आधा सैकड़ा भूखे ग्रामीणों ने खोला मोर्चा@शासन दिलाओ राशन का नारा कर रहे बुलंद

पंचायत भवन के सामने तपती धूप में बैठे हैं ग्रामीण
मामला शहडोल के बुढार विकासखंड के ग्राम सेमरा का
शहडोल । कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार द्वारा लागू किए गए लाक डाउन के दुष्प्रभाव भी सामने आने लगे हैं, बीते करीब 45 दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में भी काम- धंधे पूरी तरह से बंद है, जिस कारण दिहाड़ी मजदूरों के सामने पेट भरने की सबसे बड़ी समस्या आन खड़ी हुई है, शासन द्वारा ग्रामीणों के लिए राशन और उनके खातों में रुपए पहुंचाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर शासन के दावे खोखले नजर आ रहे हैं,
अभी से कुछ घंटे पहले बुढार जनपद के ग्राम पंचायत सेमरा में आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीण शासन दिलाओ राशन का नारा लेकर पंचायत भवन के सामने तपती धूप में बैठ गए हैं, ग्रामीणों ने बताया कि शासन द्वारा उन्हें पेट भरने तक को राशन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, स्थानीय कोटेदार पंचायत के अलावा सरपंच और सचिव सब इस मामले में अनदेखी कर रहे हैं।
खासकर अनुसूचित जाति व जनजाति और पिछड़े वर्ग के लोगों के सामने यह समस्या सुरसा के मुंह के जैसे खड़ी है, लोगों के सामने पेट भरने की समस्या है, आधा सैकड़ा से अधिक महिलाएं और पुरुष तपती धूप में अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं, उनका कहना है कि जब तक शासन के नुमाइंदे आकर हमारी समस्याओं को सुलझा नहीं देते हैं तब तक वे यही धूप में डटे रहेंगे।
ग्रामीणों ने कहा कि जब घर के अंदर पेट भरने को राशन नहीं मिल रहा है तो भूखे पेट घर के अंदर मरने से अच्छा है कि पंचायत भवन के सामने तपती धूप में ही अपनी जान दे दे ,
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राशन के लिए पंचायत स्तर और जनपद स्तर पर उन्होंने काफी प्रयास किए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उन्होंने जिले के कलेक्टर सहित तहसीलदार और कमिश्नर के अलावा जनपद, थाना और अन्य स्तरों पर सेल फोन और अन्य माध्यमों से अपनी आवाज उठाई है लेकिन अभी तक कोई भी सरकारी मदद या नुमाइंदा उन तक नहीं पहुंचा है।