कोरोना पॉजिटिव मरीज की लाश के अग्निसंस्कार के लिए पर्याप्त लकड़ियाँ भी नही दे पाई शिवराज सरकार @ शिकायत के बाद अधजली लाश को दोबारा जलाया
(बजरंग बहादुर सोनी @ 9981137273 )
उमरिया। मुम्बई से जिले के मानपुर ब्लाक में बीते दिनों आई 65 वर्षीय महिला की मौत बीते दिनों हो गई, महिला के शरीर मे कोरोना वायरस के लक्षण मिलने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने उसके सेम्पल लिए थे, जिन्हें जांच के लिए जबलपुर भेजा गया था, महिला की कोरोनावायरस वाली जांच की रिपोर्ट आने से पहले ही उसकी मौत हो गई,महिला की मौत की खबर सुनने के बाद प्रशासन हरकत में आया, प्रशासन ने उक्त महिला को स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए क्वारन्टीन सेंटर या फिर अस्पताल में न रखकर मानपुर के मुख्य बाजार में स्थित सेंट्रल ग्रामीण बैंक के दूसरे माले पर कथित महिला के रिश्ते के दामाद व मानपुर जनपद में पदस्थ लिपिक श्री तिवारी के यहां स्थित सूने मकान पर उसे रख दिया था, महिला की मौत की खबर जो प्रशासन को लगी तो प्रशासन हरकत में आया।
आनन-फानन में आधी रात को प्रशासनिक अमला यहां पहुंचा महिला के शव को प्लास्टिक बैग में भरने के बाद एंबुलेंस में उसे ले जाया गया, मानपुर से दूर ग्राम में स्थित शांति धाम में महिला का अंतिम संस्कार लगभग सुबह 2:00 से 4:00 के बीच किए जाने की खबर है, हालांकि इस संदर्भ में तहसीलदार मानपुर ने बताया कि सुबह 4:00 बजे उसका अंतिम संस्कार किया गया था, इस मामले में प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसमें महिला की मौत के बाद उसकी लाश को आनन-फानन में जलाने के लिए प्रशासन ने पर्याप्त मात्रा में लकड़ियों तक का इंतजाम नहीं किया, प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने सामने महिला के अंतिम संस्कार की व्यवस्था तो की लेकिन कम लकड़ियां होने के कारण, प्रशासन के अधिकारी जब उसे अग्नि के हवाले करके चले गए और सुबह जब इस मामले की खबर ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीण इस बात को लेकर स्तब्ध रह गए कि आधीरात उनके गांव में स्थित शांति धाम में किसने अंतिम संस्कार कर दिया।
क्योंकि हिंदी धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार सूर्योदय से पहले व सूर्यास्त के बाद नहीं करना चाहिए, इस बात को लेकर गांव में चर्चा होने लगी, जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो उन्होंने धुए में अधजलि लाश को देखा,कई ग्रामीणों ने इसका वीडियो भी बनाया, जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, यह खबर जब प्रशासन तक पहुंची तो स्थानीय तहसीलदार और अन्य प्रशासनिक अधिकारी दोबारा लकड़ियों का इंतजाम कर वहां पहुंचे और उन्होंने दूसरी बार महिला को लकड़ी देकर अग्नि संस्कार करवाया।
गांव में यह भी चर्चा रही कि सुबह तब राख लगभग ठंडी हो चुकी थी, और जब तक दोबारा प्रशासन के अधिकारी आकर लाश को आग के हवाले करने की मुहिम में जुटे इसी बीच गांव के आवारा कुत्ते श्मशान में पहुंच गए थे और लाश को चाट या खा रहे थे, हालांकि स्थानीय तहसीलदार ने मामले में लाश को दोबारा जलाने की बातों की पुष्टि तो की है, लेकिन उन्होंने कुत्तों के द्वारा लाश को चाटने या खाने की बात का खंडन किया है। बहरहाल सच्चाई जो भी हो लेकिन बात तो प्रशासन के अधिकारी भी मान रहे हैं कि जल्दबाजी में उन्होंने लकड़ियों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की थी यही कारण था कि लाश को दोबारा जलाना पड़ा।
( यह है कोरोना से ग्रसित महिला की दास्तां)
उमरिया जिले में पूर्व से 2 कोरोना पॉजिटिव मरीज थे,लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाही का परिणाम आम जनता को भुगतना पड़ रहा है, मामला है आज 3 और पॉजिटिव मिल गए, अब तो जिले के खाते में 5 पॉजिटिव सहित एक मौत भी शामिल हो गई, शुक्रवार शनिवार की दरम्यानी रात ग्राम कुसमहा निवासी 65 वर्षीया शकुंतला अवस्थी की मौत से जहां लोगों में दहशत का माहौल रहा, वहीं मानपुर निवासी पशोपेश में है कि आखिर चोरी-चुपके प्रशासन रात में अंतिम संस्कार किसका करवा रहा है। सुबह होते ही लोगों को पता चला कि बैगा आदिवासियों के घर के नजदीक बने मुक्ति धाम ग्राम सिगड़ी में मुम्बई से आई वृद्धा शकुंतला अवस्थी का अंतिम संस्कार पेट्रोल डाल कर पुत्र संतोष अवस्थी की मौजूदगी में प्रशासन द्वारा कर दिया गया। वहीं सूत्रों के अनुसार अभी तक शव पूरा नही जला था, लोग डर के कारण उस रास्ते से निकलना बंद कर दिए हैं।
गौरतलब है कि मुम्बई से लाये गए इस परिवार के जिम्मेदार जनपद में पदस्थ बाबू राम प्रकाश तिवारी ने तीन लोगों की ऑनलाइन अनुमति लेकर निजी वाहन से मुम्बई से लाने वाले तीन लोगों को जब राम प्रकाश तिवारी ने मानपुर बुलवाने के बाद उन्हें उनके गृह ग्राम कुसमहा भेजा , लेकिन वहां के लोग डर के मारे गांव में नही घुसने दिए, तब राम प्रकाश तिवारी मानपुर में बीच बस्ती में बने अपने मकान में ग्रामीण बैंक के ऊपरी तल में सभी लोगों को रोक दिए, वहीं तीसरे दिन अचानक वृद्धा की तबियत खराब हुई और रात में मौत हो गई, तब आनन फानन में प्रशासन द्वारा सैम्पलिंग करवाया गया और रात में 3 बजे अंतिम संस्कार भी करवा दिया गया। जिसकी रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई है, वहीं मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लैब टेक्नीशियन से सी एम एच ओ द्वारा बिना किसी पर्याप्त सुरक्षा के सैम्पलिंग कराए जाने से उनकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है, साथ ही पाली जनपद के ग्राम मालचुआ निवासी एक युवक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह अब जिले में कुल संख्या 5 पॉजिटिव हो गई है और 1 मौत भी जिले के खाते में चली गई।
वहीं मृतक महिला के साथ उनकी 10 वर्षीया पोती भी मुम्बई से उसके साथ आई थी,जिसकी भी तबियत खराब है लेकिन उस बच्ची का सैम्पल नही लिया गया। हॉट स्पॉट से आने वाले मरीज को बीच बस्ती में क्यों रखा गया…??? इस मामले में जिला प्रशासन भी उतना ही दोषी है, अब मृतक महिला कितने लोगों से मिली थीं,यह पता लगाना कठिन काम है। इतना ही नहीं जो लोग जिले में हॉट स्पॉट से आये हैं या आ रहे हैं उनकी जानकारी जिला प्रशासन को एकत्रित कर सभी के सैम्पल लेने चाहिए, ताकि जिले को बचाया जा सके।
उन्होंने कहा….
कुत्तों के द्वारा शवों को चाटने की बात गलत है,क्योंकि महिला में कोरोना के लक्षण पाए गए थे,कोरोना पाजेटीव होने की रिपोर्ट उसकी मौत के बाद आई थी, इसके बाद भी हमने उनके लक्षण देखते हुए एहतियात बरतने के साथ उसे उसके शव का अंतिम संस्कार कराया,लकड़ियां कम हो गई थी इसकी सूचना जब हमें मिली तो बाद में हमने दोबारा लकड़िया भेजकर उन्हें अंतिम संस्कार करवाया।
विनय मूर्ति शर्मा
तहसीलदार, मानपुर
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इस मामले की पूरी जानकारी नहीं है लेकिन कई स्थानों पर ऐसी शिकायतें आ रही थी जिस कारण मैंने शहडोल उमरिया अनूपपुर तीनों जिलों के कलेक्टरों को आदेश दिए हैं कि कोरोनावायरस मामलों में अंतिम संस्कार के समय स्थानीय अधिकारी पूरे समय मौके पर रहे इस मामले में कलेक्टर उमरिया द्वारा तहसीलदार को कुछ नोटिस दिए हैं ऐसी जानकारी है।
नरेश पाल
कमिश्नर, शहडोल संभाग