मनरेगा कार्य शुरू होने से मिलने लगा रोजगार
मॉस्क सेनिटाइजर से दूर हैं मजदूर
(अमित दुबे+8818814739)
शहडोल। लॉकडाउन के समय मनरेगा का कार्य शुरू होने से मजदूरों की जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। जिले की ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू हो गया है। बाहर से आने वाले मजदूरों में सर्वेक्षण कराकर उनको जॉबकार्ड बनाने के लिए सचिवों को निर्देश दिए गए हैं। जल संचयन व जल संरक्षण के आधार पर कार्य किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिग (निर्धारित दूरी) के नियम के आधार पर कार्य कराया जा रहा है। लॉकडाउन के समय मनरेगा का कार्य शुरू होने से मजदूरों को उनके ही गांव में काम मिलने लगा है। इससे मजदूरों के परिवारों में खुशी देखी गई। जिले में सैकड़ों कार्य मनरेगा के अंतर्गत शुरू किए गए है। इनमें ज्यादातर जल संचयन व संरक्षण के कार्य हैं। उधर, कुछ स्थानों पर बिना मॉस्क के ही मजदूर कार्य करते देखे जा रहे हैं।
मेट के भरोसे सैकड़ों मजदूर
जिले में मनरेगा का कार्य संभाग में प्रथम स्थान पर है, दावा किया कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के आधार पर कार्य कराए जा रहे हैं, लेकिन जिले की जयसिंहनगर जनपद की ग्राम पंचायत देवरी में भी मनरेगा के तहत कार्य शुरू कराया गया, लेकिन निचले स्तर के कर्मचारी कोविड-19 को लेकर कितने संजीदा है,इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत में कार्य शुरू हो चुका है और सचिव दो दिनों से मेट के भरोसे कार्य छोड़कर गायब हैं।
सचिव के पास है मॉस्क
ग्राम पंचायत देवरी में मनरेगा के तहत खंती के आधार पर कार्य शुरू किया गया है, मेट विजय जायसवाल ने बताया कि सचिव रमाकांत द्विवेदी दो दिनों से नहीं आये हैं साथ ही मॉस्क दो दिन पूर्व बांटे गये थे, साबुन या सेनिटाइजर भी उन्हीं के पास है, जब वो आयेंगे तो, बांट दिया जायेगा, स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे जिम्मेदारों के भरोसे दर्जनों मजदूरों को छोड़ा गया है, अगर कोई एक भी व्यक्ति अगर संक्रमित होता है तो, इससे पूरे प्रशासन पर सवालिया निशान लगने लगेंगे।