‘मुखर वनिताएं’ खुद बना रहीं अपनी राहें

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‘मुखर वनिताएं’ बना रहीं अपनी राहें
तीन महीने में ही बन गया नारी शक्ति का कारवाँ

(शम्भूयादव@9826550631)

शहडोल । चार महीने पूर्व 21 जून को ‘मुखर वनिताएं’ नामक वाट्सअप गु्रप से शुरू हुई कुछ मुखर नारी शक्तियों को एक-दूसरे से जोडऩे और खुद व समाज के लिये नई राहें बनाने की कवायद कारवाँ बन गई, शनिवार को स्थानीय निजी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में इस वाट्सअप गु्रप की करीब डेढ़ सैकड़ा नारी शक्तियां जब एक साथ पहुंची तो वह दृश्य देखने लायक था। दरअसल शहडोल सहित अन्य प्रदेशों व प्रदेश के कई जिलों की महिलाएं इन चार महीनों में एक-दूसरे के संपर्क में आकर ‘मुखर वनिताएं’ नामक वाट्सअप गु्रप से जुड़ती तो चली गई, लेकिन इनमें से अधिकांश ऐसी थी जो प्रत्यक्ष रूप से एक-दूसरे से नहीं मिली थी लेकिन वाट्सअप गु्रप में हर सप्ताह व मासिक रूप से आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में उनके दिल आपस में मिल चुके थे, वाट्सअप ग्रुप की शुरूआत पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शालिनी सरावगी द्वारा की गई थी, शनिवार को हुए आयोजन में रेखा जैन, रागी जैन, बबिता जायसवाल, किरण अग्रवाल, सुचिता शर्मा, दीपाली सरावगी की प्रमुख भूमिका रही, वहीं मंच का संचालन छाया गुप्ता द्वारा किया गया।

सम्मानित हुई 14 ‘मुखर वनिताएं’

आयोजन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी मंचन किया गया, महिलाओं ने गीत, कविता और नृत्य आदि की प्रस्तुति दी, खास बात यह रही कि प्रस्तुत की गई सभी कविताएं व अन्य प्रस्तुतियां किसी अन्य की प्रतिलिपि न होकर उन वनिताओं के द्वारा खुद बनाई गई थीं, हालांकि इन प्रस्तुतियों को बीते चार माह के दौरान दर्जनों बार वाट्सअप ग्रुप में आयोजित प्रतियोगिताओं में उनकी प्रस्तुति की गई थी, बीते अर्से के दौरान समय-समय पर जिन वनिताओं ने बाजी मारी थी, उनमें नूतन सिंह, नीतू सिंह, निमा गुप्ता, नीति सिंघल, राखी शर्मा, अंजू उदानिया, सुमन गुप्ता, ऊषा डोडवानी, अंजू अग्रवाल, ज्योतिका श्रीवास्तव, आशा खरया, आभा श्रीवास्तव, डॉली जैन व ममता पयासी शामिल हैं। इनके साथ ही नीलम तिवारी और सीमा सिंह भोपाल से यहां कार्यक्रम में पहुंंची थीं, कसमा मिश्रा और निधि श्रीवास्तव द्वारा नृत्य की प्रस्तुति दी गई, शशि अग्रवाल, नीलम जसवानी के द्वारा कविता का वाचन किया गया।

मुखर रहीं वनिताएं

वाट्सअप गु्रप के माध्यम से करीब डेढ़ सैकड़ा गृहणियों को अपने अंदर छुपी प्रतिभा को सामने लाने का मौका मिला है, आयोजन के दौरान 14 वनिताओं को तो सम्मानित किया ही गया, साथ ही 21 जून से लेकर वर्तमान तक हर सप्ताह व विभिन्न अवसरों पर आयोजित प्रतियोगिताओं के दौरान 72 वनिताओं ने बाजी मारी थी, उन्हें भी शनिवार को सम्मानित किया गया, खास बात यह रही कि वनिताओं को जिन स्मृति चिन्हों और पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, उनका निर्माण खुद वनिताओं द्वारा किया गया था, यहीं नहीं पूर्व में आयोजित प्रतियोगिताओं में जनरल नॉलेज से लेकर सुखमय जीवन व समाज में महिलाओं की स्थिति को सुदृढ़ करने जैसे आयोजन किये गये थे, चार माह पहले जिस उद्देश्य को लेकर शालिनी सरावगी ने मुखर वनिता गु्रप की शुरूआत की थी, शनिवार को आयोजन के दौरान वह उद्देश्य फलीभूत होता दिखा।

सामाजिक जिम्मेदारी में भी पीछे नहीं वनिताएं

आयोजन के दौरान जिस 14 वनिताओं को प्रमुख रूप से सम्मानित किया गया, उनकी सामाजिक पृष्ठभूमि भी किसी से कम नहीं है, वाट्सअप ग्रुप से पहले भी ये नारी शक्तियां अपने-अपने क्षेत्र में सामाजिक सरोकारों से जुड़ी रहीं, जिनमें नीतू सिंह उत्तर प्रदेश उपाध्याक्ष क्षत्रिय महासंघ, नूतन सिंह राष्ट्रीय साचिव एवं उपाध्यक्ष एनएसएस, राखी शर्मा आदिशक्ति पावन जागृति, निभा गुप्ता, सुमन गुप्ता नगर अध्यक्ष, अंजू अग्रवाल, अध्यक्ष लायनेस क्लब बुढ़ार, ममता पयासी अध्यक्ष अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज, ऊषा डोडवानी अध्यक्ष सिंधी समाज बुढ़ार, आभा श्रीवास्तव अध्यक्ष कायस्थ महासभा, अंजलि उदानिया अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण सम्माज शहडोल, ज्योतिका श्रीवास्तव अध्यक्ष गुरुकुल शिक्षा संस्कार, नीति सिंघल प्रान्ति महामन्त्री भरत स्वाभिमान न्यास शामिल रहीं।

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