अध्यापको को नही मिला पांच महीने से वेतन भूखे मरने को मजबूर

Ajay Namdev- 7610528622
पुष्पराजगढ़। अध्यापक संवर्ग इन दिनों विगत पांच महीने माह अप्रैल से वेतन न मिलने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे है भूखे मरने की नौबत सामने आ पड़ीं है कोई भी दुकानदार इतने समय तक के लिए उधार सामान देने के लिए तैयार नही है ना ही जरूरतों की पूर्ति हो पा रही है अध्यापक विकास खण्ड कार्यालय का चक्कर लगाते रहते है जहाँ बैठे शासन के नुमाइंदों द्वारा बजट का अभाव रटा रटाया जबाब देकर फुर्सत हो जाते है।
*अध्यापक संवर्ग ने बिधायक को सौंपा ज्ञापन*
अंततः मज़बूरन अध्यापक संगठन का प्रतिनिधि मंडल पुष्पराजगढ़ को क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल सिंह मार्को से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन के माध्यम से अपनी समस्याओं को अवगत कराते हुये बताया कि पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के 150 अध्यापक संवर्ग 50 संविदा शिक्षक तथा अतिथि शिक्षक सहित लगभग 500 कर्मचारी इन दिनों माह अप्रैल से वेतन ना मिलने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे है जिस पर श्री सिंह द्वारा तत्यकाल सहायक आयुक्त आदिवासी विकास से दूरभाष पर चर्चा कर विगत पांच महीने से लंबित वेतन संबंधी समस्या को दूर कर सीघ्र ही दिलाये जाने की बात कही गई। साथ ही उन्होंने अध्यापक संघठन से चर्चा करते हुऐ कहा कि मैं भी एक शिक्षक था मैं आप लोगो की पीड़ा भलीभांति समझ रहा हूं उन्हें आश्वासन देते हुये कहा कि मैं सीघ्र ही आप लोगो की वेतन समस्या से निजात दिलाने का प्रयास करूंगा और प्रयास करूंगा कि भविष्य में आप लोगो को ऎसी स्थिति का सामना ना करना पड़े जिससे आप लोगो सहित आपके परिवार वालो के सामने भूखे मरने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़े।
*सिर्फ पुष्पराजगढ़ के ही कर्मचारियों को क्यों नही मिलता वेतन*
अध्यापक संवर्ग द्वारा आहरण संवितरण अधिकारी एवं कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा की अन्य विकास खण्डों में कर्मचारियों के वेतन की ऐसी समस्या क्यो नही है अन्य विकास खण्डों में कर्मचारियों को नियमित वेतन भुगतान हो रहे है इसके लिये विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी की पूर्ण जबाबदार है क्योंकि वे स्वयं आहरण संवितरण अधिकारी होते है। लापरवाही के चलते ही कर्मचारियों को समय पर वेतन प्राप्त नही होता।
*मुख्य रूप से उपस्थित*
मध्यप्रदेश शासकीय अधयापक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष वी पी अहिरवार, पारस नाथ यादव, हरीश नामदेव, दीपक जायसवाल, नवल चंदवशी, भूपेंद्र मिश्रा, राजेश नापित, रामगोपाल संत, सुनील भगत, कमलाकर अहिरवार, दिलराज सिंह, लक्ष्मी टांडिया, दीपा सिंह, मीरा परस्ते, चमेली सिंह, प्यारेलाल सहित सैकड़ों अध्यापको ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।