जब काम नही किया तो.. कैसे हुआ भुगतान?
रोजगार सहायक पर फर्जी भुगतान का आरोप
(रामनारायण पाण्डेय+91 99938 11045)
शहडोल। जनपद पंचायत जयसिंहनगर क्षेत्र के करकी गांव में रोजगार सहायक की कार्यशैली पर मजदूरों ने प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है। मनरेगा के तहत मजदूरी का काम करने वाले मजदूरों ने ईमानदारी बरतते हुए बताया कि ग्राम पंचायत में एक निर्माण के दौरान जब मजदूरी ही नही किया तो रोजगार सहायक ने किस बात की भुगतान खाते में करवा दिया है। मजदूरों में पारसनाथ और अनीता नामक मजदूर ने बताया कि गांव के गांधी सागर तालाब के गहरीकरण के कार्य में हमने एक भी दिन मजदूरी नही की है, तो फिर उक्त कार्य की मजदूरी हम लोगो के खाते में कैसे आ गया।
मस्टररोल में नाम दर्ज
मजदूरों ने बताया कि पंचायत द्वारा बीते दिनों गांधी सागर तालाब का गहरीकरण करवाया है, जिसमें मनरेगा योजना के तहत मजदूरी भुगतान के लिए हम दोनो का भी नाम मस्टर रोल में दर्ज किया गया है। जबकि हम दोनों में से किसी ने भी न तो एक दिन मजदूरी की है और न ही मस्टर रोल में नाम दर्ज करवाने के लिए रोजगार सहायक से कहा है। गंाधी सागर तालाब के अलावा मीनाक्षी तालाब के कार्य में भी रोजगार सहायक द्वारा फर्जी उपस्थिति भर कर मजदूरी का भुगतान कराया गया है और बाद में उसे बैंक खाते से निकाल कर देने की बात कह रहा है। ऐसे में खुद ही अनुमान लगाया जा सकता है कि आखिर रोजगार सहायक की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठने किस हद तक मुनासिब है।