ऑनलाइन फैशन की दुनिया में अनूपपुर के युवा ने मचाई धूम
Ajay Namdev-7610528622
अनूपपुर। होनहार बिरवान के होत चिकने पात वाली कहावत को चरित्रार्थ करता प्रदेश के अंतिम छोर के आदिवासी जिले अनूपपुर का युवा आयुष शुक्ला जिन्होने मार्सप्ल एप्लीकेशन (फाउंडर मार्स प्ले) एवं कम्युनिटी की स्थपना कर आज कंपनी फैशन की दुनिया में बड़ा नाम कमा चुकी है, और व्यापार की दुनिया के कई बड़े नाम उनके साथ काम करने के इच्छुक है। आयुष शुक्ला पिता अशोक शुक्ला की प्राथमिक पढ़ाई अनूपपुर के एक निजी स्कूल बेतल मिशन से पूरी हुई तथा इनका बचपन आम बच्चों की तरह क्रिकेट के बैट के साथ नहीं बल्कि एक की पैड फोन में इंटरनेट चलाते हुए बीता। बचपन से ही इनकी रुचि पैसे को बढ़ाने,छोटे-छोटे व्यापार को कैसे बड़ा बनाएं इसमें रहती थी। जब बाकी बच्चे गणित और विज्ञान जैसे विषयो को पढ़ रहे थे तब इनकी रुचि इंटरनेट में बहुत ज्यादा बढ़ गई थी,और इनका ज्यादातर वक्त इंटरनेट में नया खोजने समझने में लगा रहा। आयुष पढ़ाई के दौरान घर में आर्थिक तंगी को देखते-देखते बड़े हुए तो पैसे की अहमियत समझ आ गई थी। हायर सेकेंडरी के दौरान छोटे रूप में ऑनलाइन पैसा कमाना शुरू कर दिया था और स्नातक तक उस छोटे काम को बड़ा बना चुके थे।
आयुष शुक्ला ने इस कंपनी की शुरुआत अपने 7 वर्षों से साथ रहे दोस्त मिस्बाह अशरफ से की जो बिहार के एक छोटे से शहर बिहारशरीफ से हैं। मिस्बाह अशरफ ने भारत,अमेरिका,सिंगापुर,हांगकां
मार्सप्ले का मानना है कि यह फैशन व्यापार मैं यह एप्लीकेशन एक क्रांति है,इसमें कैटलॉग जैसे नहीं बल्कि पर्सनलाइज्ड और विजुअल फीड आपके ही आस – पास के उपयोगकर्ताओं से खरीदारी अनुभव लेता है और व्यक्तिगत सौंदर्य प्रभावों को पूरी तरह से विश्लेषण करता है। आयुष शुक्ला ने बताया कि मार्सप्ले 2018 मी लॉन्च हुआ और लॉन्च होते ही दुनिया में अपनी पहचान बना ली। इस कंपनी में अमेरिका चीन के अनुभवी बिजनेसमैन ने पैसा निवेश किया है, वेंचर हाईवे में इस कंपनी को एक बड़ा अनुदान देकर इसके उज्जवल भविष्य पर मोहर लगा दी। और कहा कि मार्सप्ले अद्वितीय है जो फीड में दिखाई देने वाली सभी चीजों को एक टैप से खरीदने की क्षमता रखता है। मार्सप्ले ने महिलाओं को घर बैठे लाखों में पैसा बनाने और बेहतर अवसर प्रदान करने में मदद करता है। आज फैशन की दुनिया में एक बहुत बड़ी कंपनी है जिसमें हजारों लोग काम करते है।
आयुष उन युवाओं के लिए एक मिसाल है जो नौकरी ना मिलने के पीछे सरकार को दोष देते हैं बल्कि अपने अंदर की प्रतिभा से कुछ नया नहीं करना चाहते। आयुष शुक्ला (फाउंडर मार्च प्ले) बताते है कि कामयाबी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी चीज है आवश्यकता और उस आवश्यकता को पूरी करने के लिए भूख बड़ी-बड़ी कंपनिया जो अपना सामान ऑनलाइन बेचती है उसमें से 40 परसेंट सामान रिटर्न किया जाता है, क्योंकि वह सामान उसकी फोटो की तरह नहीं होता। मगर हमने इस 40 परसेंट की गैप को बहुत ही कम कर दिया और आज मार्सप्ले की मदद से लोग अपना मनचाहा सामान बहुत ही आसानी से पा रहे है। टेक्नोलॉजी के इतनी तेजी के साथ बदलाव के साथ हमें ऐसे ही युवाओं की नई सोच की जरूरत है जिससे हमारा शहर,प्रदेश और देश नई बुलंदियों को छुए।