किस तरह बिक रही शहडोल में शराब @ देखिए live रिपोर्ट

(अनिल तिवारी)
शहडोल। प्रदेश के 21 जिलों में शराब कारोबारी और सरकार के बीच शराब ठेके को लेकर चल रहे विवाद का आज संभवत अंतिम दिन है, तीन दिवस पहले ही कलेक्टर ने शहडोल की 29 दुकानों का एकल समूह के रूप में ठेका लेने वाले मेसर्स राघव एसोसिएट्स रीवा को पत्र लिखकर आज दोपहर 11:00 बजे तक का समय दिया था, कलेक्टर ने दिए गए पत्र में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया था कि यदि 11:00 बजे तक अनुबंध में दर्शाई गई शर्तों के अनुसार प्रतिभूति राशि और आने वाले समूह के पोस्टेड चेक नहीं जमा किए जाते, तो दुकान बंद कर सरकार दूसरे विकल्पों पर विचार करेगी।
संभवत शहडोल का ठेका लेने वाले राघव सरकार ने दुकान छोड़ने का मन बना लिया था,इसी कारण 2 दिन पहले जो मेला बुढार स्थित शराब दुकान पर दिख रहा था, आज वही स्थिति शहडोल में दिख रही है,शर्म और अचरज तो इस बात का है कि इस पूरे खेल को आबकारी विभाग खुली आंखों से देख रहा है और ठेकेदार की पर कृपा बरसाने में लगा हुआ है।
राजेंद्र टॉकीज के साथ ही फाटक के पास स्थित दुकानों से थोक में शराब बेची जा रही है, अभी से थोड़ी देर पहले हमारे प्रतिनिधि ने थोक में बेची जा रही शराब के वीडियो बनाए हैं, खबर तो यह भी है कि कोतवाली पुलिस ने अनिल किराना के यहां से अभी कुछ देर पहले छापा मारकर शराब ठेकेदार के द्वारा अवैध रूप से बेची गई शराब को जब्त भी किया है, शराब दुकान बंद होने से पहले संभवत शराब ठेकेदार दुकान में रखी पूरी शराब को न्यूनतम पर बेचने के जुगाड़ में था, आबकारी विभाग द्वारा ठेकेदार से किए गए अनुबंध पर यकीन करें तो किसी भी शराब दुकान से ग्राहक को 4 बोतलों से अधिक शराब नहीं बेची जा सकती, लेकिन शहडोल में अभी जो खेल खेला जा रहा है वह आबकारी विभाग के साथ जिला प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा करता है। दुकान से ही अवैध रूप से बड़ी मात्रा मैं शराब बेचे जाने की सूचना देने के लिए दर्जनों बुद्धिजीवियों ने आबकारी अधिकारी एके राजोरिया को दर्जनों फोन लगाएं लेकिन उन्होंने कोई भी कॉल रिसीव नहीं किया जिसके बाद कोतवाली पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो उसने अजय किराना के मालिक अजय गुप्ता से 2 पेटी शराब जप्त की है और उसे कोतवाली ले जाया गया है जहां पुलिस इस संबंध में कार्यवाही कर रही है।