फर्जी मजिस्ट्रेट धराया- शहडोल
शहडोल । वेलकम इन होटल में खुद को फर्जी अपर मजिस्ट्रेट बताकर रुका हुआ था। उसने मैनेजर को बताया कि वह कुछ दिन पहले ही ग्वालियर खंडपीठ से जबलपुर खंडपीठ में पदस्थ हुआ है। होटल मैनेजर डेनजिल रोड्रिक्स से इस फर्जी मजिस्ट्रेट की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना मिली थी।जिला पुलिस ने यहां एक होटल से 10वीं पास फर्जी अपर मजिस्ट्रेट को गिरफ्तार किया है। आरोपी नौकरी दिलवाने और जमानत दिलवाने के नाम पर रुपए एठने का काम कर रहा था। था। होटल में कमरा बुक करते वक्त उसने बैंक मैनेजर को भी यह दिखाया। इसके बाद मैनेजर ने संदीप को अपर मजिस्ट्रेट मानकर कटनी कोर्ट में एक जमानत करवाने की बात कही। मैनेजर और फर्जी मजिस्ट्रेट संदीप ने रात में एक साथ बैठकर शराब पी और उससे जमानत करवाने के नाम पर 2 किश्तों में 40 हजार रुपए ऐंठ लिए। पुलिस ने बताया है कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड से भी करीब तीन लाख ठगी की है।
टीआई रावेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि आरोपी इसके बाद पुलिस ने होटल से अपने आपको अपर मजिस्ट्रेट बता रहे युवक संदीप सिंह परिहार पिता सोबरन सिंह परिहार निवासी वार्ड नंबर 11 शांतिनगर जिला भिंड को गिरफ्तार कर लिया। टीआई रावेन्द्र द्विवेदी बताया कि संदीप सिंह की एक मुंहबोली बहन जबलपुर में रहती है। उसके माध्यम से संदीप का परिचय गोहपारू थाना अंतर्गत रहने वाले एक युवती से हुआ। दोनों की आपस में दोस्ती हो गई। इस दौरान आरोपित ने देखा कि युवती के खाते में भी लगभग डेढ़ लाख रुपए हैं। उसने एटीएम लेकर ये रकम निकाल ली। इसके बाद भाई की नौकरी लगवाने के नाम पर भी उसने युवती के परिजनों से करीब डेढ़ लाख रुपए ले लिए। टीआई ने बताया कि आरोपी ने अपनी फेसबुक आईडी में खुद के अपर मजिस्ट्रेट होने का स्टेटस लगा रखा ।