पुलिस जोन में 840 गंभीर अपराध विवेचना में लंबित

125 गंभीर प्रकरणों की विवेचना पूर्ण कर किया निराकरण
पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में हुई अपराध समीक्षा बैठक
(शुभम तिवारी+91 78793 08359)
शहडोल। पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में दोपहर 11:30 बजे एस. पी. सिंह पुलिस महानिरीक्षक, शहडोल जोन द्वारा अपराध समीक्षा बैठक की गई। बैठक में शहडोल जोनांतर्गत शहडोल, उमरिया, अनूपपुर एवं डिण्डौरी जिले में लंबित अपराधों, चालान, मर्ग, शिकायत, विभागीय जांच आदि के निराकरण एवं अपराधों पर नियंत्रण के संबंध में चर्चा की गई। समीक्षा में विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2019 में अब तक पंजीबद्ध अपराधों में शहडोल में 07 प्रतिशत, उमरिया में 05 प्रतिशत एवं डिण्डौरी में 09 प्रतिशत की कमी तथा अनूपपुर में 02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। 30 सितम्बर की स्थिति में शहडोल में 426, उमरिया में 139, अनूपपुर में 177 तथा डिण्डौरी में 98 कुल 840 गंभीर अपराध विवेचना में लंबित पाए गए हैं। सर्वाधिक अपराध धारा 363, 366 भादवि (अपहरण संबंधी) के जिला शहडोल में 214, उमरिया में 79, अनूपपुर में 92 एवं डिण्डौरी में 48 कुल 433 प्रकरण लंबित हैं। विगत 01 माह में जिला शहडोल में 60, उमरिया में 20, अनूपपुर में 41 एवं डिण्डौरी में 04 कुल 125 गंभीर प्रकरणों की विवेचना पूर्ण कर निराकरण किया गया है।
3 माह के अंदर करें अपराधों का निराकृत
बैठक के दौरान पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन द्वारा सभी शीर्ष के अपराधों का अधिकतम 03 माह में विवेचना पूर्ण कर आवश्यक रूप से निराकृत कराये जाने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त 03 माह से अधिक अवधि से लंबित महिला संबंधी अपराधों के निराकरण हेतु पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश द्वारा जारी परिपत्र अनुसार, प्रत्येक लंबित प्रकरण की विवेचना की समीक्षा करते हुए, पर्यवेक्षण निर्देश जारी करते हुए, स्वयं का सकारण अनुमति आदेश पुलिस अधीक्षक द्वारा एक बार में अधिक से अधिक 01 माह एवं अधिकतम 03 बार (03 अतिरिक्त माह), विवेचना पूर्ण करने की समय-सीमा निर्धारित की जाये। विवेचना में अनावश्यक देरी करने एवं लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही कर उन्हें दण्डित भी किया जावे।
विशेष टीम करें गठित
नगर में लंबित पुराने खासकर 2018 तक के सभी प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करने हेतु निर्देशित किया गया। गंभीर अपराधों, महिलाओं, बालकों, एससी/एसटी से संबंधित तथा चिह्नित अपराधों का यथाशीघ्र निकाल करने, धोखाधड़ी संबंधी अपराधों में कार्य-योजना अनुसार निकाल करने, गंभीर अपराधों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु ईनाम घोषित कराने एवं विशेष टीम गठित करने, 03 माह से अधिक के लंबित सभी मर्गों का निराकरण करने, वर्ष 2018 तक के लंबित सभी चालानों को न्यायालय पेश करने आदि के संबंध विस्तृत चर्चा की गई। सीएम हेल्प लाईन, आयोगों, शासन, पुलिस मुख्यालय एवं अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों को गंभीरता पूर्वक एवं संवेदनशीलता के साथ त्वरित निराकरण करने, महिलाओं को काम के बहाने बाहर ले जाने वाले गिरोह/एजेंटों की पतारसी कर उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने, ग्राम/नगर रक्षा समितियों के नए सदस्य बनाकर पुनगर्ठित करने आदि के संबंध में भी निर्देश दिए गए।
इनकी रही उपस्थिति
उक्त बैठक में पी. एस. उईके पुलिस उप महानिरीक्षक शहडोल रेंज, अनिल सिंह कुशवाह पुलिस अधीक्षक शहडोल, सचिन शर्मा पुलिस अधीक्षक उमरिया, श्रीमती किरणलता केरकेट्टा पुलिस अधीक्षक अनूपपुर एवं एम. एल. सोलंकी पुलिस अधीक्षक डिण्डौरी तथा अति. पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार भूरिया, शिव कुमार सिंह, अभिषेक राजन उपस्थित रहे।