आरक्षक के रक्तदान से प्रसूता को मिला नवजीवन

(शुभम तिवारी)
शहडोल । जिले के जयसिंघनगर विकासखंड अंतर्गत रहने वाली महिला को बीती रात जिला चिकित्सालय में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया, जब चिकित्सकों ने महिला का परीक्षण किया और प्रसव कराने के लिए उसे वार्ड में ले गए तो महिला का परीक्षण करने के बाद चिकित्सकों ने पाया कि उसमें रक्त की भारी कमी है, ऐसी स्थिति में यदि महिला का प्रसव कराया गया तो उसकी जान भी जा सकती थी, परिजनों ने रक्त के लिए अपने परिचित व मित्रों से संपर्क किया, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी उन्हें ab निगेटिव रक्त नहीं मिला, महिला को एबी नेगेटिव रक्त की आवश्यकता थी, ब्लड बैंक में उपलब्धता न होने के कारण उसके परिजन परेशान हो गए।
ऐसी स्थिति में अमित गुप्ता उर्फ बंटी भैया को इसकी जानकारी लगी, जिस के बाद उन्होंने अपने मित्रों और परिचितों से संपर्क किया। रात लगभग 12:00 बजे के आसपास निखिल श्रीवास्तव जो सोहागपुर थाने में आरक्षक के पद पर पदस्थ है,उन तक भी यह जानकारी पहुंची। देर रात निखिल ने जिला चिकित्सालय आकर उक्त महिला को रक्त दिया, जिससे उसकी जान बच सकी।
यही नहीं अमित-निखिल और उनके साथियों ने प्रसूता के परिजनों को देर रात रक्तदान करने के पश्चात भोजन भी उपलब्ध कराया। क्योंकि टोटल लॉक के कारण जिले सहित मुख्यालय की लगभग होटल बंद है, ऐसी स्थिति में प्रसूता के परिजनों के सामने पेट भरने की समस्या भी खड़ी थी, युवाओं ने उसे भोजन उपलब्ध कराया तथा निखिल के द्वारा दिए गए रक्त से मां और बच्चे को नवजीवन मिल सका।