प्रशासनिक अमला पहुंचा मृतकों के घर @ शहडोल-उमरिया
शहडोल। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आज तड़के हुए रेल हादसे में मरने वालों श्रमिकों के घरों पर शहडोल और उमरिया जिले के प्रशासनिक अमले की टीम अभी से कुछ देर पहले पहुंची है। टीम में एसडीएम और तहसीलदार सहित स्थानीय पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल है प्रशासनिक सूत्रों से ट्रेन हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है ।
हादसे में जो लोग मारे गए उनमे….1.अच्छेलाल पिता रामेश्वर काछी हाउस क्रमांक 45 मेन रोड ग्राम पोस्ट चिल्हारी पोस्ट तहसील मानपुर जिला उमरिया
2.सुरेश पिता मोलाई कोल वार्ड नंबर 18 बरहाई टोला ग्राम सारंगढ़ शहडोल
3.धर्मेंद्र पिता गीतराज सिंह हाउस नंबर 27 /1 ग्राम अंतोली पंचायत बंचाचर पंचायत पोस्ट टेगरहा जिला शहडोल
4.बृजेश पिता गजराज गोंड
वार्ड नंबर 18 ग्राम अंतोली पंचायत बंचाचर पंचायत पोस्ट टेगरहा जिला शहडोल
5.अजीत पिता जीवन सिंह
वार्ड नंबर 11 ग्राम नेउसा पोस्ट बकेली तहसील पाली जिला उमरिया
6.इंद्र कुमार पिता अलगू मौर्या
करौंदी खुर्द तहसील बरही वीर वार्ड नंबर14 कटनी
7.वीरेंद्र पिता चैन सिंह
वार्ड नंबर 4 तहसील पाली जिला उमरिया
8.राजबहोरन पिता पारस सिंह वार्ड नंबर 18 ग्राम अंतोली पंचायत बंचाचर पंचायत पोस्ट टेगरहा जिला शहडोल
9.ब्रजेश पिता भैय्या दिन
बरहाइ टोला ग्राम सहारगढ़ शहडोल
10.मुनीम सिंह पिता शिवरतन सिंह ग्राम नेउसा पोस्ट बकेली पंचायत तहसील पाली जिला उमरिया
11.नेमशाह पिता चमरू सिंह
ग्राम नेउशा पोस्ट बकेली तहसील पाली जिला उमरिया
12.शिवदयाल पिता गजराज सिंह वार्ड नंबर 18 ग्राम अंतोली पोस्ट टेंगरहा जिला शहडोल शामिल है।
जयसिंहनगर विकासखंड के ग्राम आंदोली के वार्ड नंबर 18 में रहने वाले दो सगे भाई भी इस हादसे का शिकार हो गए थे, शिवदयाल और उसका सगा भाई भी हादसे में काल का ग्रास बने, अभी से कुछ देर पहले 85 गमले की टीम उसके गांव पहुंची है तथा उनके परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी है।
आखिर कौन है जिम्मेदार….
गरीबी इंसानो को कहा से कहा ले जाती है इसका एक उदाहरण औरंगाबाद रेल हादसे से देखा जा सकता है। जिले से लगभग 960 किलोमीटर का सफ़र तय करने को आतुर ये श्रमिक कही भूख से तो कही चार पैसों के लिए अपनी जन्मभूमि को छोड़ कर अन्य राज्यो में पलायन कर जाते है।यदि इन श्रमिको को स्थानीय काम काज मिल जाता तो सायद इनका परिवार उजड़ने से आज बच जाता। भूख और भय ने इन्हे सड़क से रेलवे ट्रैक पर कड़ी धुपों में चलने पर मजबूर किया।