एसबीआई में कार्यरत सिक्योरिटी एजेंसी सुरक्षाकर्मियों का कर रही है शोषण
एसबीआई में कार्यरत सिक्योरिटी एजेंसी सुरक्षाकर्मियों का कर रही है शोषण
इंदौर । कर्मचारी राज्य बीमा निगम व एसबीआई में कार्यरत अरुणिमा बेलूर सिक्योरिटी एजेंसी व अरविंद सिंह बिंद्रा सिक्योरिटी एजेंसी दोनों की मिलीभगत से सुरक्षाकर्मियों को समय पर वेतन मान वह पीएफ की उपलब्धता नहीं हो दिया जा रहा।कई सुरक्षाकर्मियों ने शिकायत की है कि मुझे अरुणिमा वैल्यू सिक्योरिटी के संचालक अखिलेश पांडे दो जगह कार्यरत कंपनियों में कार्य करवाते हैं परंतु पीएफ एक ही जगह जमा होता है जबकि सुरक्षाकर्मी दो जगह अपनी सेवाएं दे रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह सुरक्षा एजेंसियां डीजीआर के नियमों का पालन नहीं कर रही है कारण यह है कि डीजीआर के जो नियम है उसके आधार पर इन सुरक्षा एजेंसियों को 90% एक्स आर्मी मैन वह 10% सिविलियन रखने का प्रावधान है परंतु अरुणिमा वैल्यू सिक्योरिटी एजेंसी व अरविंद सिंह बिंद्रा सिक्योरिटी एजेंसी यह दोनों डीजीआर के नियमों की अनदेखी कर रही हैं।सुरक्षा कर्मियों के गन लाइसेंस भी अवैध तरीके से जम्मू कश्मीर से बनाकर गार्डो से अपने सुरक्षा एजेंसियों का संचालन कर रहे हैं ।वही सुरक्षाकर्मियों का डीजीआर अनुसार निर्धारित वेतनमान पूर्णता भुगतान नहीं करते जिसके कारण सुरक्षाकर्मी अत्यंत तनाव पर जीवन जी रहे सुरक्षाकर्मियों का मानना है कि डीजीआर के आधार पर निर्धारित वेतनमान का पालन इन एजेंसियों द्वारा नहीं किया जाता है इनके पेटी कांट्रेक्टर अखिलेश पांडे वेतन के रूप में 40 परसेंट वेतन हमसे ले लेते हैं जिस वजह से हम लोगों को पूर्ण वेतन समय पर नहीं उपलब्ध हो पाता वही सुरक्षाकर्मियों को वर्दी व अन्य सामग्री अभी एजेंसी द्वारा समय पर उपलब्ध नहीं कराया 8 घंटे की वजह 12 घंटे की ड्यूटी ली जाती है जिनसे सुरक्षाकर्मी काफी तनाव में जीवन जीने में मजबूर है सूत्रों की माने तो एसबीआई वह कर्मचारी राज्य बीमा निगम में कार्यरत सिक्योरिटी एजेंसी खुलेआम नियमों का उल्लंघन कर रही हैं पर इनके ऊपर अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है सुरक्षाकर्मियों का मांग है कि इनकी पीएफ से सबंधित जांच करना चाहिए जिससे ये पता चल पाए। कि वास्तव में हम सबका पीएफ कट भी रहा है कि नही । और डीजीआर के नियमों का पालन कराने हेतु त्वरित जांच कराना आवश्यक है तभी सुरक्षाकर्मियों को राहत मिल पाएगी
अरुणिमा बेलूर व अरविंद सिंह बिंद्रा का संचालन स्वयं प्रोपराइटर के हाथों नही बल्कि अखिलेश कर रहा संचालन।
गार्डों से मिली जानकारी के अनुसार एसबीआई व कर्मचारी राज्य बीमा निगम में संचालित अरुणिमा बेलूर सिक्योरिटी एजेंसी व अरविंद सिंह बिंद्रा सिक्योरिटी एजेंसी का कार्य उनके स्वयं प्रोपराइटर के द्वारा नही बल्कि पेटी कांट्रेक्टर अखिलेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है जबकि डीजीआर के नियम के अनुसार किसी भी सुरक्षा एजेंसी का संचालन आर्मी के रिटायर्ड ऑफीसर के आधार पर किया जाना चाहिए। सुरक्षा एजेंसियों का संचालन कोई भी सिविलियन नहीं कर सकता है वास्तविक स्थिति को देखें तो रक्षा विभाग द्वारा यह व्यवस्था रिटायर्ड आर्मी मैन के लिए बनाई गई है परंतु इसका दुरुपयोग कर कुछ कर्नल सिविलियन के हाथों अपने बागडोर थमा चूके हैं जब इनकी जांच होगी तो तथ्य सामने आ जाएंगे।।
सुरक्षाएजेंसी वेतन भुगतान उपरांत कर्मियों से वापस ले लेते है पैसे
सुरक्षाकर्मियों की माने तो सुरक्षा एजेंसियों द्वारा वेतनमान का भुगतान करने के उपरांत जब सुरक्षाकर्मियों के खातों में उनका वेतन पहुंच जाता है उसके बाद सुरक्षाकर्मी वेतन का आहरण करने जैसे ही जाते हैं उसके बाद ही सुरक्षा एजेंसी का पेटी कांट्रेक्टर व संचालक अखिलेश पांडे द्वारा सुरक्षाकर्मियों से 40% प्रतिशत राशि वापस ले ली जाती है जिसके कारण सुरक्षाकर्मियों को पूरा भुगतान नहीं मिल पाता है इसलिए कई सुरक्षाकर्मियों ने जांच एजेंसियों से शिकायत की है पर अभी तक अरुणिमा बेलूर सिक्योरिटी एजेंसी पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई