पटाखा लायसेंस के लिए आरक्षक पर अवैध वसूली के आरोप

(अमित दुबे-8818814739)
शहडोल। मुख्यालय के पॉलीटेक्निक मैदान में लगने वाली पटाखा दुकानों के अस्थाई लायसेंस की प्रक्रिया के दौरान कोतवाली से होनी वाली अनुशंसा के नाम पर आशीष नामक आरक्षक द्वारा 400 रूपये प्रति लायसेंस रिश्वत लेने के आरोप लग रहे हैं, पटाखा दुकानों के लिए इस प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले दुकानदारों की संख्या आधा सैकड़ा से अधिक होने के कारण उनके द्वारा खर्चे में कोतवाली पुलिस को दी जाने वाली यह चर्चा अब नगर के लगभग वार्डाे और चौराहों में पहुंच चुकी है, पूर्व के वर्षाे में तात्कालीन पुलिस अधीक्षकों द्वारा लायसेंस की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही ऐसे आरोपों और प्रक्रिया से बचने के लिए निर्देश दे दिये जाते थे, लेकिन इस बार ऐसा कुछ न होने के कारण कथित आरक्षक के माध्यम से जमकर वसूली होने के चर्चे न सिर्फ आम हो गये, बल्कि इस प्रक्रिया ने वर्दी को भी कटघरे में खड़ा कर दिया।
70 दुकानों को दिये लायसेंस
सूत्रों पर यकीन करें तो मुख्यालय में पटाखों दुकानों के लिए 70 के आस-पास आवेदन दिये गये थे, ये सभी आवेदन प्रक्रिया के दौरान कोतवाली और आरक्षक आशीष के पास से होकर गुजरे, यह भी आरोप हैं कि आज धनतेरस और परसों दिवाली तक कुछ वर्दीधारियों को दुकानों से पटाखा इक_ा करने की भी जिम्मेदारी मिली हुई है, जो इन दिनों में पॉलिटेक्रिक मैदान में स्थित दुकानों के इर्द-गिर्द नजर आ सकते हैं।
इनका कहना है…
मेरे द्वारा ऐसा कोई काम नहीं किया जा रहा, मेरी ड्यिुटी पाण्डवनगर क्षेत्र के चीता स्क्वॉर्ड में लगी है, आरोप गलत हैं।
आशीष तिवारी
आरक्षक, कोतवाली शहडोल