अनूपपुर उपचुनाव- कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर माथापच्ची@रमेश सिंह और विश्वनाथ के बीच अपने पराये की जंग
तो क्या रमेश सिंह के निचे दब जायेंगे कांग्रेस के जनप्रिय नेता विश्वनाथ सिंह, रमेश सिंह को लेकर विरोधी द्वारा लगाया जा बाहरी होने का ठप्पा।
अनूपपुर उपचुनाव में कांग्रेस की बिसात में गोटी ही फिट नहीं बैठ पा रही , कभी रमेश सिंह तो कभी विश्वनाथ सिंह के बीच पलड़ा रमेश सिंह का भारी दिखाई पड़ रहा, सूत्रों की माने तो रमेश सिंह को कांग्रेस से टिकट मिलने से कांग्रेस का फायदा कम नुकसान ज्यादा दिख रहा है,
बिसाहूलाल ने पिछले 40 वर्षो से अनूपपुर कांग्रेस की बागडोर सम्हाल रखी थी और बिसाहूलाल के छवि के आसपास तक अगर कोई कांग्रेस नेता पहुंच पाया है तो वह कांग्रेस के ही पुराने सिपाही और वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य विश्वनाथ सिंह है,
लेकिन बिसाहूलाल के भाजपा में जाने के बाद अनूपपुर कांग्रेस लगभग अनाथ हो गयी तो कांग्रेस ने रमेश सिंह को लाकर भरपाई करना चाहती है लेकिन गोद लिए प्रत्याशी से कांग्रेस के पुराने सिपहसालारों में विरोध का स्वर दिखने लगा है, क्यूंकि अनूपपुर जिला कांग्रेस में ही ऐसे बहुत से पुराने सदस्य है जो वर्षो से कांग्रेस के लिए गांव गांव जाकर पसीना बहाते आये है लेकिन कांग्रेस में उनकी उपेक्षा कर रमेश सिंह को प्राथमिकता दिया जा रहा है, कांग्रेस की ओर से प्रमुख दावेदारों में विश्वनाथ सिंह का नाम सबसे आगे था , विश्वनाथ सिंह काफी समय से क्षेत्र में सक्रिय रूप से पार्टी के लिए कार्य करते रहे है , अब जबकि पार्टी में रमेश सिंह की एंट्री हो रही है ऐसे में विश्वनाथ सिंह का नाराज होना भी लाजमी है, विश्वनाथ सिंह जिला पंचायत सदस्य भी और पुरे अनूपपुर में जनता के बीच अच्छा खासा प्रभाव भी रखते है जबकि अगर रमेश सिंह के लिए कांग्रेस को घर घर जाकर रमेश सिंह के नाम की मार्केटिंग करनी होगी ,
विश्वनाथ सिंह के करीबियों की माने तो विश्वनाथ सिंह के टिकट कटने से कांग्रेस को दिक्कत होगी चुनाव में क्यूंकि २०-२५ गाँवो में विश्वनाथ सिंह की तगड़ी पकड़ है और एक अच्छा खासा अनुभव है उनके पास क्षेत्र के राजनितिक परिदृश्यों का जबकि रमेश सिंह को प्रशासनिक अनुभव तो है लेकिन क्षेत्र के जनता से सीधा संपर्क नही है और फिर विश्वनाथ सिंह कई वर्षो से क्षेत्र में राजनितिक और सामाजिक सक्रियता रखते है