मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने “किल कोरोना अभियान” के शुभारंभ अवसर पर जागरूकता वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
भोपाल । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नवाचार “किल कोरोना अभियान” के तहत भोपाल जिले में व्यापक और सघन हेल्थ सर्वे और जांच का अभियान चलाया जाएगा। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने सभी जिला अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग की टीम को एक जुलाई से प्रारंभ किए जा रहे किल कोरोना अभियान में सबकी भागीदारी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि शहर को कोरोना संक्रमण से मुक्त करने के लिए आवश्यक है कि हम सब मिलकर अपने अथक प्रयासों से अपना योगदान दे।
जिले में वायरस को नियंत्रण और स्वास्थ्य जागरूकता के इस महत्वपूर्ण अभियान में सरकार और समाज साथ-साथ कार्य करेंगे। किल कोरोना अभियान प्रत्येक परिवार को कवर करेगा।
कलेक्टर श्री लवानिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों और विभाग प्रमुखों से कहा है कि जिले में डोर टू डोर विस्तृत सर्वे के माध्यम से संदिग्ध रोगी की शीघ्र पहचान और उपचार का कार्य किया जाए। सभी का सहयोग लेते हुए अभियान को गति दी जाए। वायरस के पूर्व नियंत्रण की रणनीति के साथ कार्य करें। किल कोरोना अभियान में सभी का सहयोग अपेक्षित है। घर-घर पहुंच रहे सर्वे दल को आवश्यक जानकारी देकर सहयोग करें।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भोपाल शहर की घनी बस्तियों, झुग्गियों और स्लम एरिया में सबसे पहले अभियान चलाया जाएगा। उसके बाद ग्रामीण और शहर के अन्य क्षेत्रों में अभियान चलाकर सार्थक एप के माध्यम से व्यापक सर्वे, सेंपलिंग और स्क्रीनिंग के लिए महा अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए शहर में कुल 500 सर्वे दलों का गठन किया जाकर इन दलों को पूर्व में प्रशिक्षण दिया गया है।
गठित दल शहर में चिन्हित 51 घनी और सघन बस्तियों में व्यापक स्क्रीनिंग और सेंपलिंग का कार्य कर किल कोरोना अभियान को सार्थक करेंगे। यह सर्वे दल अति मंद, मंद और कोरोना लक्षणों वाले संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए निरंतर बस्तियों में सघन भ्रमण करते हुए उन्हें चिन्हित कर उन्हे उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर में उपचार हेतु भेजा जा रहा है। इसके साथ ही विभिन्न जिला अधिकारियों का दल इसकी सतत मॉनिटरिंग कर रहा है, जिससे आगामी एक जुलाई से प्रारंभ होने वाले किल कोरोना अभियान को गति मिल सके और शहर को कोरोना से मुक्ति। अभियान को क्रियाशील करने के लिए इन सर्वे दलों में वरिष्ठ अधिकारी, जिला अधिकारी, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर, स्वास्थ्य विभाग की टीम निरंतर कार्य कर रहे हैं।
कोरोना अभियान में 12 सौ से अधिक आगनबाड़ी कार्यकर्ताओ और 600 आशा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ एएनएम, स्वास्थ्य दल का मैदानी अमला शहर भर में अभी तक 15 लाख से ज्यादा लोगों का सर्वे भी किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त शहर भर में 61 फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं और संक्रमित व्यक्ति के फर्स्ट कांटेक्ट की खोज कर शहर में कोरोना संक्रमित व्यक्ति के मिलने के बाद ही उससे संपर्क में आने वाले लोगों की जांच की जा रही है। इसके बाद कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम प्रमुखता से किया जा रहा है। इसमे पुलिस और इंटेलिजेंस की भी मदद ली जा रही है, जिससे संक्रमण के खिलाफ जारी जंग को और प्रभावी बनाया जा सके।
सर्वे दलों द्वारा शहर की सघन बस्तियों और स्लम एरिया में व्यापक पैमाने पर स्क्रीनिंग और डाटा कलेक्शन और सैंपलिंग का कार्य किया जा रहा है। इन सभी सर्वे दलों को सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने, अनिवार्य मास्क लगाने, सेम्पलिंग और स्क्रीनिंग का महा अभियान कैसे करें और इसे महा अभियान को युद्ध स्तर पर पूरा करने का प्रशिक्षण दिया गया है।