पेट दर्द की दवा लेने के दौरान मिली माँ बनने की खबर

घर पर हुआ आदिवासी नाबालिग किशोरी का प्रसव

(Amit Dubey-8818814739)
जयसिंहनगर। 16 वर्षीय अविवाहित आदिवासी किशोरी ने तीन दिन पहले जयसिंहनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित अपने घर पर बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई, परिजनों ने बच्ची और मां को जयसिंहनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया, लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण उसे शहडोल रेफर कर दिया गया। वर्तमान में किशोरी जिला चिकित्सालय में भर्ती है और नवजात बच्ची गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती है। किशोरी अपनी बच्ची का न तो चेहरा देखना चाहती है, यही नहीं उसने दो दिनों के दौरान बच्ची को मारने का भी प्रयास किया। संभवत: स्वास्थ्य और सुरक्षा के कारण ही चिकित्सालय प्रबंधन और महिला पुलिस ने उसे गहन चिकित्सा इकाई में माँ से अलग रखवाया है और खुद उसकी सुरक्षा में लगी हैं।
दर्द के बाद रहस्य सामने
इस पूरे मामले में पीडि़ता तो कुछ नहीं बता सकी, लेकिन उसके साथ जिला चिकित्सालय में मौजूद उसकी माँ ने बताया कि होली के समय घर में शादी होनी थी, जिसका निमंत्रण अन्य रिश्तेदारों को देने के लिए मोहनी गांव बच्ची को लेकर गई हुई थी, निमंत्रण देकर माँ तो लौट आई, लेकिन बच्ची रिश्तेदारों के यहां थी, वहीं चितराव निवासी बेटू बैगा ने किशोरी के साथ जबरजस्ती की, किशोरी ने घटना की जानकारी परिजनों को नहीं दी, लेकिन सप्ताह भर पहले जब अचानक उसके पेट मेंं दर्द होने लगा तो पूरा रहस्य सामने आया।
बच्चे को मारने पर उतारू माँ
किशोरी की मां ने बताया कि बच्ची के गर्भवती होने की जानकारी उन्हें नहीं थी, सप्ताह भर पहले जब वह पेट मे दर्द आदि की शिकायतें करने लगी तो गांव की ही दाई आदि ने उसके गर्भवती होने की जानकारी दी, कोई गंभीर बात न होने और लोकलाज के कारण कहीं कोई बात बाहर नहीं गई, लेकिन जब सोमवार को प्रसव हुआ तो प्रसूता और नवजात की हालत खराब हो गई, उसे जयङ्क्षसहनगर लेकर गये और वहां से शहडोल ले आये। जिला चिकित्सालय में ही पुलिस को इस घटना क्रम के बारे में बताया, अप्रत्याशित रूप से मां बनने और पूरी घटना से किशोरी सदमें में है और वह नवजात शिशु को गोद में लेना तो दूर, उसे जान से मारने पर उतारू है।

पेट दर्द की दवा लेने के दौरान मिली माँ बनने की खबर

घर पर हुआ आदिवासी नाबालिग किशोरी का प्रसव

(Amit Dubey-8818814739)
जयसिंहनगर। 16 वर्षीय अविवाहित आदिवासी किशोरी ने तीन दिन पहले जयसिंहनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित अपने घर पर बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई, परिजनों ने बच्ची और मां को जयसिंहनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया, लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण उसे शहडोल रेफर कर दिया गया। वर्तमान में किशोरी जिला चिकित्सालय में भर्ती है और नवजात बच्ची गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती है। किशोरी अपनी बच्ची का न तो चेहरा देखना चाहती है, यही नहीं उसने दो दिनों के दौरान बच्ची को मारने का भी प्रयास किया। संभवत: स्वास्थ्य और सुरक्षा के कारण ही चिकित्सालय प्रबंधन और महिला पुलिस ने उसे गहन चिकित्सा इकाई में माँ से अलग रखवाया है और खुद उसकी सुरक्षा में लगी हैं।
दर्द के बाद रहस्य सामने
इस पूरे मामले में पीडि़ता तो कुछ नहीं बता सकी, लेकिन उसके साथ जिला चिकित्सालय में मौजूद उसकी माँ ने बताया कि होली के समय घर में शादी होनी थी, जिसका निमंत्रण अन्य रिश्तेदारों को देने के लिए मोहनी गांव बच्ची को लेकर गई हुई थी, निमंत्रण देकर माँ तो लौट आई, लेकिन बच्ची रिश्तेदारों के यहां थी, वहीं चितराव निवासी बेटू बैगा ने किशोरी के साथ जबरजस्ती की, किशोरी ने घटना की जानकारी परिजनों को नहीं दी, लेकिन सप्ताह भर पहले जब अचानक उसके पेट मेंं दर्द होने लगा तो पूरा रहस्य सामने आया।
बच्चे को मारने पर उतारू माँ
किशोरी की मां ने बताया कि बच्ची के गर्भवती होने की जानकारी उन्हें नहीं थी, सप्ताह भर पहले जब वह पेट मे दर्द आदि की शिकायतें करने लगी तो गांव की ही दाई आदि ने उसके गर्भवती होने की जानकारी दी, कोई गंभीर बात न होने और लोकलाज के कारण कहीं कोई बात बाहर नहीं गई, लेकिन जब सोमवार को प्रसव हुआ तो प्रसूता और नवजात की हालत खराब हो गई, उसे जयङ्क्षसहनगर लेकर गये और वहां से शहडोल ले आये। जिला चिकित्सालय में ही पुलिस को इस घटना क्रम के बारे में बताया, अप्रत्याशित रूप से मां बनने और पूरी घटना से किशोरी सदमें में है और वह नवजात शिशु को गोद में लेना तो दूर, उसे जान से मारने पर उतारू है।

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