फर्जी मस्टर रोल बना निकाल रहे मजदूरों की राशि
Ajay Namdev- 7610528622
सरपंच पति की मनमानी के लग रहे आरोप
अनूपपुर। अनूपपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत छोहरी में हर काम में नियमित भ्रष्टाचार हुए हैं। चाहे वह सडक निर्माण का हो या फिर नल-जल योजना का हर मामलो में पंचायत के कर्मचारी मिलबांट कर खाने में आगे रहते हैं। ऐसा ही एक मामला छोहरी पंचायत का है जहां ग्राम पंचायत द्वारा तालाब का निर्माण किया जा रहा था जहां बिना कार्य किये ही फर्जी मस्टर रोल बनाकर पैसे निकाल लिये गये।
मिलीभगत से चल रही पंचायत कार्य
ग्रामीणो ने बताया कि जो मजदुर काम पर नही आते हैं उनकी हाजरी मस्टर रोल में भरकर नियमित दी जा रही है। जब इस बात की जानकारी हमें लगी तो हमरे आपत्ति जताई लेकिन सरपंच सचिव की मिलीभगत से उन्हें किसी का भय नहीं। और ऐसे लोगों की हाजरी बना दिया जाता है जो कभी काम पर नहीं आये। पंचायत के द्वारा कोई भी निर्माण कार्य होता है तो सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक की सांठ-गांठ से होता है।
सरपंच पति के हौसले बुलंद
ग्राम पंचायत छोहरी में पंचायत के सभी कार्य सरपंच पति के हाथो में हैं जो सरपंच पति कहते हैं वह पंचायत में होता है। पंचायत का कारोबार पूरे सरपंच पति चला रहे हैं। अगर मजदूरों व ग्रामीणों द्वारा सरपंच से बात की जाती है तो सरपंच द्वारा उन्हेंं धमकी देकर भगा दिया जाता है। इस बात पर कुछ मजदूरो आक्रोशित दिखाई दिए, लेकिन सरपंच पति को इस बात से कोई फर्क नही पडता।
सभी पर लगे आरोप
ग्रामीणों ने पंचायत के द्वारा कराए गए कार्यो में वर्ष 2014 से 2018 तक किए कार्यों में भ्रष्टाचार हुआ है। जिसमें सौर ऊर्जा लाइट, सीसी सडक़, तालाब, घाट निर्माण आदि कार्यो में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। शौचालय निर्माण के लिए आई राशि के वितरण की भी जांच की मांग की बात कही है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि गांव मे चल रहे तालाब का घटिया निर्माण हो रहा है। अगर इस पर जल्द ही कार्यवाही नहीं की जाती तो इस कार्य में सभी मिलीभगत का पैसे का आहरण कर लिया जायेगा।
लाखों की राशि निकाली
पंचायत के द्वारा मुख्य मार्ग से दुर्गा पंडाल तक बनी सडक की लागत 4 लाख 81 हजार 500 रूपये व दूसरी सडक बस्ती चौराहा से आंगनबाडी तक बनी सडक की लागत 5लाख 65 हजार रूपये एवं तीसरा मुख्य मार्ग से रेलवे फाटक तक जिसकी लागत 9 लाख 03 हजार 560 रूपये पैसा खर्च होने के बाद भी सडक बदहाल स्थिति में है। आज 8 माह पूर्व ही इन सडको का निर्माण कार्य पंचायत द्वारा ठेकेदार से मिलीभगत कर किया गया था। ग्रामीणो ने यह भी बताया की निर्माण कार्य तक तो ठीक था लेकिन सडक पहली बरसात की मार तक नही सह पाई अब पूरी तरह से सडक जर्जर स्थिती में हो चुकी है।
फिर हो जांच शुरू
ग्रामीणो ने बताया कि जितने भी विकास कार्य हुए हैं उन सभी कामों मे जमकर भ्रस्टाचार हुआ जिसके सुत्रधार ग्राम पंचायत छोहरी सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक और इंजीनियर पर निशाना साधा है और यह भी कहा की इन सब बातों को लेकर हम कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत में पत्राचार के माध्यम से शिकायत करेंगे।