क्या नये शिक्षण सत्र् में दे पायेगा शिक्षा के आयाम

आज तक चालू नहीं हो सका वाणिज्य संकाय

(रामनारायण पाण्डेय-8319218662)
शहडोल। नये शिक्षण सत्र् में नई उम्मीदों के साथ विद्यालय का संचालन शुरू होता है, विद्यालय में अच्छे स्तर की शिक्षा का अध्ययन हो सकेगा, इस उम्मीद से इस आवासीय विद्यालय में रखा गया है, लेकिन आदिवासियों का स्तर आज भी वहीं है, गौरतलब है पिछले शिक्षण सत्र् का अध्ययन किया जाये तो परीक्षा परिणाम भी कोई खास नहीं रहा, अब यह विद्यालय नये सत्र् में फिर शुरू हुआ है, लेकिन अव्यवस्थाओं का जो भण्डार इस विद्यालय में हैं, उससे बच्चों के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
नहीं है शिक्षक
पिछले शिक्षण सत्र् में वाणिज्य संकाय की शुरूआत की गई थी, लेकिन यह संकाय आज तक शुरू नहीं हो सका, क्योंकि इस संकाय के लिए शिक्षकों की व्यवस्था भी आज तक नहीं हो सकी है, मजे की बात तो यह है कि इस विद्यालय में जब पूर्व में प्राचार्य को निलंबित किया गया तो प्रभारी प्राचार्य की व्यवस्था की गई। इतने महत्वपूर्ण विद्यालय में फिर एक प्रभारी प्राचार्य की व्यवस्था की गई, यह प्रभारी प्राचार्य भी व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने में असफल रहे, एक अदद स्थाई प्राचार्य भी नहीं मिल सका, जो इस आदर्श आवासीय विद्यालय को संवार सके।
नहीं मिला नंबर
शासकीय आदर्श आवासीय विद्यालय को डीडी नंबर तक नसीब नहीं हुआ है, आखिरकार ऐसा क्यों हुआ, इस नंबर के कारण विद्यालय को जिन परेशानियों का सामना इस कोड के कारण करना पड़ रहा है, यह तो विद्यालय का व्यवस्था तंत्र ही बता सकता है, पर जिले ने इस मामले में कोई काम भी नहीं किया है, जिसके चलते यह महत्वपूर्ण समस्या से निपट सके, इस संबंध में जब उपायुक्त से बात की गई तो उनका कहना था कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी ही नहीं है।
इतने हैं बच्चे
इस आदर्श आवासीय विद्यालय में कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12 तक के बच्चों के लिए शिक्षा अध्ययन की व्यवस्था की गई है, लेकिन न तो इन्हें शिक्षक उपलब्ध हो पा रहे हैं, न तो इनके शिक्षा के स्तर में सुधार हो पा रहा है, ऐसे में इस विद्यालय को संवार पाना कहां तक संभव हो पायेगा, कक्षा 6 से 12 तक स्कूल है, 1 कक्षा 35 बच्चे हैं एवं कुल 245 की संख्या है।