तस्कर की पत्नी ने वर्दीधारियों पर लगाये संगीन आरोप

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सायबर सेल के मार्फत तस्करों तक पहुंच व वसूली का किस्सा

अपात्र को प्रभारी और गांजा तस्करो के साथ जुड़े तार की जांच अधर में

शहडोल। 31 अगस्त को ब्यौहारी पुलिस ने रोहित शर्मा के ऊपर 1 क्विंटल गांजा, मोबाइल व एक लाख रूपये उससे जब्त करने का मामला दर्ज किया, रोहित शर्मा बुढ़ार थाना क्षेत्र के टिकरी टोला का निवासी है, इससे पहले भी रोहित के खिलाफ गांजा तस्करी के मामले दर्ज हुए हैं, इस कार्यवाही के अगले दिनों में यह खबर सामने आई कि सायबर सेल के मुखिया अमित दीक्षित इनसे मिले हुए थे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजू लता पटले ने मीडिया को दिये बयान में कहा कि श्री दीक्षित के तार गांजा तस्करों से जुड़े हुए थे, उनके खिलाफ पुलिस अधीक्षक ने जांच संस्थित की है। यह जांच डीएसपी अंकिता शूल्या को दी गई, कार्यवाही से पहले ही अमित दीक्षित अवकाश पर चले गये, उनके पीछे उन्हें पहले लाईन हाजिर और बाद में आमद दर्ज न कराने पर निलंबित कर दिया गया। जांच अधिकारी भी छुट्टी पर चले गये, यह मामला अभी सुर्खियों में था ही कि यह चर्चा सामने आई कि सायबर सेल के सत्य प्रकाश मिश्रा अन्य आधा दर्जन वर्दीधारियों के साथ इस खेल के सूत्रधार थे और सायबर सेल की कुर्सी के मार्फत होने वाली अवैध कमाई और मुखिया के गुडबुक में रहने के फेर में हुई वर्चस्व की लड़ाई ने रोहित जैसे गांजा तस्कर को इस अपराध की दुनिया में और आगे ढकेल दिया, जिससे वह कभी ही शायद बाहर आ पाये।
पीडि़त परिवार का दावा
31 अगस्त को लगभग 1 क्विंटल गांजे के साथ गिरफ्तार हुए रोहित शर्मा के किस्से ने पहले ही गांजा कारोबार से जुड़े रोहित की साख पर तो कोई फर्क नहीं डाला, लेकिन इस मामले में जब सायबर सेल के मुखिया का नाम सामने आया और पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की तो, शहडोल पुलिस की साख सडक़ पर आ गई, यही नहीं इस पूरे मामले को किस उद्देश्य से किस अदने से वर्दीधारी ने अपने गिरोह के लिए विभाग से बाहर लाकर उसे हवा दे दी, यह तो वहीं जाने, लेकिन इस घटना के बाद रोहित शर्मा की पत्नी और उसकी बहन ने इस मामले में रोहित के बेगुनाह होने का दावा ठोका। परिवारजनों ने जो सवाल अतिरिक्त पुलिस महानिदेश डी.सी.सागर को दिये गये आवेदन पत्र में जांच के लिए उठाये, उसने आधा दर्जन से अधिक वर्दीधारियों का चेहरा सामने ला दिया, यह सभी वही चेहरे थे, जिन पर पहले से भी कई आरोप लग चुके हैं। परिवारजनों की शिकायत और उनके द्वारा मुख्यमंत्री हेल्प लाईन से लेकर पीएचक्यू में दी गई शिकायत की जांच और अंकिता सूल्या के द्वारा की रही जांच अभी तक दबी पड़ी है।
5 लाख और रहस्यमयी गांजा
आरोपी रोहित शर्मा की पत्नी पूनम शर्मा ने पुलिस अधिकारियों और मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत में आरोप लगाये हैं कि जो एक क्ंिवटल गांजा पुलिस ने जब्त दिखाया है, वह गांजा खुद तथाकथित गिरोह के द्वारा एकत्र किया गया था, यही नहीं रोहित से 6 लाख रूपये, एक मोबाइल भी ली गई, लेकिन जब्त 1 लाख रूपये दिखाये गये और मोबाइल बदल दी गई। 5 लाख रूपये गिरोह ने आपस में बांट लिए और गांजे के संदर्भ में भी पीडि़ता ने बताया कि 70 किलो गांजा एक स्थान से मंगाया गया था, रोहित शर्मा और दो अन्य युवक जिन्हें पूर्व में आरोपी बनाया गया, उनके साथ गंभीर मारपीट की गई। एक तीर से सायबर सेल की कुर्सी, लाखों रूपये, साध लिए गये और गांजे का मामला सामने लाकर उस खबर में बाकी को धूमिल कर दिया गया। जिन 6 वर्दीधारियों के नाम पीडि़ता ने बताये, उनमें सत्य प्रकाश मिश्रा के पीछे शहडोल पुलिस लाईन के एक एएसआई, एक आरक्षक के अलावा गोहपारू थाने के एक आरक्षक, पपौंध थाने के ्रप्रधान आरक्षक और सायबर सेल के एक आरक्षक के अलावा पर्दे के पीछे से पूर्व में सेल का प्रभार देख रहे वर्दीधारी का नाम सामने आया है।
इनका कहना है…
पूरा मामला पुलिस वालों की आपसी लड़ाई से इजाद किया गया है, हमारे पैसे ले लिए गये, मोबाइल बदल दी गई, चाहे जहां भी जाना पड़े, हम इस मामले में न्याय के लिए लड़ते रहेंगे।
पूनम शर्मा
शिकायतकर्ता
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जांच मिलने के बाद विभागीय व अन्य कारणों से मैं बाहर थी, बीते दिनों ही प्रभार लिया है, जल्द ही जांच को आगे बढ़ाया जायेगा।
अंकिता शूल्या
डीएसपी, महिला अपराध, शहडोल

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