बड़ी खबर…शहडोल में कोविड की दस्तक@ दो पॉजीटिव

(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। जिले में लॉक डाउन वन व टू के लगभग 1 माह से अधिक का समय बीतने के बाद आज गोहपारू पर क्वारंटाइन किये गये दो श्रमिकों की जांच क बाद उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव बताई गई है। कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी. चौधरी ने दूरभाष पर की गई चर्चा पर इसकी पुष्टि भी की है।
अन्यत्र से मजदूर लाना पड़ा महंगा
शिवराज सरकार द्वारा प्रदेश के अन्य जिलों में फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने की कवायत महंगी पड़ती नजर आ रही है। इस कवायत ने शहडोल कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक व आमजनता की लॉक डाउन की पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया। जिन दो मजदूरों को कोरोना पॉजीटिव पाया गया है, उसमें एक मजदूर महाराष्ट्र के अहमद नगर से यहां लाया गया था, वहीं दूसरे मजदूर को विदिशा से लाने की खबर है। हालाकि अधिकारिक तौर पर अभी इसकी प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं हुई है, यह बात भी सामने आई है कि दोनों मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर से छुट्टी होने के बाद यह रिपोर्ट आई है, मजदूरों में 15 साल की किशोरी और 26 साल का युवक शामिल है।
खबर यह भी है कि दोनों को क्वारंटाइन सेंटर से छुट्टी दे दी गई थी, बाद में रिपोर्ट पॉजीटिव आने के कारण रिपोर्ट ने चिंताओं को और बढ़ा दिया है, हालाकि यह खबर आने के बाद कलेक्टर स्वास्थ्य अमले को लेकर खुद क्षेत्र के लिए रवाना हो गये थे, बड़ी बारीकियों से पूरे मामले का अध्ययन और उससे जूझने के लिए रणीनीति बनाई जा रही है।
चिकित्सकों का दल अलर्ट
खबर है कि कोविड-19 के मरीजों की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने चिकित्सा विभाग को अलर्ट करते हुए उनकी ड्यिुटी पर मेडिकल कालेज पहुंचने के आदेश दे दिये हैं।
कोविड-19 से बचने के लिए करे उपाय
अपने हाथ नियमित रूप से अल्कोहल-आधारित हैंड-रब से अच्छी तरह साफ़ करें, या उन्हें साबुन और पानी से धोएँ।
खाँसने या छींकने वाले किसी भी व्यक्ति से कम से कम 1 मीटर (3 फीट) की दूरी बनाए रखें।
आँख, नाक और मुंह छूने से बचें।
कोविड-19 फैलने वाले प्रमुख क्षेत्रों की जानकारी रखें, यदि संभव हो, तो ऐसे क्षेत्रों को यात्रा करने से बचें, विशेषकर यदि आप वृद्ध हैं या मधुमेह, हृदय या फेफड़ों की बीमारी के मरीज़ है।
सुनिश्चित करें कि आप और आपके आस-पास के लोग अच्छी श्वसन स्वच्छता का पालन करें, मतलब ये कि खाँसते या छींकते समय अपने मुँह और नाक को बाँह मोड़कर या टिशू से ढक लें, उपयोग किए गए टिशू को उसी समय कूड़ेदान में फेंक दें।
यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं, तो घर पर ही रहें, यदि आपको बुख़ार, खाँसी और साँस लेने में कठिनाई होती है, तो चिकित्सा पर ध्यान दें और ऐहतियात के तौर पर फ़ोन करें।