ड्राई-डे पर शराब माफियाओं की चांदी, शह पर चल रहा अवैध शराब का कारोबार
Ajay Namdev-7610528622
राष्ट्रीय त्योहार जैसे आयोजनों में शुष्क दिवस घोषित कर दिया जाता है, लेकिन अवैध शराब कारोबारियों के लिए यह दिन अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कमाऊ हो जाता है। कार्यक्रम के आयोजन के बाद से शुरू इनकी कालाबाजारी देर रात्रि तक चलती रहती है। नगर से लेकर गांव तक पहले ही पूरी सेटिंग बनाकर अपने अवैध कारोबार को अंजाम दिया जाता है। कभी भी इनके ऊपर आयोजनों के दौरान कार्यवाही नही होती और माफिया ड्राइ-डे का पूरा लाभ ले लेते है।
अनूपपुर/डोला। नवागत कलेक्टर अनूपपुर के द्वारा अवैध रूप से बेची जा रही शराबों पर भी सख्त कार्यवाही करने के लिए अबकारी विभाग व पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं, जिसमें कोयलांचल क्षेत्रों में विशेष रूप से कार्यवाही करने के लिए कहा गया है, लेकिन कलेक्टर के भी आदेश कोरे साबित हो रहे हैं। वहीं अनूपपुर जिले के अंतिम छोर पर बसे राजनगर में इन दिनों शराब माफियाओं ने अपना कारोबार मध्यप्रदेश के बॉर्डर पर संचालित दुकानों से छत्तीसगढ़ बड़ी मात्रा में शराब भेजी जा रही है, रोजाना बड़े वाहनों से अवैध शराब छत्तीसगढ़ की सीमा तक पहुंचा दिया जाता है, जिसकी जानकारी स्थानीय थाना को भी है इसके बावजूद भी कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
माफियाओं की चांदी
छत्तीसगढ़ राज्य के संपूर्ण शराब दुकान शासकीय हो जाने से इस समय छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से घिरे राजनगर के शराब माफियाओं की चांदी हो गई है। शराब ठेकेदार पहले छत्तीसगढ़ में शराब दुकान चलाता था, लेकिन दुकान शासकीय हो जाने के कारण वहां इन्हें टेंडर नहीं मिल सका, जिसके कारण ठेकेदार द्वारा मध्यप्रदेश में टेंडर डाला गया और टेंडर मिलते ही मध्य प्रदेश बॉर्डर से छत्तीसगढ़ बॉर्डर से जुड़ी दुकानों में अवैध शराब का संचालन शुरू किया गया।
अधिकारी ने किया निरीक्षण
बीते दिनों जिला आबकारी अधिकारी का राजनगर क्षेत्र में दौरा हुआ, उस दौरान भी आबकारी अधिकारी ने किस तरह शराब ठेकेदार के द्वारा अवैध रूप से बाइक में भेजी जा रही शराब को देखा, जिस पर अवैध रूप से बाइक पर ले जा रहे शराब का आबकारी विभाग की शासकीय वाहन से पीछा भी किया गया, लेकिन बाइक राजनगर बस स्टैंड से भगत सिंह चौक की ओर मुड़ गई व अबकारी विभाग की वाहन राजनगर बस स्टैंड से सी सेक्टर की ओर मुड़ गई, जिससे वाहन पकड़ में नहीं आ सकी। राजनगर शराब ठेकेदार द्वारा पौराधर, बराई, आमाडाड, रामनगर डोला में चार चक्का वाहन से अवैध शराब का परिवहन कराया जा रहा था, लगातार विरोध होने पर ठेकेदार द्वारा बड़ी वाहनों को बंद कर आजकल सभी क्षेत्र में अनगिनत बाइक द्वारा दिन में चार से पांच बार अवैध शराब लोगों तक भिजवाया जा रहा है, जिससे कि युवा वर्ग के लोग नशे की और जाते देखे जा रहे हैं, इस तरह राजनगर शराब ठेकेदार के कर्मचारियों के द्वारा शहर में जगह जगह अवैध रूप से शराब पहुंचाई जाती है।
इस समय निकलती है शराब की खेप
छत्तीसगढ़ ले जाने के लिए दूसरे तीसरे दिन वाइट कलर की बोलेरो में 3:30 से 4:00 बजे की सुबह राजनगर भगत सिंह चौक पर अवैध रूप से रखी शराब को चार पहिया वाहन में लोड कराया जाता है, जिसके बाद लोग वाहन को बस स्टैंड होते हुए डोला से झिरियाटोला होते हुए आमाडॉड, बरतराई होते हुए छत्तीसगढ़ की सीमा मरवाही में बड़ी मात्रा में मध्य प्रदेश की शराब छत्तीसगढ़ में पहुंचाई जाती है और इन वाहनों की स्पीड भी बहुत ज्यादा होती है।
वाहनों में पहुंचाई जा रही शराब
शराब माफियाओं द्वारा शराब या तो स्वयं पहुंचाते हैं या बोलेरो में भरकर या फिर राजनगर स्टेडियम के पास बने स्थाई अड्डे में भेजवाया जाता है जो खोंगापानी लेदरी मनेंद्रगढ़ शहर में पैकारी के रूप में या फिर होटलों में बेची जाती हैं, वही मरवाही, दानी, कुंडी क्षेत्रों में शराब ठेकेदार द्वारा अपने निजी वाहन या छत्तीसगढ़ के लग्जरी वाहनों के माध्यम से अवैध शराब का संचालन कराया जाता है। जिससे छत्तीसगढ़ शासन को प्रति माह करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ता है वहीं स्थानीय शराब माफिया द्वारा शराब की तस्करी कर करोड़ों का वारा न्यारा किया जा रहा है। जिसको देखते हुए वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त शराब दुकान में शासकीय कर्मचारियों द्वारा शराब बेची जा रही है जबकि छत्तीसगढ शराब दुकान में दोपहर 1: 00 बजे से रात 9: 00 बजे तक खुलती हैं, उसी के साथ छत्तीसगढ़ में शराब की वैरायटी में भी कमी है साथ ही एक व्यक्ति को क्षमता से ज्यादा शराब भी नहीं दी जाती है।
बंद का उठा रहे फायदा
कोयलांचल क्षेत्र राजनगर के शराब माफिया और ठेकेदार जोरों से उठा रहे हैं और आसपास के क्षेत्रों में अवैध शराब खपाई जा रही है ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश के आखरी छोर पर बसे राजनगर में वर्तमान में तीन अंग्रेजी शराब दुकान है व एक देसी शराब दुकान है जिसे एक ही ठेकेदार के द्वारा चलाया जा रहा है जो कि छत्तीसगढ़ के दो किनारों से महज 2 किलोमीटर पर स्थित है वही जिस ठेकेदार द्वारा राजनगर में इन चारो शराब दुकानों का ठेका चलाया जा रहा है वह पूर्व में छत्तीसगढ़ के कई राज्यों में शराब का ठेका चला चुका है जिस कारण उसकी सेटिंग पहले से उन क्षेत्रों में बनी हुई है जिसका फायदा उठाते हुए राजनगर शराब दुकान ठेकेदार द्वारा बेखौफ छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश की शराब की तस्करी की जा रही है जिससे दिन-रात छत्तीसगढ़ के सीमा क्षेत्र से जुड़े क्षेत्रों में अवैध शराब भेजी जा रही है जिससे हर रोज छत्तीसगढ़ शासन को लाखों का चूना लग रहा है वही छत्तीसगढ़ शासन की नीति भी फेल होते दिख रही है जिस पर मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के उच्च अधिकारियों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
जनप्रतिनिधि कर चुके हैं शिकायत
ग्राम पंचायत बनगवां राजनगर के जनपद सदस्य रविंद्र सिंह द्वारा गली गली में बेची जा रही अवैध शराब पर कार्यवाही करने के लिए रामनगर थाने में शिकायत दी है, जिसके 10 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक किसी प्रकार से कोई कार्यवाही न करना साफ दिखाई पड़ता है कि पुलिस की भूमिका भी इसमें सम्मिलित है, वही शिकायतकर्ता द्वारा यह भी बताया गया कि अगर उसकी शिकायत पर पुलिस कार्यवाही नहीं करती तो वह धरने पर बैठने के लिए बाध्य होंगे और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी रामनगर पुलिस की होगी अब देखना यह होगा कि इसमें ऊपर बैठे अधिकारी संज्ञान लेते हैं या वह भी इसी तरह चुप्पी साधे देखे रहेंगे पुलिस द्वारा आज तक अपने से कोई भी चेकिंग लगाकर इस अवैध शराब पर कार्यवाही नहीं की गई जिससे इन शराब माफियाओं के हौसले बुलंद है या यूं कहें कि शराब माफियों की सेटिंग स्थानीय पुलिस व आबकारी विभाग से है।