टाइगर स्टेट का दर्जा : बांधवगढ़ में बाघ शावक की मौतखुशी के मौके पर टाइगर रिजर्व से आई दु:खद खबरप्रदेश के 6 टाइगर रिजर्व में से बांधवगढ़ में सर्वाधिक बाघअंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर विशेष खबर

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इंट्रो-अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर वर्ष 2018 में की गई बाघों की गणना की रिपोर्ट सोमवार को जारी की गई, जिसमें प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल हुआ, बाघ दिवस पर वन्य जीव प्रेमी जहां खुशी मना रहे थे, वहीं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से दु:खद खबर सामने आई, बाघ के आपसी संघर्ष में टी-62 बाघिन के शावक की मौत ने सभी को उदास कर दिया। (कमलेश यादव)उमरिया (आरएनएन)। देश और दुनिया में बांधवगढ़ अपने अलग ही पहचान रखता है, बाघों सहित अन्य वन्यप्राणियों का विचरण प्रदेश और देश के अन्य टाइगर रिजर्वों से अलग है, सैलानी बांधवगढ़ को अपनी पहली पसंद मानते हैं, हर चार साल में बाघों की गणना की जाती है, इससे पहले 2014 में यह गणना की गई थी। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके में नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार की ओर से बाघों के आकड़े राज्यवार जारी किये, जिसमें मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा हासिल हुआ। गणना में प्रदेश में 526 बाघ पाये गये, दूसरे स्थान पर कर्नाटक जहां 524 और तीसरे स्थान पर उत्तराखण्ड जहां 442 बाघों की संख्या पाई गई। सबसे चौकाने वाले आंकड़े मध्य भारत से छत्तीसगढ़ से सामने आये, पूरे प्रदेश में कुल 19 बाघ की मौजूदगी सर्वे रिपोर्ट में पाई गई। बाघ दिवस के अवसर पर वन्य जीव प्रेमी एक ओर जहां खुशी मना रहे थे, वहीं टाइगर रिजर्व से एक दु:खद खबर भी सामने आई, बाघो के आपसी संघर्ष में बाघ शावक की मौत हो गई। जिससे वन्य जीव प्रेमियों में गम का माहौल भी देखने को मिली, 2018 की गणना से प्रदेश में पाये गये बाघों से एक बाघ की संख्या कम हो गई। आपसी संघर्ष से मौतबताया गया है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कल्लवाह कोर जोन के मानवाह बीट में टी-62 बाघिन के एक वर्षीय शावक का शव मिला, टी-32 बाघ से हुए आपसी संघर्ष में शावक की मौत होना बताया जा रहा है। हालांकि पार्क के अधिकारियों का एक भी कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पायेगा। पार्क के भीतर से बाघ दिवस के मौके पर शावक की मौत की खबर सामने आने के बाद वन्य जीव प्रेमियों में गम का माहौल भी देखने को मिला। बांधवगढ़ में सर्वाधिक बाघसोमवार को बाघों की गणना की रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा दिया गया, प्रदेश में 526 बाघ मिले, विभाग से जुड़े जानकारों के मुताबिक बांधवगढ़ ने प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने में अहम योगदान दिया। टाइगर रिजर्व में 105-110 बाघ, कान्हा टाइगर रिजर्व में 86-95, पेन्च नेशनल पार्क में 66-93 बाघों की संख्या पाई गई। प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व हैं और 25 वन्य जीव अभयरण है, बांधवगढ़ ने प्रथम, कान्हा ने द्वितीय और पेन्च ने तीसरा स्थान हासिल किया। संजय गांधी टाइगर रिजर्व, पन्ना नेशनल पार्क और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के आकड़े अभी सामने नहीं आ पाये हैं। 

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