तो क्या कोरोना संकट से ज्यादा जरूरी है शराब दुकानों से राजस्व की वसूली @ जिले ही नहीं पूरे संभाग में खुली है शराब दुकानें , जारी है शराबियों का आना जाना

शहडोल। करोना के संकट से देश के प्रधानमंत्री के द्वारा आज रविवार 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया गया, जिसके तहत पूरे देश से आ रही खबरों को देखें तो पूरे देश की सड़के सूनी है,बाजार बंद है, स्कूल,व्यवसायिक प्रतिष्ठान और अन्य सभी कार्यालय पूरी तरह से बंद है, लेकिन इन सबके बीच हमारे संभाग शहडोल व ज शहडोल, उमरिया जिले के विभिन्न कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों की जब हमने पड़ताल की तो यह बात सामने आई कि यहां की शराब दुकानें पूरी तरह से खुली हुई है और वहां पर लगातार शराबियों का आना और शराब शराब का क्रय करना जारी है, सवाल उठता है कि क्या राजस्व के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने शराब दुकानों को इतनी छूट दे रखी है, जो कोराना संकट से ज्यादा महत्वपूर्ण है,इस संबंध में जिले के कलेक्टरों के अलावा संभाग के कमिश्नर को भी ध्यान देने चाहिए कि शराब दुकानों पर लगातार बढ़ती भीड़ लोगों का आना-जाना को और भयानक रूप दे सकता है ।
आज अवकाश के कारण लोग पूरी तरह से अपने अपने घरों में कैद हैं, ऐसी स्थिति में शराब दुकानों पर जाकर शराब लेना खुद कोरोना को बढ़ावा देने जैसा है।
हलचल की टीम ने शहडोल और अनूपपुर जिले के कई शराब दुकानों का जायजा लिया, शहडोल में हमारे प्रतिनिधि अनिल तिवारी, बुढार से अनिल लहँगीर, धनपुरी से संतोष शर्मा,अनूपपुर से सीताराम पटेल सहित जैतहरी, कोतमा और राजेंद्रग्राम से भी जब दुकानों को देखा गया तो वहां शराब दुकानें खुली पाई गई। यही नहीं उन दुकानों पर लोगों का आना और शराब लेना निरंतर जारी है, हलचल समाचार पत्र और ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल जिला प्रशासन से अपील करता है कि तत्काल शराब दुकानों को भी जनता कर्फ्यू में शामिल रखा कर उन्हें बंद कराने के निर्देश स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दिए जाएं।
डीईओ को देते हैं निगरानी के आदेश : कलेक्टर
पूरे जिले की शराब दुकानों के खुले रहने के संदर्भ में जब हाल ए हलचल के द्वारा शहडोल कलेक्टर सत्येंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में बीते दिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के समय चर्चा हुई थी, लेकिन क्योंकि इस संदर्भ में प्रदेश मुख्यालय से कोई आदेश नहीं आए, इस कारण शराब दुकानों को बंद नहीं करवाया जा सका। हालांकि कलेक्टर अपने जिले में एहतियात बरतने के लिए जिला आबकारी अधिकारी को तत्काल ही इस संदर्भ में आदेश जारी करने की बातें कहीं हैं। कलेक्टर ने कहा कि आबकारी अधिकारी को इस संदर्भ में आदेश देकर आबकारी विभाग के कर्मचारियों को शराब दुकानों के सामने तैनात किया जाएगा और वहां आने वाले हर उपभोक्ता ग्राहक को इस संदर्भ में समझाईश दी जाएगी कि वह संकट और जनता कर्फ्यू में सहयोग दें और आज के दिन शराब और ऐसी चीजों से बचें।। राजनगर में भी शराब दुकान सुबह से ही खोल कर रखी गई है।
करोना जैसे महामारी से बचाव के लिए प्रधानमंत्री द्वारा जनता कर्फ्यू का आगाज किया गया था जिस पर क्षेत्र के व्यापारी गण आम जनमानस रेलवे प्रबंधक बस संचालक के साथ ही सड़को पर आवागमन कर रहे ट्रक चालको द्वारा भी इस महामारी से बचाव के लिए समर्थन किया गया हैं वहीं अनूपपुर जिला के राजनगर शराब ठेकेदार द्वारा माननीय प्रधानमंत्री व जिला प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए राजनगर देसी शराब दुकान व रामनगर अंग्रेजी शराब दुकान को संचालित कर रहे हैं जिससे यह साफ जाहिर होता है कि इनके ऊपर जिला प्रशासन का कोई असर नहीं पड़ रहा है जैसे कि अंग्रेजी शराब दुकान में देखा जा रहा है कि शराब लेने के लिए लोग खड़े हुए हैं अगर यही शराब दुकान अगर बंद होतीं व शराब संचालक का समर्थन जनता कर्फ्यू को मिला होता तो शायद जो इक्का-दुक्का लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं वह भी घर पर रहकर पूर्ण समर्थन देते अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इन ठेकेदारों पर क्या कार्रवाई करती है। राजनगर डोला से बीएल सिंह की रिपोर्ट