कलेक्ट्रेट का अधिकारी बन युवक करता था ठगी


सिंगरौली। कलेक्टर कार्यालय में गत 13 अगस्त कलेक्ट्रेट का अधिकारी बनकर शेर अली पीडि़तों के साथ जालसाजी करता था, जिले के मुखिया के दफ्तर में चल रहा ठगी के खेल की खबर किसी के कानों कान नहीं हुई। ठग अधिकारी बनकर दुर्घटना की सहायता राशि दिलाने के नाम पर एक लाख 39 हजार की धोखाधड़ी किया था। पीडि़तों पर कोतवाली पुलिस ने जाल साज को पकडऩे साक्ष्य खंगालने लगे और अंत: कोतवाली पुलिस को सफलता मिली और आरोपी को देवगवां से गिरफ्तार किया गया। उक्त घटना का खुलासा पुलिस कप्तान अभिजीत रंजन ने अपने दफ्तर में पत्रकारों से किया है। पुलिस कप्तान अभिजीत रंजन ने घटना का खुलासा करते हुए बताया की आरोपी शेर अली पिता बजीर बख्स उम्र 30 वर्ष निवासी देवगवां थाना जियवान का मूल निवासी है, तीन पीडि़तों को मृतक सहायता राशि दिलाये जाने के नाम पर ठगी करता था। मृतक के परिजनों को कलेक्ट्रेट का अधिकारी बनकर उनकी मृत सहायता की राशि दिलाने का झासा देकर सहायता राशि प्राप्त करने में अग्रिम डीडी बनवाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाता था। उक्त शातिर ठग द्वारा तीन ठगी की मामले एक ही तरीका वारदात को अपनाते हुए घटित किये तीनों पीडि़तों की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने जालसाज आरोपी शेरअली के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धारा 420, 170 व 419 के तहत मामला कायम करते हुए मामले के विवेचना में जुट गये और आरोपी को गिरफ्तार करने की सफलता अर्जित की है। इस कार्यवाही में सीएसपी अलिल सोनकर, कोतवाली निरीक्षक अरूण पाण्डेय, उपनिरीक्षक मुकेश झारिया, राकेश सिंह, प्रधान आरक्षक डी.एन. सिंह, आरक्षक पंकज सिंह, प्रवीण सिंह, संजीत सिंह, सुमंत का सराहनीय योगदान रहा।
डीडी के लिए लगेंगे पैसे
चितरंगी थाना क्षेत्र के करलो निवासी राजबहोरन पिता रामचरित्र पनिका के पुत्र सरोज कुमार की मौत 9 मई 2019 को सागर जिला में सड़क दुर्घटना से हो गई थी और राजबहोरन के पास 15 अगस्तको फोन आया की मैं कलेक्ट्रेट सिंगरौली से बोल रहा हंू,तुम्हारे बेटे की मृत्यु की मुआवजा राशि 550000 रूपये का चेक आया है। पैसा आकर ले जाओ, उसके बदले में 31185 रूपये लेते आना डीडी के लिए लगेगा और बोला की कलेक्ट्रेट कक्ष नंबर 47 में आना तब मैं 20 अगस्त को आया हमसे 31 हजार 400 रूपये लिया। इसके बाद कलेक्ट्रेट के बाहर हमको बिठा कर अंदर चला गया। अंदर जाने के बाद अपना मोबाइल बंद कर दिया।
80 हजार की ठगी
बरगवां में रपट दर्ज कराते हुए सकुंतला देवी पत्नी लाले राम वैस निवासी भलुगढ़ थाना बरगवां ने बताया की मेरे पति की मौत 20 वर्ष पूर्व हो चुकी थी, माह अप्रैल 2019 को फोन आया की मैं कलेक्ट्रेट का अधिकारी बोल रहा हंू, तुम्हारे पति की मौत हो जाने से विधवा सहायता राशि 640000 रूपये शासन से स्वीकृत हुआ। सहायता राशि को प्राप्त करने हेतु 80 हजार रूपये पहले देना पड़ेगा तब सहायता राशि स्वीकृत होगी। ठग के बताये अनुसार पीडि़ता ने कलेक्ट्रेट आई और ठग को 80 हजार रूपये दे दिया। 80 हजार रूपये पाने के बाद ठग भाग गया, तब महिला बरगवां पहुंच रपट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के पास एक मोबाईल और 50 हजार रूपये बरामद किया।
पैसा लेकर मोबाइल किया बंद
गिघेर निवासी शारदा प्रसाद यादव ने रपट दर्ज कराई की मेरी पुत्री पूजा यादव उम्र 8 वर्ष की मृत्यु 14 जून 2019 को बीमारी से हुई थी और 11 अगस्त को मेरे मोबाइल पर फोन आया की मैं कलेक्ट्रेट सिंगरौली से अधिकारी बोल रहा हूं,तुम्हारी बच्ची की मृत्यु का 550000 रूपये का चेक आया है, अगर लेना है तो आकर लेलो और बोला की पैसा तभी मिलेगा अब 31185 रूपये की डीडी बनेगी, डीडी के लिए पैसा लेकर आना। पीडि़त ने असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि अभी तो मेरे पास 28000 रूपये हैं। तब ठग बोला की ठीक है, आ जाओ जब पीडि़त 13 अगस्त को कलेक्ट्रेट पहुंचा तो पीडि़त से ठग ने सभी दस्तावेज मांग कर कलेक्टर से पैसा दिलाने की बात कहते हुए पीडि़त ने नजर से दूर होकर मोबाइल को बंद कर लिया।
