कोराना नेगेटिव होकर मेडिकल कॉलेज से विदा हुए तीनों ग्रामीण @ क्रेडिट लेने पहुंचे जनप्रतिनिधि

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(अनिल तिवारी)

शहडोल। जिले के ब्यौहारी व गोहपारू विकासखंड अंतर्गत रहने वाले 3 प्रवासी मजदूरों को बीते सप्ताह कोरोना  पॉजिटिव पाए जाने के बाद मेडिकल कॉलेज मेंं इन्हें इलाज हेतु भर्ती किया गया था, मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों द्वारा प्रवासी मजदूरों की लगातार सेवा करने के बाद उनके सैंपल दोबारा और तीसरी बार कोरोना जांच के लिए भेजे गए थे, प्रथम बार को छोड़कर बाद में भेजे गए सभी सैंपल कोरोना नेगेटिव पाए गए, यही नहीं लगातार उपचार करने के बाद कोरोना वायरस संक्रमित तीनों मरीज अब पूरी तरह सेे  स्वस्थ हो चुकेे हैं और उन्हें किसी भी तरह का संक्रमण या कोई भी बीमारी ना होने के कारण आज सोमवार को मेडिकल कॉलेज से तीनों कोरोना मरीजों को छुट्टी दे दी गई ।

इस दौरान मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ मिलिंद शिकालकर, नोडल अधिकारी डॉ नागेन्द्र सिंह, डॉ एस के शुक्ला, चिकित्सको की टीम में डॉ रूपेश गुप्ता, डॉ जीतेन्द्र शर्मा, डॉ विमल प्रजापति, डॉ अखिलेश पराते, डॉ आशीष तिवारी के साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ओ पी चौधरी,  सिविल सर्जन डॉ विक्रम बारिया ने उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

चिकित्सक और उनके साथ सहयोग कर रहे स्टाफ ने अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना काल में एक बार फिर चिकित्सकों को दी गई धरती के भगवान की संज्ञा को साबित कर दिखाया। यह वह काल था जब पूरा शहडोल ही नहीं बल्कि प्रदेश देश और विश्व लाक डाउन की मार झेल रहा है घर से निकलने के दौरान लोगों पर प्रशासन उन्हें बचाने के लिए कार्यवाही का भय दिखा रहा है, सिर्फ चिकित्सक और पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ही इस संक्रमण के सामने बचाव की दीवार बनकर खड़े रहे।सोमवार को जब तीनों मरीजों को पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद मेडिकल कॉलेज से विदाई दी गई यह माहौल अपने आप में गरिमा  पूर्ण था।

लेकिन इस दौरान पूरे कोरोना काल के दौरा समय क्षेत्र से नदारद रहे, जयसिंह नगर के भाजपा विधायक जय सिंह मरावी और नगर पालिका शहडोल की अध्यक्षा मेडिकल कॉलेज पहुंची, उन्होंने  दूर से ही पुष्प वर्षा कर तीनों मरीजों को के स्वस्थ रहने की शुभकामनाएं दी,अचरज इस बात का है कि हमारे जनप्रतिनिधि जब सेवा का मौका आता है तो नदारद दिखते हैं, लेकिन वह कोई भी ऐसा मौका नहीं छोड़ते जहां उन्हें फोटो खिंचवाने व आगे आने का मौका मिलता हो, तीनों ही मरीजों के उपचार में दूर-दूर तक जय सिंह मरावी का और नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला कटारे का ना तो कोई हाथ था और ना ही कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से सहयोग ही दिया गया था, लेकिन जब ठीक हो गए ऐसी स्थिति में उनका यहां पहुंचना चिकित्सकों के आगे खड़े होकर पूरे मामले का क्रेडिट लेना चिंता का विषय है।

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