खबर पर मोहर- संस्थापक ने की छात्र के नाम में छेडखानी, जांच हेतु शिक्षा अधिकारी ने की जांच अधिकारी नियुक्त
Ajay Namdev-7610528622
अनूपपुर। जिले में निजी विद्यालय के संचालक के द्वारा छात्र के नाम में छेडखानी की गई। आरसी इंग्लिश मीडियम स्कूल के संस्थापक आर के श्रीवास्तव के द्वारा छात्र के नाम के साथ छेडखानी की गई और बाद में उसके महत्वपूर्ण दस्तावेज आधार कार्ड को चोरी से मंगाकर उसमें भी बदलाव करा दिया गया। जिसकी शिकायत छात्र की माता बेवा जानकारी बाई के द्वारा 11 जनवरी 2019 को कलेक्टर अनूपपुर व जिला शिक्षा अधिकारी के नाम शिकायत करते हुये अपने पुत्र के भविष्य के साथ निजी स्कूल के प्रधानाध्यापक व संचालक के द्वारा खिलवाड करने की शिकायत की गई थी, जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी अनूपपुर के द्वारा कार्यवाही करते हुये शासकीय मॉडल उमा विद्यालय के प्राचार्य को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
प्राचार्य ने बदला नाम
प्रार्थी ने अपने शिकायत पत्र में बताया कि मेरा पुत्र विगत तीन वर्ष से अध्ययनरत है। प्रवेश के समय अमन के नाम से प्रवेश आवेदन पत्र भर के प्रवेश दिलाया गया है कि संचालक की लापरवाही के कारण उसका नाम अमय हो गया और दो वर्ष पूर्व प्रदाय अंक सूची में अमन के स्थान की जगह अमय अंकित कर अंक सूची स्कूल से प्रदान की गई। जिसकी शिकायत मेरे द्वारा पूर्व में भी जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष लिखित आवेदन देकर किया गया है। मेरे पुत्र के सभी दस्तावेजों में अमन नाम अंकित है लेकिन विद्यालय संचालक द्वारा मेरे पुत्र के भविष्य के साथ खिलवाड किया जा रहा है। नहीं किसी विसंगति के संबंध में कोई पत्र आज दिनांक दिया गया है।
संचालक ने कर दी छेडखानी
प्राप्त जानकारी अनुसार 10 जनवरी को मुझे अमन के दस्तावेज सत्यापन करवाना है कह के उस के सभी अभिलेख मंगवाये गये तथा बिना मेेरे सहमती के पुत्र का नाम भी आधार अपडेट में करवा दिया गया जिस पर मेरे पुत्र का अमन के स्थान पर अमय किया गया है। यह पूर्णत: छल है तथा अपडेट किये गये आधार की पावती संचालक ने रखली अब मेेरे पुत्र का नाम आधार में बदल जाने से मुझे कई तरह की कठनाई सामने आ रही है।
जांच के दिये आदेश
आरसी इंग्लिश मीडियम स्कूल अनूपपुर के संचालक/प्रधानाध्यापक के द्वारा छात्र के नाम छल पूर्वक बदलने पर जिला शिक्षा अधिकारी अनूपपुर ने गंभीरता दिखाते हुये प्राचार्य शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनूपपुर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया और निर्देशित किया गया है कि जांच कर जांच प्रतिवेदन अपने स्पष्ट अभिमत के साथ एक सप्ताह के अंदर इस कार्यालय को उपलब्ध कराया जाये।