गांजा तस्करी सहित अवैध वेंडरों के संगठित गिरोह संचालित करने और मोटी रकम वसूलने के आरोप हुए सिद्ध
शहडोल ।आरपीएफ शहडोल के इंस्पेक्टर रामलाल यादव के खिलाफ कटनी में दर्ज गांजे के एक मामले मे लेन देन में उन्हें निलंबित कर दिया गया है।पूर्व में भी कई आरोप लगे थे जिस पर वे अपने आप पर होने वाली कार्रवाई पर सिरे से नकारते थे लेकिन इस बार इनकी शिकायतों पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के डिविजनल सुरक्षा कमिश्नर आरपीएफ ऋषि कुमार शुक्ला ने शहडोल में पदस्थ आरपीएफ प्रभारी इंस्पेक्टर रामपाल यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं । रामलाल यादव के खिलाफ शहडोल के विकास सरोज ने शिकायत दर्ज कराई थी कि गांजे के एक मामले में राम लाल यादव ने बड़ी रकम का सौदा किया और उसे ले भी लिया उक्त प्रकरण जीआरपी कटनी में दर्ज हुए थे ।इसके अलावा इंस्पेक्टर के ऊपर यह भी आरोप था कि वह अवैध पंजीकृत वेंडरों का गिरोह रिश्वत लेकर संचालित करते थे । साथ ही ट्रेनों में अवैध सामानों की खेप में भी शिकायतों के मुखिया बने रहें ।

 


साहब को सेव पसंद है…..

शहडोल। इन दिनों आरपीएफ की टीम जांच पड़ताल में हिला हवाली बरत रही है, ट्रेनों में आने-जाने वाले यात्रियों के साथ अवैध रूप से खाद्य सामग्री को भी छूट दे रखी है। अवैध रूप से भेजने वाली सामग्री ही सामने आ रही है, कही बोरी, कही कार्टून तो , कही कैरेट इन दिनों सुर्खियों में है। शहडोल से अनुपपुर होते हुए बिलासपुर की ओर जाने वाली नर्मदा एक्सप्रेस 18233 में आये दिन सेब,अनार, अंगूर व संतरे कैरेट बे रोक टोक जनरल डिब्बो व स्लीपर कोच के गेट पर रख दिये जा रहे हैं और दूसरी ओर पाने वाले को यहा से सूचना भी दे दी जा रही है। ऐसे हालात में कैरेट के अंदर रखी गई, सामग्री को देख पाना मुश्किल होता है, कैरेट्स के अंदर रखी हुई चीजें किसी को नही दिख सकती ऐसी स्थिति में संदिग्ध लोगों भी इस सेटिंग को अंजाम देने में कोताही नहीं बरतेंगे।
शिकायत के बाद साहब की होती है सेटिंग!
लोगो द्वारा कोई अनैतिक कार्य या अवैध कार्यो की भी सूचना देने पर कार्यवाही के इंतजार में पिक्चर बदल जाती है और कारोबार बे रोक टोक चलता रहता है और कभी भी ऐसी लापरवाही किसी बड़े अपराध को अंजाम देती है, लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर कोई पूर्व नियोजित घटना को जिम्मेदारों को सूचित किया जाता हैं, तो कथित जिम्मेदार द्वारा उक्त अवैध कारोबारियों से पूर्व में ली गई सेवाओं के बदले अपनी पक्की दोस्ती का नजारा पेश करते हुए उन्हें सावधानी से काम करने की सलाह देने लगते हैं।
पूर्व में भी सुर्खियों में रहा थाना
शहडोल आरपीएफ पूर्व में भी सुर्खियों में रह चुका है, हालाकि पहले रेलवे के जिम्मेदारों द्वारा आलू बण्डे अच्छे लगते थे, लेकिन इन दिनों खुद साहब को पसंद आने लगा है, स्थानीय स्तर पर तो उक्त लोगों द्वारा कथित जिम्मेदारों से सेटिंग कर रखी है, मजे की बात तो यह है कि जिम्मेदार द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को धोखे में रखकर जमकर मलाई छानी जा रही है।

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