मरीजो को बांटी जा रही कालातीत दवाइंया
मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी का
(माजिद खान)
शहडोल । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में इस समय अव्यवस्थाएं चरम तक पहुच चुकी है, यहां पदस्थ कर्मचारियो की मनमानी का आलम यहां तक पहुंच गया है कि वह आंख बंद कर मरीजो को कालातीत दवाईया देने से भी गुरेज नही कर रहे है। अस्पताल काउंटर से दी गयी सिफिकझिम नाम की दवा ११ नवम्बर २०१९ को एक्सपायर हो जाने के एक माह बाद भी उक्त दवाई मरीजो को खुलेआम वितरित कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अस्पताल की इस अव्यवस्था का शिकार होने वाले धनपुरी बिलियस नंबर एक निवासी के.के. गुप्ता ने बताया कि गत दिवस वह अपने ५ वर्षीय पुत्र हर्ष की तबियत खराब होने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी लेकर गया, जहां स्वास्थ्य परीक्षण के बाद डॉक्टर द्वारा लिखी गयी दवाई वह अस्पताल के दवा काउंटर से प्राप्त कर घर आ गया। जब वह बच्चे को दवाई खिलाने जा रहे थे तो उनके मन मे ख्याल आया कि इसकी एक्सपायरी डेट चेक कर ले। जब उन्होंने देखा कि उक्त दवाई एक माह पहले ही एक्सपायर हो चुकी है तो उनके होश उड़ गए। वह चिंता में पड़ गए कि कही वह बिना देखे यह एक्सपायरी डेट की दवाई अपने बच्चे को खिला देते तो क्या होता। इसके बाद वह निजी चिकित्सालय जाकर अपने बच्चे का उपचार कराए।
हंसी ठिठोली का केन्द्र
सवाल यह उठता है कि श्री गुप्ता जैसे क्या हर मरीज व उनके परिजन जागरूक तो नही है और वह निश्चिंत होकर अस्पताल की दवाइयों का सेवन कर लेते है। ऐसे में यदि उनके स्वास्थ्य पर इसका विपरीत असर पड़ता भी है तो भी वह इसका कारण नही जान सकते है। विदित को की वर्तमान समय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में एक चिकित्सक समेत आधा दर्जन से अधिक स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारी है । लेकिन उन्हें मरीजो से कोई सरोकार नही है। अधिकाँश कर्मचारी केवल गप्प मारकर अपनी ड्यूटी पूरी कर लेते है, अस्पताल की पटरी से उतरी अव्यवस्था के कारण ही यहाँ मरीज जाने से कतराने लगे है , लाखो की बिल्डिंग मात्र इन कर्मचारियो के लिए हंसी ठिठोली की जगह बनकर रह गयी है ।
इनका कहना है…
मैं इसकी जानकारी लेता हूं कि किसने कालातीत दवाइंया बांटी है ।
डॉक्टर श्री सतनामी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी
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मुझे इसकी जानकारी नही है ।यदि मेरे पास लिखित शिकायत आएगी तो आवश्यक कार्यवाही दोषिजन के विरुद्ध की जाएगी।
डॉक्टर सचिन कारखुर
बीएमओ बुढ़ार