प्रभारी मंत्री ने पीएचई विभाग को लगाई फटकार, कहा लालपुर में जल्द हो पेयजल समस्या का निराकरण

प्रशासन के उड़े होश, एसडीएम सहित अधिकारियों ने डाला डेरा
(सुधीर शर्मा-9754669649)

शहडोल। संभागीय मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लालपुर गांव में बीते दो दशक से पेयजल संकट गहराया हुआ है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार जिला स्तर पर अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने ग्रामीणो के समस्या का निराकरण नही किया तो उग्र हुए ग्रामीण जल सत्याग्रह का मार्ग अपना लिया। शनिवार को पीएचई विभाग द्वारा भेजे गए बोरबेल के सामने ही ग्रामीण आंदोलन करने लगे औरगआ

प्रभारी मंत्री ने दी अधिकारियों को हिदायत
लालपुर गांव में पानी टंकी का निर्माण 1990 के आसपास पीएचई विभाग ने करवा दिया था, लेकिन घरो में नल कनेक्शन नही होने के कारण लोगो को पेयजल समस्या से जूझना पड़ रहा है। गांव में लगे हैंडपंप हवा उगल रहे है और निजी बोरवेल ने हाथ खड़ा कर लिया। जिसके बाद ग्रामीण बूद-बूंद को मोहताज हो गए, इस भीषण पेयजल की संकट से निजात के लिए प्रभारी मंत्री खुद लालपुर गांव पहुंचे और वहीं से फोन पर अधिकारियों को दो टूक शब्दो में निराकरण के लिए निर्देश दिया था। जिसके बाद प्रशासन के होश उड़ गए और रविवार को ही अधिकारियों का एक दल लालपुर गांव पहुंच गया। ग्राम पंचायत में एकत्रित ग्रामीणों की अधिकारियों ने समस्या सुनी और जल्द पाइप लाइन के माध्यम से घरो तक पानी पहुंचाने का आश्वासन दिया।

इसलिए मुखर हुए ग्रामीण
स्थानीय समाजसेवी एवं जन नायक राधेश्याम द्विवेदी से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारियों से नल कनेक्शन और समुचित पेयजल समस्या को लेकर निरंतर आग्रह किया जा रहा था, वर्ष 2008 से जब से औद्योगिक संस्थानों का आगमन हुआ तब से यहां और भी पानी संकट गहराने लगा था। यहां के ग्रामीण लगातार दो दशक से नलजल कनेक्शन की मांग प्रशासन से कर रहे थे लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस ओर गंभीरता नही दिखाई, शनिवार को मजबूर ग्रामीण बोरबेल के सामने बैठ गए।

मंत्री ने सड़क पर लगाई चौपाल
जल संकट से जूझ रहे ग्रामीणो की समस्या सुनते ही प्रभारी मंत्री लालपुर पहुंचकर देर शाम सड़क पर ही चौपाल लगाई और बारी-बारी से एक-एक करके ग्रामीणो की समस्या सुनी, ग्रामीणो ने प्रशासन के अनदेखी के आरोप के साथ ही रिलायंस कंपनी पर भी छलावा का आरोप लगाया। ग्रामीणो ने प्रभारी मंत्री को अवगत कराते हुए कहा कि रिलायंस कंपनी द्वारा बीते साल सीएसआर मद से एवं विभिन्न प्रावधानो के तहत घर-घर पानी पहुंचाने की बात कही थी, जिस पर ग्रामीणो ने रिलायंस कार्यालय का घेराव की योजना को दरकिनार कर दिया था। अगस्त 2018 तक निराकरण की बात कहने के बाद भी रिलायंस ने अपना वादा पूरा नही किया और ग्रामीणो को यथा स्थिति में छोड़ अपने उत्पादन में रिलायंस व्यस्त हो गई।
एसडीएम के अगुवाई वार्ता जारी..
शनिवार के दिन आदोलन और चौपाल का यह निष्कर्ष निकला कि प्रशासन की एक टीएम सोहागपुर एसडीएम सुरेश अग्रवाल के अगुवाई में लालपुर पहुंचा, जहां पर रिलायंस के जिम्मेदार अधिकारियों के अलावा जनपद सीईओ मुद्रिका सिंह, पीएचई विभाग अधिक्षण यंत्री के अलावा अन्य कई आधिकारियों की ग्रामीणों से चर्चा जारी है। देखने वाली बात यह होगी कि इस बार प्रशासन निराकरण की स्थिति में पहुंचता है या फिर हमेशा की तरह ग्रामीणों को एक बार फिर आश्वासन से प्यास बुझानी पड़ेगी।