जिसके बिना शिवराज का काफिला रहता था अधूरा@ उसकी मौत का हिसाब मांग रहे परिजन

अधिकारी की डांट सह न सका प्रधान आरक्षक, मौत के बाद एफआईआर की मांग
(शिरीष नंदन श्रीवास्तव+91 94070 70665)
शहडोल। पुलिस लाईन में पदस्थ आरक्षक यूजिन मिंज जिसके बिना सूबे के चौथी बार मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान का काफिला अधूरा रहता था, शिवराज के हर दौरे की पायलेटिंग की अगुवाई करने वाले पुलिस लाईन में पदस्थ प्रधान आरक्षक यूजिन मिंज की पत्नी और बच्चे उसकी मौत के बाद विभाग में पदस्थ आरआई दिनेश मर्सकोले पर आरोप लगाते हुए उसे घटना का जिम्मेदार बताकर उसके खिलाफ आपराधिक मामला कायम करने की मांग की है। मृतक प्रधान आरक्षक की पत्नी जेम्मा ग्रेस ङ्क्षमज ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सहित कोतवाली शहडोल में लिखित शिकायत देते हुए न्याय मांगा है।
यह है मामला
मृतक के पुत्र आलोक मिंज ने कोतवाली में जो शिकायत दी है, उसमें उसने उल्लेख किया है कि वह यूजिन मिंज का पुत्र है और पुलिस लाईन के क्वांटर नंबर एचएफ 35 में अपने माता-पिता के साथ रहता है, 7 मई की शाम पिता नित्य की भांति ड्यिुटी कर घर पहुंचे थे, रात 9.30 के आस-पास उनके मोबाइल पर आरआई (रक्षित निरीक्षक) का फोन आया और आरआई ने शासकीय वाहन में डीजल डलवाने का वीडियो न बनाने का सबब पूछा, मृतक ने बताया कि उसके पास महंगा वीडियो वाला सेल फोन नहीं है, वह बटन वाला मोबाइल उपयोग करता है, इस वजह से वह वीडियो नहीं बना सका, साथ ही वाहन में मौजूद अन्य कर्मचारी के पास भी स्मार्ट फोन न होने के कारण वीडियोग्राफी नहीं हो सकी। हालाकि डीजल भरवाने की जानकारी पुलिस लाईन में पदस्थ कर्मचारी को मिंज द्वारा दे दी गई थी, लेकिन रक्षित निरीक्षक इस बात पर भड़क उठे और पिता को काफी देर तक फोन पर डांटते रहे, चूंकि एक तरफ की बातें सुनाई दे रही थी। पिताजी इन बातों से काफी विचलित हो गये और थोड़ी ही देर में वे मानसिक रूप से परेशान होकर गिर पड़े। अस्पताल ले जाया गया, सिटी स्केन करवाया गया, ब्रेन हैमरेज की पुष्टि हुई, बावजूद रायपुर स्थित रामाकृष्णा केयर हॉस्पिटल में ले जाकर भर्ती किया गया, इलाज के दौरान 15 मई शुक्रवार को दोपहर ढ़ाई बजे के आस-पास मौत हो गई। पुत्र ने पिता के शव का पोस्ट मार्टम और आरआई दिनेश मर्सकोले के खिलाफ अपराध कायम करने की शिकायत देकर मांग की।
न पीएम, न एफआईआर
मृतक के पुत्र ने दिये गये बयान में बताया कि शिकायत देने के बाद कोतवाली प्रभारी रावेन्द्र द्विवेदी व अन्य पुलिसकर्मी घर आये और उन्होंने पीएम न करने के लिए हमें समझाइश दी, उन्होंने कहा कि इससे कोई खास बिन्दु सामने नहीं आयेंगे, सभी बिन्दू पूर्व में हुई जांच में स्पष्ट है। वहीं आलोक ने यह भी बताया कि आरआई के खिलाफ जांच और कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है, हम अपने पिता की मौत के जिम्मेदार के खिलाफ कार्यवाही चाहते हैं।