कोविड 19 में जिला शिक्षा केंद्र की उत्कृष्ट सेवा अनवरत जारी
शिरीष नंदन श्रीवास्तव 9407070665
जिला प्रशासन के साथ डीपीसी की टीम लड़ रही कोरोना की लड़ाई
शहडोल । जिला शिक्षा केंद्र शहडोल द्वारा कोविड 19 में कलेक्टर सत्येन्द्र सिंह जी के मार्गदर्शन तथा निर्देशानुसार डा० मदन त्रिपाठी के कुशल नेतृत्व में जिले के समस्त बी०आर०सी०सी०, बी०ए०सी०, सी०ए०सी० एवं शिक्षक, बी०ई०ओ०, अधीक्षक अधीक्षिका निरंतर जिला प्रशासन के साथ कंधा में कंधा मिलाकर संक्रमण से डरे बगैर अपनी अपनी उत्कृष्ट सेवा प्रारम्भ दिवस से दे रहे है |
ये बने कोरोना के योद्धा
स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास, ग्रामीण विकास विभाग, जिला प्रशासन के साथ मिलकर जिले में स्क्रीनिंग, बाहर से आये लगभग 30 हजार मजदूरों की रुकने एवं भोजन में सहयोग प्रदान करना | जिले में समस्त प्राथमिक/माध्यमिक विद्यालय/हाई स्कूल / हा०से०/ छात्रावास आदि में मजदूरों को बिना संक्रमण के डरे रूकवाना/ भोजन कराना तथा स्क्रीनिंग कराना आदि कार्यों में सहयोग प्रदान किया जा रहा है | सहायक आयुक्त / जिला शिक्षा अधिकारी/ डी०पी०सी० द्वारा सौपे गए विभिन्न कार्यों को अन्य टीम के साथ मिल कर अपना 24 घण्टें का समय उत्कृष्ट सेवा में दे रहे हैं |
इस लॉक डाउन के समय सदैव की भांति जिला शिक्षा केंद्र के डी०पी०सी० के एक अपील पर जिले के शिक्षकों / सीएसी / बीएसी / बीआरसीसी के द्वारा 1410 पैकेट अनाज (जिसमे 70.5 कि० चावल, 1410 kg दाल एवं 1410 पै० नमक ) दान कर अपने जिले में मानवता की सेवा जो सदैव यह टीम करती है, का परिचय दिया | इस अनाज को समस्त SDM/ विधायक गण/ जन प्रतिनिधियों / अधिकारी कर्मचारियों आदि द्वारा आवश्यकतानुसार बेघर/ बेसहारा / महाविद्यालय / कोचिंग के छात्र आदि को वितरित किया गया | जिसका पूर्ण अभिलेख भी हस्ताक्षर युक्त जिला कार्यालय में संधारित है | यह अनाज स्वप्रेरणा से दान में दिया गया था | जो मानवता की उच्चतम सेवा है तथा 1,41,000/- रु० एक दिन का वेतन देकर मानवता की सेवा का संकल्प दिखाया |
गृह आधारित शिक्षा की प्रारंभ
लॉक डाउन के समय प्रशासन के सहयोग हेतु छात्र बाहर न निकले तथा अपने समय का सदुपयोग करें इस हेतु “डिजीलिप” डिजिटल शिक्षा गृह आधारित शासन द्वारा प्रारम्भ की गयी जिसका जिले में सर्वप्रथम विधिवत संचालन किया गया जिससे प्रथम ग्रेडिंग में शहडोल को प्रथम स्थान मिला |
सेंट्रल किचन बनाकर भोजन की सुविधा
जिले में सर्वप्रथम कलेक्टर के निर्देशानुसार विभिन्न NGO / व्यापारी संघ / समाज सेवी / दान दाताओं को बैठक दिनांक 21 मार्च को बुलाकर प्रशासन के सहयोग हेतु “सेन्ट्रल किचेन” / पका भोजन केंद्र / राशन वितरण हेतु आह्वाहन किया गया परिणाम था कि अभी तक कई सौ० पैकेट राशन तथा प्रत्येक दिवस पका भोजन का वितरण किया जा रहा है | जिसका गवाह पूरा जिला है | अभी भी सभी NGO / व्यापारी संघ / समाज सेवी / दान दाताओं के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्ट सेवा दे रहे हैं |
डीपीसी की पहल से मिली सफलता
डा० मदन त्रिपाठी जिले के ही निवासी है तथा हर समाज सेवी कार्य में अपना योगदान देते रहते है |परिवार सहित सदैव समाज सेवा तथा प्रशासन को मदत में अनवरत कई वर्षों से अपना सहयोग प्रदान कर रहें है | जो विगत वर्ष एक प्रशासनिक अधिकारी के साथ अन्याय को लड़ाई में साथ खड़े हुए तथा न्याय में बयान भी दिया था | जिससे अपराधी को 5 वर्ष की सजा भी हुई थी | इसी कारण समय-समय पर जैसे नये कलेक्टर या कमिश्नर जिले में आये है | डा० मदन त्रिपाठी (DPC) से सेवा के संदर्भ में पूछने पर उमेरे पिता जी ने यह शिक्षा दी थी कि तुम सदैव पूर्ण निष्ठा से अपने वरिष्ठ अधिकारियों का साथ देना तथा सहयोग करना | गरीबों की सेवा, सभी कर्मचारियों से सद्भावना रखना, अपने वरिष्ठ एवं धनिष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों पर सदैव अपनी क्षमतानुसार पूर्ण निष्ठा से अपना सहयोग प्रदान करना | जो हमारे जीवन का मूल मंत्र बना | उसी का परिणाम है कि मै और मेरे भाई पूर्ण निष्ठा से सेवा करते है |उल्लेखनीय है कि डा० मदन त्रिपाठी को उनकी समाज सेवा और बेहतरीन कार्य के लिए मुख्यमंत्री से साथ हर वर्ष जिले में उत्कृष्ट सेवा हेतु राज्य स्तर एवं जिला स्तर से प्रशस्ति पत्र आदि से सम्मानित किया जा चुका है |