गलियोंं, नालियों में मिल रहा बिजली का बिल, अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से उपभोक्ता हो रहे परेशान

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Ajay Namdev- 7610528622

अनूपपुर। विगत दो माह से बिजली बिल ना मिलने पर आम बिजली उपभोक्ता काफी दिक्कतों का सामना कर रहा है। ठेकेदार द्वारा इन दिनों बिजली बिल वितरण एवं हर एक घर में स्मार्ट फोटो रीडिंग करने का ठेका लिया है जबकि ना तो जनवरी माह से हर एक घर की फोटो रीडिंग हो पा रही है और ना ही आम बिजली उपभोक्ताओं के घर में बिजली बिल पहुंच पा रहे हैं। बिजली बिल आए दिन किसी गली, चौक चौराहों पर या फिर कहीं नालों में बंडल  फेंके हुए देखे जा रहे हैं। 

ठेकेदार व विभागीय सांठ-गांठ 

प्राप्त जानकारी के अनुसार ठेकेदार को विभाग के द्वारा 9 रुपये प्रत्येक उपभोक्ता को बिल पहुंचाने व मीटर रीडिंग के लिए टेंडर दिया गया है परंतु बिजली विभाग के उच्चाधिकारी के द्वारा सांठ-गांठ कर ठेकेदार द्वारा रखे लडको को कुल 4 रुपये ही प्रत्येक उपभोक्ता के हिसाब से देना तय कर रखा है जिससे इतने कम पैसों के कारण अभी वर्तमान में अनूपपुर जिले में मात्र 18 लडके ही कार्य कर रहे है वो भी मुश्किल से 2 से 4 दिनों में कार्य छोडकर चले जाते है। 

उपभोक्ता भुगत रहे खामियाजा

बताया गया कि युवा लडको को कम पैसों में रख शोषण ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है एवं ठेकेदार का पूरा काम विभाग के उच्च अधिकारियों के दबाव में विभागीय लाइन मैन, लाइन इंस्पेक्टर से करवाया जा रहा है। जहां विभागीय लाइन स्टाफ पर उच्च अधिकारियों द्वारा दबाव बनाकर ठेकेदार का कार्य बिल वितरण और रीडिंग करने को मजबूर किया जा रहा है। वहीं बिजली बाधित हो जाने पर भी आम नागरिक, किसानों एवं व्यापारियों को घंटो बिजली चालू होने का इंतजार करना पड रहा है जिससे यह प्रतीत होता है कि ठेकेदार और बिजली विभाग के अधिकारियों की सांठ-गांठ कर केवल खानापूर्ति किया जा रहा है जिसका खामियाजा आम बिजली उपभोक्ताओं को भुगतना पड रहा है।

 विलंब शुल्क से लुट रहे उपभोक्ता 

साथ ही बिजली बिल नियत तिथि के बीत जाने के बाद वो भी बिल खोजे जाने के बाद मिलने पर लेट फीस विलंब अधिभार शुक्ल के साथ जमा करने पर विवश हो रहे है। साथ ही ठेकेदार और बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों की मिलीभगत कर बिजली उपभोक्ताओं के जेब से हर माह लाखों रूपये विलंब शुक्ल के नाम पर लुटे जा रहे है। 

मीटर वाचक के हडताल से विभाग को नुकसान 

विभागीय मीटर वाचकों के मांगो को लेकर हडताल पर चले जाने से वर्तमान में बिजली बिल व रीडिंग की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। साथ ही बिजली बिल समय पर न दिए जाने से राजस्व वसूली पूरी तरह प्रभावित हो गई है। विगत तीन माह से अनूपपुर जिले की कुल राजस्व वसूली मात्र 25 से 30 फीसदी ही हो पा रही है जिससे विभाग को भी भारी नुकसान हो रहा है। 

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