नपा ने सफाईकर्मियों के वेतन में की कटौती, कर्मियों दिया अल्टीमेटम

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पांच दिन में नही हुआ निराकण तो जायेंगे उच्चाधिकारियों के पास
लॉकडाउन के दौरान अनुपस्थित रहने पर जिम्मेदारों ने काट लिये वेतन
दर्जनभर सफाईकर्मियों ने नपा कार्यालय पहुंच कर कर्मचारियों पर लगाये आरोप

तत्कालीन सीएमओं राममिलन तिवारी के कारनामें जैतहरी, अनूपपुर से चलकर शहडोल तक सुर्खियों में रहा है, पहले जैतहरी नगर परिषद में अनुकंपा नियुक्ति मामले में लीपा-पोती की, फिर राजनैतिक संरक्षण में इन्हे अनूपपुर नगरपालिका का भी प्रभार मिल गया, जहां स्वागतद्वार व अन्य कार्यो में भ्रष्टाचार किये, हांलाकि सीएमओं श्री तिवारी जहां भी पदस्थ हुए है वही इनके कारनामें चर्चे के विषय बने रहे है, यही कारण है कि शुक्रवार को सफाईकर्मी भी दर्जनों शिकायत लेकर नपा कार्यालय में घंटो गुजारिश कर निराकरण न होता देख अल्टीमेटम दे दिये।

अनूपपुर। राजनैतिक संरक्षण के कारण दो परिषद में मलाई छानने वाले मुख्य नगरपालिका अधिकारी रामामिलकर तिवारी की कारगुजारियां संभाग भर में सुर्खियां बटोर रही है, पिछले माह तक अनूपपुर नपा के प्रभारी सीएमओं रहने के उपरांत उन्होने जो कार्य किया वह आज दिखाई दे रहा है, जिनकी कार्यप्रणाली के कारण सफाईकर्मियों को आज इस्तीफा तक देना पड रहा है, दर्जनों शिकायतें बेअसर हो जाती थी या फिर अनसुना कर दिया जाता था, अब अनूपपुर नपा में नये सीएमओं के आने के बाद उनके पास सिर्फ जैतहरी का प्रभार बचा है, जहां वह पूर्व से विवादित रहे है।
अभद्रता पर उतारू कर्मचारी
नगरपालिका परिषद अनूपपुर में शुक्रवार की दोपहर दर्जनभर से अधिक पहुंच सफाई कर्मियो ने नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों पर ही आरोप लगा दिया, उन्होने अपने अलग-अलग पत्रों के माध्यम से दर्जनों की शिकायते भी कर दी, लेकिन निराकरण अभी तक किसी भी जिम्मेदारों ने नही की। लॉकडाउन में अन्यंत्र फंंसने के बाद वासस लौटे सफाईकर्मी को 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया गया, वहीं किसी के परिवार में मृत्यु होने पर गमी में चले गये, लेकिन जब वापस काम पर लौटे तो जिम्मेदारों के द्वारा उनके साथ अभद्रता करने लगे।
तत्कालीन सीएमओं की हो जांच


लॉकडाउन के दौरान गरीब से लेकर अमीर तक क्या असर हुआ यह हर आम आदमी समझ सकता है, सरकार की गाइडलाइन और आदेश चाहे जो कुछ भी हो, लेकिन नगरपालिका अनूपपुर के अधिकारी और कर्मचारियों को इससे कोई लेना देना नही है, कोरोनो काल में अपनी वेतन तो उन्होने निकाल लिये, लेकिन सफाई कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर दी। वैसे भी तत्कालीन सीएमओं राममिलन तिवारी का विवादों और भ्रष्टाचार से पुराना नाता रहा है, अब वह सफाई कर्मचारियों के वेतन पर ही डाका डालने में आमादा हो गये। श्री तिवारी के कार्यकाल की अगर जांच हो जाये तो दस्तावेजों में कई भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ जायेंगे।
पत्र पर नही की कार्यवाही
नपा में पदस्थ सफाई कर्मी बसंत बासिल के द्वारा सुबह मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वह 12 बजे नपा कार्यालय जाकर अधिकारियों के समक्ष इस्तीफा का प्रस्ताव रखेंगे, वही जब वह कार्यालय पहुंचे तो सीएमओं के न होने के कारण शुक्रवार को इस्तीफा नही दी, बसंत बासिल ने कहा कि अगर जल्द निराकरण नही हुआ तो वह पुन: सीएमओं साहब का इंतजार करेंगे और जब वह आयेंगे तो उनके समक्ष मै इस्तीफा दूंगा, उन्होने नपा में पदस्थ कर्मचारी रामप्रकाश श्रीवास्ताव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वेतन पूछने पर चक्कर लगवाते है और अभद्रता पर भी उतारू हो जाते है, उच्चाधिकारियों को शिकायत पत्र दी जाती है परंतु कार्यवाही कुछ नही होती बल्कि सफाई कर्मी को ही नोटिस थमा दिया जाता है।
दर्जनों दिये शिकायत पत्र
दर्जनभर सफाईकर्मियों ने नपा के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए पत्र के माध्यम से अपनी समस्याओं को अवगत कराया, जिसमें सरस्वती बाई ने उल्लेख किया कि बहन के पुत्र के देहान्त में 22 मार्च को कुछ दिनो की छुट्टी लेकर कोरबा गई थी, तब से लेकर 11 मई तक अनुपस्थित रही, सरस्वती बाई 12 मई को आई तो 14 दिनो के लिए होम कोरन्टाईन कर दिया गया। 14 दिनो के बाद जब सीएमओ को वेतन के लिए आवेदन किया तो सीएमओ के द्वारा स्थापना बाबू से मिलने के लिए बोला पर बाबू के न मिलने पर जब 4 दिनो बाद वापस नगरपालिका जाने पर स्थापना बाबू आयोध्या तिवारी व राम प्रकाश श्रीवास्तव के द्वारा साफ-सफाई कर्मचारी का कोई वेतन नही बनेगा और न ही मिलेगा और तुम तो अपनी इच्छा से वहा रुके हुए थे, तो शासन किस बात का वेतन देगा, यह प्रावधान हमारे नगर पालिका में लागू नही होता यह कह कर सरस्वती बाई को दरकिनार कर दिया गया।
कर्मियों का काट लिये वेतन
भारतीय मजदूर संघ मध्यप्रदेश के पदाधिकारी व सदस्य जिलेभर से नगरपालिका अनूपपुर पहुंचे थे, जिनके तत्वाधान में सभी कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखा। सफाई संरक्षको कहा कि नपा में पदस्थ बाबू राम प्रकाश श्रीवास्तव के पास जाते है पर वह व्यक्ति सफाईकर्मियों से घृणा करते है व गलत शब्दो से बातों को उच्चारित करते है। मई माह के वेतन पूछने गए तो उन्होने कहा की तुम्हारा वेतन 1400 रूपए बना है, जब बैक पैसे निकानले गए तो खाते में सिर्फ 5700 रूपए ही पाया गया, जब इस विषय में श्रीवास्तव जी से बात की गई तो उन्होने आयोध्या प्रसाद तिवारी से मिलने को कहा, उनसे मिलने पर उन्होने कहा की आपके द्वारा एडवांस 5 हजार रूपए लिया गया था, जिसके चलते राशि की कटौती कर ली गई है, जब फिर से श्रीवास्तव जी से मिलने गए तो उन्होने अरविन्द से मिलने को कहा कि वही वेतन बनाते है तो प्रार्थी के द्वारा कहा गया की कम्प्यूटर आप चलाते है तो आप ही बता सकते है कि वेतन की कितनी कटौती हुई है, पर उनके द्वारा नही बताया गया। जब जून का वेतन मिला तो खाते में सिर्फ 9 हजार रूपए ही मिला, फिर जब फिर पूछ-ताछ के लिए गया, कि मेेरी शेष राशि कहा गई, तो अधिकारी डीएन मिश्रा ने कहा की इनकी वेतन की स्लीप निकाल कर दे दो, स्लीप देखने पर 5700 रूपए खाते में पाया गया, पूछने पर उन्हो ने कहा की 5 हजार रूपए एडवांस काट लिया गया है, प्रार्थी ने कहा की कर्मचारी व अधिकारी गुमराह करते है, फिर भी इनके हाथो मे सब कुछ रहने के बाद भी ये लोग कुछ भी नही बताते है कि किसका कितना वेतन बना है।
वेतन के लिए पहुंचे नपा
सफाई कर्मी पूनम राने ने नवागत सीएमओ व कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर को पत्र लिखते हुए लॉकडाउन के दौरान कटे 3 माह के वेतन के लिए निवेदन की है। उन्होने पत्र में उल्लेख किया कि उनकी भाभी की सडक दुर्घटना में मौत हो गई थी, जहां वह अन्य शहर गई तभी लॉकडाउन शुरू हो गया, जिसके कारण वह कार्य में अनुपस्थित रही है, वर्तमान में उनकी पारिवारिक स्थिति ठीक नही है, जिसके लिए उच्चाधिकारियों से उन्होने वेतन की मांग की है।
संठगन के सदस्यों ने दिया अल्टीमेटम
भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले हुए पत्राचार व समस्याओं को लेकर नपा अनूपपुर में पहुंचे सदस्यों ने नपा अनूपपुर में मौजूद अधिकारियों के समक्ष कहा कि सफाईकर्मियों का निराकरण 5 दिवस के अंदर किया जाये, अन्यथा वह आगे की ओर रूख करेंगे। मौजूद सदस्यों में शहडोल संभाग प्रभारी व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सदानंत भारती, शहडोल जिलाध्यक्ष संतोष जुटले, जिला महामंत्री अमित वैश्य, नगर अध्यक्ष पसान भारत मुंगेरिया, शहडोल महामंत्री चंदन भारती, महामंत्री पसान, अजीत लालपुरी, जिलाध्यक्ष अनूपपुर दयाराम राने, संभागीय अध्यक्ष दिलीप जनवार के साथ महिला कर्मी व अन्य सदस्य मौजूद रहे।

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