वश्रेष्ठ नागरिकों के माध्यम से उन्नत समाज का निर्माण हो सके। शिक्षा प्रदान करने के तरीकों में समय व सुविधा अनुसार परिवर्तन होते रहते हैं जिसमें पुस्तकीय व व्यवहारिक शिक्षा दोनों शामिल है, आज हमारे बच्चों के व्यक्तित्व का मूल्यांकन पुस्तकीय ज्ञान पर आधारित विषयों में लिखित परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर किया जाता है एवं माता-पिता भी अपने बच्चों की तुलना उनके द्वारा लिखित परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर ही करते हंै उनमें निहित अच्छे गुण और चरित्र को अनदेखा कर जाते हैं जो कि बच्चों में कुठा पैदा करती है और उनके व्यक्तित्व के विकास में बाधक भी बनती है जीवन में महत्व अच्छे गुणों का ही है यदि कोई विद्यार्थी पढऩे में तेज है और सदृढ नहीं है व्यवहारिक नहीं हैं तो वह ज्ञान व्यर्थ है, हमें अपने बच्चों की तुलना पड़ोस में रहने वाले लोगों या रिश्तेदारों के बच्चों से भी नहीं करना चाहिये इससे भी बच्चों में हीन भावना पनपाती है, हर एक बच्चा जन्म से ही उत्तम होता है और अपने साथ एक उत्तम गुण रखता है वर्तमान में हमें अपने बच्चों के इस गुण एवं प्रवृत्ति की पहचान करके उसे बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
नये सत्र में नये तरीके से प्रवेश
पूजा पाठ हवन के साथ नया सत्र प्रारंभ डीवीएम पब्लिक स्कूल जरही में किया गया इस अवसर पर स्कूल में अध्ययनरत बच्चे एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे। इस अवसर पर डीवीएम स्कूल के प्राचार्य रामकिशन यादव ने जानकारी दी कि इस पवित्र वातावरण में बच्चों के उज्जवल भविष्य एवं पढ़ाई में अव्वल रहने की कामना की है, उन्होंने बताया कि भटगावं क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय डीवीएम पब्लिक स्कूल जरही में नये सत्र हेतु प्रवेश प्रारंभ है, विद्यालय में पढाई के साथ-साथ खेलकूद, कम्प्यूटर एवं मनोरंजन के भी साधन विद्यालय में बच्चों को घर से विद्यालय तक लाने की पूर्ण व्यवस्था स्कूल के वाहन द्वारा की गई ताकि बच्चे सुरक्षित विद्यालय आ सके।
हर छात्र की बराबर सहभागिता
डीवीएम पब्लिक स्कूल में चले रहे शैक्षणिक गतिविधियों के अंतर्गत एक नई पहल की शुरूआत की गई है जिसमें प्रतिदिन एक विद्यार्थी को स्कूल का प्रिंसिपल बनाया गया एवं आज के प्राचार्य का संपूर्ण भार प्राचार्य रामकिशन यादव केे साथ-साथ अमन राजवाडे को दिया गया। स्कूल के प्राचार्य रामकिशन यादव ने बताया कि इस तरह हर विद्यार्थी को पढ़ाई के साथ-साथ दूसरे कामों में आगे लाना ही हमारे विद्यालय का लक्ष्य है, हमारा विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के आयोजन बच्चों के लिये करता रहता है इसका उद्देश्य है कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ इनका सर्वांगींण विकास किया जा सके। यही हमारे विद्यालय का लक्ष्य है।