चाटूकारिता कर प्रबंधन को ही लगा रहे कर्मचारी चूना

बिजली चोरी से लेकर अवैध निर्माण व पानी की किल्लत बनी समस्या
(अमित दुबे+8818814739)
शहडोल। साउथ ईस्टर्न कोल फिल्ड लिमिटेड के सोहागपुर एरिया के कर्मचारी बीते माह भर से बिना राजा की फौज की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं, श्रमिक कालोनी में रहने वाले श्रमिकों के परिजन पानी की उपलब्धता न होने से परेशान है, कालोनियों में या तो पानी पहुंच नहीं रहा है और यदि पहुंच भी रहा है तो, वह पीने लायक तो दूर दैनिक उपयोग के लिए भी नहीं काम आ सकता। रामावतार, परौहा महराज व नरेन्द्र पाल जैसे कुछ नाम एरिया के महाप्रबंधक राघवेन्द्र सिंह को अपने घेरे में लिये हुए हैं। क्षेत्र में इनके द्वारा महाप्रबंधक के नाम पर अवैध वसूली और कार्यालयीन समय में मनमौजी करने की चर्चाएं अब आम हो चली हैं।
कर्मचारी या टे्रवल्स संचालक
सोहागपुर एरिया में पदस्थ रामावतार कुशवाहा के संदर्भ में हो रही चर्चाओं पर यकीन करें तो, रामावतार कालरी कालोनी व बाजार क्षेत्र में कालरी की बिजली के अवैध कनेक्शन व कालरी की भूमि पर अवैध निर्माण का पर्याय बन चुके हैं, यही नहीं आरोप हैं कि कालरी कर्मचारी होने के बाद भी मुख्यालय सहित उपक्षेत्रों में इनके 5 चार पहिया वाहन ठेके पर लगाये गये हैं। यही नहीं धनपुरी नंबर 2 में इनके द्वारा अवैध काम्पलेक्स भी बनाया गया है। यदि इसकी जांच हो तो, आय से अधिक संपत्ति और ऐसे ही अन्य कई आरोपों की पुष्टि हो सकती है।
परौहा-महेंद्र बने चैराहे की शोभा
फिल्टर प्लांट में कार्यरत परौहा महराज के ऊपर पूर्व में अवैध रूप से पानी के कनेक्शन रूपये लेकर देने के आरोप लगे थे, बीते दिनों आलोक श्रीवास्तव के स्थानांतरण के बाद परौहा महराज फिल्टर प्लांट के अघोषित अधिकारी बन चुके हैं, कहने को तो, महराज दिन भर फिल्टर प्लांट में अपनी सेवाएं देते हैं, लेकिन महेंद्र और परौहा स्टेट बैंक से लेकर एरिया मुख्यालय के पास स्थित चाय और पान की गुमटियों की शोभा बढ़ाते नजर आते हैं। खासकर जब से एरिया में नये महाप्रबंधक का आगमन हुआ है, तब से उक्त कर्मचारियों के साथ अन्य कई कर्मचारी मनमौजी पर उतारू हैं।