मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सुनाया चाचा नेहरू की कहानी

भोपाल. उनकी पहली प्राथमिकता और प्रतिबद्धता आधुनिक भारत के निर्माण और उसे आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ मजबूत अर्थव्यवस्था देने की थी।मुख्यमंत्री ने कहा पंडित नेहरु ने आधुनिक शिक्षालय और सार्वजनिक क्षेत्र के विशाल उद्योगों को स्थापित किए तथा भारत को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाया। उनके महान कार्य आज भी देश और लोगों की जरूरतों को पूरा करते हैं। इसके बाद कमलनाथ बच्चों के बीच पहुंचे, उन्हें गोद में उठाया और दुलारा।मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। कमलनाथ ने गुरुवार को रोशनपुरा चौराहा स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किए।
सुनाया पंडित नेहरू से मुलाकात का किस्सा
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पंडित नेहरू से मुलाकात का किस्सा शेयर किया। उन्होंने कहा कि जब वे दून स्कूल में संजय गांधी के सहपाठी थे, तब पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी एक साथ माह में एक बार स्कूल के नियम के अनुसार संजय गांधी और राजीव गांधी से मिलने आते थे। इस दौरान उनका सम्पर्क नेहरू जी एवं इंदिरा जी से हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दिन भर उनके साथ रहते थे लेकिन हमें कभी अहसास नहीं होता था कि हम देश के प्रधानमंत्री के साथ हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था की नींव पंडित नेहरू ने रखी : दिग्विजय सिंह ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ही भारत की अर्थव्यवस्था की नींव रखी। भेल का निर्माण किया, एनटीपीसी बनाया और बड़े-बड़े बांध बनाए। इस मौके पर जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर, कमलेश्वर पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत, प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।वे बगैर तामझाम के एक जिम्मेदार अभिभावक के नाते हम लोगों के साथ समय बिताते थे। हमसे शिक्षा और ज्ञान से जुड़ी बातें करते थे और सीख भी देते थे।
आजादी की लड़ाई लड़ते हुए बिता दी जवानी: प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभाकक्ष में कांग्रेसियों ने पंड़ित नेहरू की जयंती पर उन्हें याद किया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि पंडित नेहरू बड़े घराने में जन्मे और विदेश में पढ़ाई की, परंतु जब महात्मा गांधी के संपर्क में आए तो उन्होंने अपने विदेशी कपड़े त्यागकर खादी पहनना शुरू कर दिया, यहां तक कि अपने पिता मोतीलाल नेहरू को इतना प्रभावित किया कि उन्होंने भी खादी पहनना शुरू कर दिया और आजादी की लड़ाई में कूद गए। नेहरू जी 9 साल से ज्यादा समय जेल में रहे, पूरी जवानी आजादी की लड़ाई लड़ते हुए जेल में बिता दी। जब देश आजाद हुआ तो सभी ने मिलकर उन्हें प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में चुना।