नगर मंडल उपाध्यक्ष आशुतोष की शिकायत में कलेक्टर ने गठित की जांच दल , जांच दल ने लिए सड़क के सैंपल
नगर मंडल उपाध्यक्ष आशुतोष की शिकायत में कलेक्टर ने गठित की जांच टीम,
संयुक्त जांच टीम ने मॉडल सड़क का सैंपल एकत्र किया
कोतमा। कोतमा नगर पालिका अंतर्गत वर्षों से विवादित रही मॉडल सड़क कई शिकायतों के बाद कोतमा नगर मंडल उपाध्यक्ष आशुतोष सराफ की शिकायत में संज्ञान लेते हुए कलेक्टर द्वारा जांच दल गठित किया, जांच दल द्वारा रविवार को कोतमा पहुंचकर शिकायतकर्ता के समक्ष मॉडल सड़क की चिन्हित जगह से सड़क के सैंपल को मशीनों के माध्यम से एकत्र किया गया, सैंपल एकत्र का मौका पंचनामा बनाया गया और उसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है। गौरतलब है कि मॉडल सड़क में लगातार भ्रष्टाचार और लापरवाही की बात सामने आ रही थी जिसको लेकर कोतमा नगर के मंडल उपाध्यक्ष द्वारा अनूपपुर कलेक्टर से शिकायत कर जांच किए जाने की मांग की थी।
जांच दल ने एकत्र किया सड़क का सैंपल
मंडल उपाध्यक्ष द्वारा की गई शिकायत को संज्ञान में लेते हुए अनूपपुर कलेक्टर द्वारा जांच दल गठित किया गया। 5 सदस्य का जांच दल में जनरल मैनेजर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एसके महोबिया, आशीष पटेल जनरल मैनेजर रोड डेवलपमेंट काउंसिल, एस पी सिंह एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आरईएस, मुकेश वेले असिस्टेंट मैनेजर रोड डेवलपमेंट काउंसिल, ए के जाटव असिस्टेंट मैनेजर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना आदि जांच दल में शामिल थे जिनके द्वारा मॉडल सड़क से सैंपल एकत्र कर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। गौरतलब है कि गुणवत्ता विहीन कार्य किए जाने की मंडल उपाध्यक्ष द्वारा शिकायत की गई थी जिस पर 5 सदस्य जांच दल गठित कर कलेक्टर ने सड़क निर्माण के कार्यों की जांच करने की बात कही थी।
मॉडल सड़क के सैंपल से क्या सिद्ध होगा भ्रष्टाचार
अनूपपुर कलेक्टर द्वारा शिकायत पर सराहनीय कदम उठाते हुए 5 सदस्य दल के माध्यम से सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है अब सवाल यह उठता है कि क्या सैंपल की जांच से भ्रष्टाचार सिद्ध हो पाएगा या फिर मनमाना कार्यों पर अंकुश लगाने में विभाग असक्षम रहेगा, वैसे तो ठेकेदार द्वारा मनमाना कार्य करते हुए सड़क की लंबाई चौड़ाई के साथ खिलवाड़ किया गया है वही साथ में डिवाइडर को मनमाने तरीके से बना कर राशि हड़पने का प्रयास किया गया है अब देखना यह है कि सैंपल की जांच होने के बाद और अन्य रिपोर्ट आने के बाद मॉडल सड़क में हुए भ्रष्टाचार सामने आ पाता है या नहीं।
लंबाई चौड़ाई में घोटाला
सड़क निर्माण से पूर्व विभाग द्वारा रोड की लंबाई चौड़ाई और मोटाई नाप कर स्टीमेट का निर्माण किया गया था एस्टीमेट के आधार पर दोनों तरफ 7.50 मीटर की सड़कें के साथ सड़क के बीच में 1 मीटर का डिवाइड भी बनाना था , लेकिन ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार करते हुए मनमाने ढंग से 5 मीटर से भी कम चौड़ाई की सड़क निर्माण किया गया है वही डिवाइडर को गुणवत्ता विहीन बढ़ाने के साथ-साथ उसकी लंबाई और चौड़ाई के साथ छेड़खानी की गई। कहा जाए तो प्राक्कलन के विपरीत जाकर ठेका कंपनी अनिल बिल्डकॉन द्वारा सड़क निर्माण का कार्य में भ्रष्टाचार किया गया है। जिस पर विभाग के एसडीओ इंजीनियर की मिलीभगत नजर आ रही है।