देखरेख व मरम्मत के अभाव से पानी टंकी हुई जर्जर

Ajay Namdev-7610528622
अनूपपुर। जैतहरी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत वेंकटनगर में दो दशक पूर्व बनी पानी की टंकी से पानी का रिसाव हो रहा है और यह पानी नजदीक के सब स्टेशन और स्कूल परिसर में जाकर एकत्र हो रहा है। पानी भरा होने से उक्त दोनों से संस्थानों के लोग परेशान हैं, ग्राम पंचायत और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा समस्या को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा, जर्जर पानी टंकी की जगह नई पानी टंकी का निर्माण के लिए स्थानीय ग्रामीणों द्वारा मांग रखी जा चुकी है, टंकी पुरानी होने से कभी भी धराशाई हो सकती है। फिर भी जिम्मेदार को इन सब से कोई मतलब नहीं है।
मरम्मत न होने से जर्जर हुई टंकी
ग्राम पंचायत वेंकटनगर में नल-जल योजना संचालित है यहां के बाजार क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति विद्युत सब स्टेशन और कन्या हाई सेकेण्डरी स्कूल के समीप बने वर्षों पुराने पानी टंकी से होती है जो कि देखरेख और मरम्मत के अभाव में अत्यंत जर्जर हो चुकी हैं। 4 वर्ष पहले टंकी में दरार भी आ चुकी किंतु मेंटेनेंस अभी तक नहीं कराया गया और जब पानी का भराव टंकी में किया जाता है तो पानी का रिसाव छिद्रों से होने लगता एयही पानी धीरे-धीरे रिस कर आसपास के खाली भूखंडों में जमा हो रहा है।
बीमारी फैलने का खतरा
जानकारी अनुसार पानी के जमावडे से आने जाने में असुविधा होती है, जमा पानी के कारण बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है वहीं सब स्टेशन के आसपास जमीन में नमी होने से सिस्टम के खराब होने का खतरा भी रहता है। इसी तरह की समस्या स्कूल परिसर में भर रहे पानी से बनी हुई है। बताया गया पानी टंकी की क्षमता करीब 75000 गैलन लीटर की है। जब भी टंकी को भरा जाता तो ओवरफ्लो तथा टंकी से रिसाव के कारण पानी बड़ी मात्रा में आसपास जमा होता है।
जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
विद्युत सब स्टेशन के कर्मचारियों ने कहा कि कई बार पंचायत और पीएचई विभाग को अवगत कराया गया कि पानी निकासी की उचित व्यवस्था करवाएं, नाली बनवा कर पानी दूसरी तरफ बढाया जाए किंतु जिम्मेदार अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं दौड़ रही है। इस तरह की कार्यप्रणाली को आम जनता का भरोषा उठता नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पुरानी जर्जर पानी टंकी होने की वजह से गर्मी के दिनों में जब टंकी खाली रहती है तो वह तेज हवा चलने से टंकी हिलने लगती है। पानी टंकी की जर्जर अवस्था से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग भी वाकिफ है किंतु टंकी की मरम्मत अथवा उसकी उपयोगिता हेतु कोई जांच नहीं करा रहाए जिससे कि टंकी की वास्तविक हालत का आंकलन हो सके।