पुलिया निर्माण जमकर हो रही भर्रेशाही
विभाग के अधिकारियों ने दी मौन स्वीकृति
(विपिन शिवहरे+91 79871 71060)
उमरिया। प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जल निकासी और रास्ते की समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से करोड़ों रुपए खर्च कर जगह-जगह पुलिया का निर्माण कराकर जन समस्याओं का समाधान करने का प्रयास की जा रही है, लेकिन विभागीय जिम्मेदारों की लापरवाही व उदासीनता के कारण कार्यदायी संस्था द्वारा उक्त निर्माण कार्यों में मनमानी करते हुए मानक के विपरीत निर्माण कार्य कराया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदार हाथ पर हाथ रखकर बैठे हुए हैं ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत पाली के ग्राम पंचायत बेली अंतर्गत एक पुलिया निर्माण कार्य में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का मामला प्रकाश में आया है।
यह हो रहा बेली में
जनपद पंचायत पाली के ग्राम पंचायत बेली में जंगल के बीच बेली और जमुहाई ग्राम में 2 पुलियों का निर्माण ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है, इन पुलियों का निर्माण लगभग 20 लाख की लागत से होना है, पुलियों में उपयोग हो रही सामग्री को देखकर ही बताया जा सकता है कि यह दोयम दर्जे की है, निर्माण कार्य में गुणवत्ता विहीन आस-पास नालों से इक_ी की गई मिट्टी युक्त रेत के साथ-साथ सीमेंट भी कम मात्रा में डाला जा रहा है। कार्यदायी संस्था व विभागीय जिम्मेदारों की मिलीभगत से बेखौफ होकर निर्माण कार्य कराया रहा है।
सरकारी धन का हुआ दुरूपयोग
पुलिया निर्माण में हुई गुणवक्ता की अनदेखी के बाद अब स्लैब डालने की तैयारी चल रही है। अब सबसे सबसे बड़ा सवाल या खड़ा हो रहा है कि उक्त निर्माण स्थल की निगरानी कर रहे इंजीनियर सो रहे थे या सोते हुए जग रहे थे, अब देखना यह है कि विभागीय उच्चाधिकारियों द्वारा कब किस प्रकार से उक्त प्रकरण को संज्ञान में लिया जाता है और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए सरकारी धन में हुए बंदरबांट की पोल कब खुलकर सामने आती है।