कन्या शाला के जर्जर भवन में चला नपा का बुलडोजर, समाजसेवी ने उठाई ऑडिटोरियम निर्माण करने की मांग
कन्या शाला के जर्जर भवन में चला नपा का बुलडोजर, समाजसेवी ने उठाई ऑडिटोरियम निर्माण करने की मांग
कलेक्टर ने दिए थे डिस्मेंटल के आदेश
कोतमा। कोतमा नगर पालिका अंतर्गत आजाद चौक के समीप स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या शाला की 1950 दशक में बनी हुई बिल्डिंग को जर्जर स्थिति के कारण बुधवार को कलेक्टर के आदेश में नगर पालिका द्वारा डिस्मेंटल कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार 1956 सन में शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या शाला के परिसर और शाला के भवन का निर्माण हुआ था तब से लेकर कोतमा की कई पीढ़ियों ने उक्त शाला में अपनी शिक्षा दीक्षा ली है, पिछले 4 वर्ष पूर्व विद्यालय की जर्जर स्थिति होने के कारण नए भवन का निर्माण कर कन्या शाला को नगर पालिका कोतमा के भवन के बगल में हस्तांतरित कर दिया गया जहां विगत चार-पांच साल से कन्या शाला का संचालन हो रहा है जर्जर भवन के पीछे माध्यमिक शाला की भवन बनाकर कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। जर्जर स्थिति में भवन होने के कारण कलेक्टर ने बिल्डिंग के डिस्मेंटल का आदेश जारी किया जिसके बाद नपा द्वारा कलेक्टर के आदेश पर कार्यवाही करते हुए लगभग 70 साल पुरानी बिल्डिंग को डिस्मेंटल किया गया। जिससे जर्जर भवन के पीछे बनी हुई नई बिल्डिंग में छात्रों का आना जाना सुरक्षित हो जाएगा।
हाई स्कूल का होगा उन्नयन
उक्त शाला में डिस्मेंटल के बाद शिक्षा विभाग द्वारा उक्त भूमि और परिसर में हाई स्कूल विद्यालय भवन निर्माण किए जाने और हाई स्कूल का उन्नयन करने का प्रस्ताव रखा है। डिस्मेंटल हुए भवन में कोतमा की लगभग तीन से चार पीढ़ियों की यादें समेटे हुए हैं। वर्तमान स्थिति में परिसर में कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक कन्या शाला का संचालन किया जा रहा है जो कि भविष्य में हाईस्कूल तक बढ़ने की संभावना है लेकिन कोतमा के समाजसेवियों द्वारा उक्त परिसर में विभिन्न प्रकार की सार्वजनिक सुविधा युक्त ऑडिटोरियम और कॉन्प्लेक्स निर्माण की मांग उठी है।
कन्या परिसर में बनाया जाए सर्व सुविधा युक्त ऑडिटोरियम: बद्री ताम्रकार
कोतमा नगर पालिका उपाध्यक्ष के पति समाजसेवी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बद्री लाला ताम्रकार ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कन्या शाला परिसर की रिक्त पड़ी हुई भूमि के साथ डिस्मेंटल हुए जगह पर सार्वजनिक हितों को देखते हुए सर्व सुविधा युक्त ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाना चाहिए। ऑडिटोरियम के निर्माण के लिए कन्या शाला परिसर से ज्यादा उपयुक्त भूमि पूरे नगर में कहीं नहीं हो सकती। ऑडिटोरियम की कमी के कारण छात्रों के साथ-साथ नगर के विभिन्न कार्यक्रमों के व्यवस्थित संचालन नहीं हो पाता है। अगर जिला प्रशासन द्वारा कन्या शिक्षा परिसर कि रिक्त जगह में ऑडिटोरियम का निर्माण करने के लिए प्रस्ताव रखता है तो नगर पालिका द्वारा उसका सहयोग भी किया जाएगा और सर्व सुविधा युक्त ऑडिटोरियम से कोतमा नगर पालिका का सार्वजनिक हित होगा।