कागजो में दफन भ्रष्टाचारी लैम्पस प्रबंधक की फ़ाइल
लाखों के घोटाले की फाईल पर कार्यवाही की मांग
(शुभम तिवारी-8770354184)
अनूपपुर। जिले के बहुचर्चित लैम्पस राजेन्द्रग्राम जहाँ पर एक दशक से अंगद की तरह पांव जमाए बैठे भ्रष्ट लैम्पस प्रबंधक रामयश शर्मा जो अपने रसूख के दम पर राजनैतिक संरक्षण प्राप्त कर अपने आकाओं के चरण वंदना कर गरीब आदिवासियों के हक पर डाका डाल रहा है, सारे नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए संचालक मंडल की दुहाई देकर कुछ भी कार्यवाही लिखकर सीधे सादे आदिवासी अध्यक्ष का सहारा लेकर सारे नियमो को दर किनार कर मनमानी करने पर उतारू हैं।
अधिकारी की कार्यवाही को लिखा निंदनीय
पूर्व में लैम्पस प्रबंधक लीड संस्था राजेन्द्रग्राम में माह अप्रैल 2015 में आवंटित खाद्यान का समय सीमा पर उठाव न किये जाने की शिकायत के आधार पर भारतीय प्रशानिक सेवा के अधिकारी तात्कालीन एसडीएम राहुल हरिदास के निर्देश पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी से जांच कर प्रतिवेदन मांगा गया, जिस पर जांच उपरांत पाया गया कि रामयश शर्मा द्वारा राजेन्द्रग्राम लीड संस्था की 20 दुकानों में माह अप्रैल 2015 के आवंटन के विरुद्ध चावल का प्रदाय नही किया गया, तर्कहीन जवाब देकर खाद्यान हेराफेरी कर 163 क्विंटल चावल के भंडारण की कोई जानकर उपलब्ध नही कराई गई, जिस पर अनुविभागीय अधिकारी द्वारा उपायुक्त सहकारी पंजीयक एवं महा प्रबंधक केन्द्रीय सहकारी बैंक को पत्र जारी कर लीड संस्था द्वारा मनमाने पूर्ण ढंग से खाद्यान का भंडारण कर अपयोजन किया गया।
कार्यवाही की जगह, दबा दी फाईल
खाद्यान की कालाबाजारी का कृत्य अपयोजन की श्रेणी में आता है, अत: इन्हें संस्था से हटाये जाने की कार्यवाही के लिए पत्र भेजा गया। जिस पर उप पंजीयक द्वारा संचालक मंडल को अनुविभागीय अधिकारी के पत्र का हवाला देते हुये निर्देशित किया गया, लीड प्रभारी को तत्कालीन सेवा नियमो के तहत कार्यवाही कर कार्यालय को पत्र भेज कर अवगत कराने को कहा गया। जिस द्वारा संचालक मंडल के अध्यक्ष द्वारा लीड प्रबंधन को हटाने की बजाय उन्ही के इशारों में उल्टा उपायुक्त सहकारिता को पत्र भेजकर जांच अधिकारी कनिष्ठ अधिकारी पर आरोप लगाते हुए झूठी शिकायत सोची समझी नीति बताते हुए भारतीय प्रशानिक सेवा अधिकारी की कार्यवाही की अनुशंसा को निंदनीय करार देते हुए माननीय न्यायालय में मामला विचाराधीन है, यह बताकर लीड प्रबंधक को निर्दोश करार देकर अभय दान दे दिया गया।
विधान सभा पर गूंजा खाद्यान घोटाला मामला
उक्त खाद्यान घोटाला मामले की जानकारी क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल सिंह के द्वारा 07 दिसंबर 2015 को तारांकित प्रश्न क्रमांक 310 में खाद्य मंत्री से जानकारी चाही गई थी, जिसमें खाद्यान कालाबाजारी पर अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा उपायुक्त द्वारा रामयश शर्मा को संस्था से हटा दिया गया या नही के संदर्भ में पूछा गया था, उक्त परिपेक्ष्य में लिखित में जवाब दिया गया कि कालाबाजारी मामले पर लीड प्रबंधक के विरुद्ध विधि संगत कार्यवाही की जा रही है, पर आज दिनांक तक लीड प्रबंधक के विरुद्ध कोई भी कार्यवाही नही की गई।
3 वर्षाे में भी फाइल आगे नही बढ़ी
न्यायालय कलेक्टर में प्रकरण क्रमांक 53/2016 में रामयश शर्मा लीड प्रबंधक राजेन्द्रग्राम को हटाये जाने व उनके द्वारा किये गये व्याापक भ्रष्टाचार की शिकायत पर माननीय न्यायालय कलेक्टर अनूपपुर में प्रकरण चलाया गया, जिसमें 10 मई 2016 को अनावेदक की अनुपस्थिति में एक पक्षीय कार्यवाही कर दी गई, 24 अप्रैल 2016 को आगे की कार्यवाही बढ़ाते हुये लिखा गया कि समय के अभाव के कारण आदेश नही लिखा जा सका और उसी फाइल में तीन महीने बीत जाने के बाद एकदम से भूचाल आ गया और 29 अगस्त 2016 को एकपक्षीय फैसले के बाद पुन: फाइल खुलकर उभयपक्ष के तर्क सुनने के लिए उसी कार्यालय सूचना पत्र जारी हो जाता है और तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी फाइल जस के तस उसी स्तिथि में धूल खाती पड़ी हुई है। उक्त फ़ाइल पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नही हो सकी और ना ही कोई तारीख दी गई। इस तरह जांच उपरांत आरोप सिद्ध होने के बाद भी लीड प्रबंधक राजेन्द्रग्राम के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही न होने से क्षेत्रवासियों में रामयश शर्मा के खिलाफ काफी आक्रोश व्याप्त है।