आधे व्यापारी समाज सेवा, तो आधे कर रहे कालाबाजारी

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पुलिस ने धारा 188 के तहत चिन्टू डेयरी संचालक के खिलाफ की कार्यवाही

(Anil Tiwari+91 88274 79966)
शहडोल। लॉक डाऊन-2 के पहले दिन और लॉक डाऊन के 22 वें दिन बुधवार को मुख्यालय के कई व्यापारी लॉक डाऊन के नियमों को तोड़ते हुए प्रतिष्ठान खोलकर बिक्री करते नजर आये, वहीं व्यापारियों का एक वर्ग ऐसा भी है, जो पूरी तरह लॉक डाऊन का पालन करने के साथ ही मानव सेवा सहित पशुओं तक की सेवा में लगे हुए हैं। हालाकि प्रशासन ने चिन्टू डेयरी के अलावा अन्य पर कार्यवाही भी की, लेकिन यदि आगामी 20 अप्रैल तक जिले को ग्रीन जोन में ही रखना है तो, यह जिम्मेदारी सिर्फ पुलिस या प्रशासन तक सीमित नहीं रहती, बल्कि दुकान खोल रहे, बेवजह बाहर घूम रहे लोगों की भी जिम्मेदारी बनती है कि सामूहिक रूप से लॉक डाऊन का पालन करें।
खुले दिखे प्रतिष्ठान
बुधवार को सुबह 11 बजे ही मुख्य सब्जी मण्डी स्थित अनिल किराना, अंकित किराना जैसे दुकानों पर बिना सोशल डिस्टेंस का पालन किये दर्जनों ग्राहक एक साथ नजर आये, वहीं पंचायती मंदिर के पास स्थित भारत एजेंसी, किशन सनपाल आदि के प्रतिष्ठान खुले दिखे। पुलिस द्वारा बुधवार को पुलिस लाईन के समीप स्थित चिंटू डेयरी के संचालक योगेश विश्वकर्मा के खिलाफ धारा 188 की कार्यवाही भी की गई।
इधर मानवता में जुटे व्यापारी
शहडोल जिला व्यापारी संघ ने लॉक डाऊन-1 के पहले चरण में आमजनों के लिए चालू की गई रसोई, राशन और चाय-नास्ते की व्यवस्था लॉक डाऊन-2 के दौरान भी बुधवार को जारी रखी, संघ के उपाध्यक्ष अनिल रोहरा के अलावा सिक्ख व सिंधी समाज के युवा भी इस संघ से जुड़कर नास्ता और चाय का मुफ्त वितरण सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कर रहे हैं।
कहीं छूट न जाये ग्रीन जोन की डोर
कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह और पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र शुक्ला के साझा प्रयासों से लॉक डाऊन-1 के 21 दिन बीतने के बाद मंगलवार की शाम तक जिला कोरोना वॉयरस से दूर रहा, बुधवार का पूरा दिन भी राहत भरा रहा, शहडोल प्रदेश के उन 16 जिलों में शामिल रहा, जिसे ग्रीन जोन में रखा गया है, इन 16 जिलों में अभी तक कोरोना वॉयरस के मरीज नहीं मिले हैं। जिले को कोरोना वॉयरस के संक्रमण से दूर रखने में प्रशासनिक मुखिया के अलावा स्वास्थ्य, पुलिस, समाज सेवियों व आमजनों का साझा सहयोग रहा, जिस कारण सब सफल रहे। कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने पुन: जिलेवासियों से अपील की है कि सोशल डिस्टेंस के पालन के साथ ही जहां तक संभव हो घर से न निकले, साझा प्रयासों से ही हम कोरोना जैसी भयंकर महामारी से सामना कर पायेंगे।

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