कोरोनावायरस, कोविड-19 जैसी महामारी से आज पूरा विश्व जूझ रहा है, आगामी 14 अप्रैल तक पूरे देश में टोटल लाक डाउन हो चुका है, इन परिस्थितियों में सबसे ज्यादा परेशान मजदूर और वह वर्ग है जो रोज मेहनत करके अपनी रोजी-रोटी की व्यवस्था करता था। संकट की इस घड़ी में सब ने अपनी जिम्मेदारी संभाली हुई है, कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारी जहां व्यवस्थाओं को लागू करवा रहे हैं, वहीं पुलिस जमीनी स्तर पर लायन आर्डर और व्यवस्था को पटरी से उतरने से रोक रही है, दूसरी तरफ समाज का एक ऐसा वर्ग भी है जिसने खुद-ब-खुद सामने आकर लोगों के पेट भरने का बीड़ा उठा रखा है, यह वर्ग कहीं राशन, तो कहीं भोजन, तो कहीं नगद और अन्य सामग्रियां भेजकर व्यवस्था संभालने में लगा हुआ है।

शहडोल। कोविड-19 जैसी महामारी को लेकर आज पूरा संभाग और इसके अंतर्गत आने वाले तीनों जिले एकजुट नजर आ रहे हैं, भारत आदिकाल से ही अनेकता में एकता का संदेश देता रहा है, यहां का इतिहास रहा है कि जब भी कोई परेशानी या बड़ा संकट देश या समाज के ऊपर आता है, तो समाज का हर वर्ग मिलकर उसका मुकाबला करता है, यह सुखद बात है कि जिले में अभी तक कोरोनावायरस अपनी दस्तक नहीं दे पाया है, संभाग के तीनों जिलों में कार्यपालिका, न्यायपालिका और व्यवस्थापिका के अलावा मीडिया और पांचवां स्तंभ इन दिनों नजर आ रहा है, जिसने अपने कंधों पर उन भूखे पेटों को भरने की जवाबदारी ले रखी है, जिन भूखे पेटों कि न तो कोई जात है और ना ही कोई धर्म और नहीं आर्थिक रूप से कोई ऐसी रेखा है जो भोजन खाने वालों और बांटने वालों के बीच खींची जा सके।
कोविड-19 तो संभाग में अपनी दस्तक नहीं दे पाया, लेकिन कोविड-19 के कारण संभाग सहित आसपास के पूरे जिले,यही नहीं पड़ोसी प्रदेश छत्तीसगढ़ के कई जिले आपस में एक सूत्र में बंधे हुए दिखाई दे रहे हैं, प्रशासन ने भले ही जिलों की सीमा रेखा बांध रखी है और प्रशासनिक स्तर पर सभी जिलो को टोटल लॉक डाउन करने के आदेश भी जारी हुए हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेशों से मजदूरों का पलायन लगातार जारी है, इस बीच यह बात भी सामने आई जिसमे जिले का एक बड़ा वर्ग, विभिन्न समाजों का प्रतिनिधित्व करने वाले बुद्धिजीवी, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों के अलावा विद्यालय संगठन, युवाओं के संगठन और संकट की घड़ी में कई स्वयंसेवी संगठन खुद-ब-खुद सामने आकर खड़े हो गए हैं, जिन्होंने उन हजारों भूखे पेटों को भरने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है।

पूरे संभाग में यही स्थिति

शहडोल जिला मुख्यालय से लेकर जयसिंहनगर, गोहपारू,ब्यौहारी, देवलोद को देखा जाए या फिर दूसरी तरफ बुढार, धनपुरी, अमलाई और कोयलांचल के दूसरे क्षेत्रों में पर नजर डाली जाए तो हर तरफ समाजसेवियों की एक चेन बनती नजर आती है, जो बिना किसी स्वार्थ के अपने काम में लगी हुई है, गोहपारु क्षेत्र में जनपद के उपाध्यक्ष सुधीर सिंह के अलावा ग्रामीण अंचल में भी कई युवाओं की टोलियां बन चुकी हैं, जो अपने- अपने क्षेत्र में निराश्रितों को चिन्हित कर उन्हें भोजन दे रही हैं, शहडोल मुख्यालय में की दर्जन भर ऐसे समाजसेवी सामने आए हैं, जिन्होंने यह जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है।

भूख को मार रहे ये योद्धा

शहडोल मुख्यालय में सबसे पहले जिस युवा संगठन का नाम सामने आया उसकी अगुवाई सोहागपुर के सुफियान खान कर रहे हैं, नौजवान कमेटी के नाम से यह संगठन पहले भी जनहित में काम करता रहा है, कोविड-19 की दस्तक के साथ ही उक्त संगठन ने सोहागपुर सहित आसपास के वार्डों को सेनेटराइज करने का जिम्मा उठाया, नालियों सहित पूरे मोहल्लों में दवा का छिड़काव खुद सुफियान खान और उसकी टीम ने किया। यही नहीं दूसरी तरफ इस टीम ने उन लोगों को भी चिन्हित कर भोजन उन तक पहुंचाने का कार्य किया जो या तो दिहाड़ी मजदूर थे या उनके सामने पेट भरने की समस्या खड़ी हुई थी । मुख्यालय में ही रहने वाले व्यवसाई मोहम्मद जकरिया ने भी भूखे पेटों को भरने का बीड़ा उठाया हुआ है ,शहडोल सहित आसपास के ग्रामों में खाद्यान्न बीते 5 दिनों से जकरिया और उसके साथी पहुंचा रहे हैं, नगरपालिका के उपाध्यक्ष कुलदीप निगम और उनकी टीम भी इस काम में लगी हुई है, मंगलवार को सिंधी समाज ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाया और कलेक्टर से मुलाकात कर खाद्यान्न के 200 पैकेट सिंधी युवक मंडल के राजेश रोहरा, जितेंद्र कुंदनानी और अन्य साथियों ने कलेक्टर से मिलकर दिए। राहत की यह चेन यहीं नहीं रुकी, युवा पत्रकार मोहम्मद जुबेर ने भी इन दिनों मजदूरों और गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों को चिन्हित कर उन तक खाद्यान्न पहुंचाने का बीड़ा उठाया हुआ है।

अरोरा ने होटल के साथ राशि देने की घोषणा

युवा व्यवसाई हरीश अरोरा ने भी जिला प्रशासन को राहत कोष के लिए ₹100000 देने की बात कही, यही नहीं उन्होंने सोशल मीडिया पर भी जिला प्रशासन को निराश्रित और बाहर से आने वाले राहगीरों के अलावा मरीजों के लिए अपने होटल कुंदन किंग्स को सौंपने की बात कही है। इसके अलावा गंज में रहने वाले व्यवसायी संदीप श्रीवास्तव की युवा टीम ने भी बीते 2 दिनों से निराश्रितों को चिन्हित कर उन तक भोजन पहुंचाने का बीड़ा उठाया हुआ है।

डीएवी सहित अन्य संस्थान आए आगे

कोयलांचल में स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल के संस्थापक व पूर्व विधायक छोटे लाल सरावगी व पंडित किशोरी लाल चतुर्वेदी के साथ हनुमान खंडेलवाल, यूनुस खान आदि ने जिला प्रशासन को राहत कोष के लिए संस्थान की ओर से ₹100000 का की राशि प्रदान की, यह राशि पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती शालिनी सरावगी और वर्तमान उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र ताम्रकार के माध्यम से कलेक्टर को दी गई।

कोयलांचल में जैनब फाउंडेशन ने संभाला मोर्चा


जिले के बुढार,धनपुरी, अमलाई, बकहो, राजेंद्र नगर सहित आसपास के ग्रामीण व शहरी इलाकों में बीते 5 दिनों से जेनब फाउंडेशन नामक स्वयंसेवी संगठन ने निराश्रितों के घर तक दोनों समय भोजन पहुंचाने का जिम्मा उठाया हुआ है, संस्था की ओर से इसके लिए बुढार ,धनपुरी, अमलाई और अनूपपुर जिले के साथ चचाई थाना से मदद ली जा रही है, जैनब फाउंडेशन की ओर से अवधेश पांडे व शुभम तिवारी ने बताया कि आगामी 14 अप्रैल तक लगातार भोजन निराश्रितों के घर पर पहुंचाया जाएगा। साथ ही उन लोगों उन लोगों को भी भोजन दिया जा रहा है जो सड़क मार्ग से शहडोल होते हुए अन्य जिलों में प्रदेशों में जा रहे हैं।

अमलाई में युवाओं की डोली आई सामने

शहडोल जिले की सीमा से सटे अनूपपुर जिले के ग्राम पंचायत बरगवां, देवहरा, देवरी सहित अमलाई रेलवे स्टेशन वाले क्षेत्र में युवाओं की टोली भी बीते 5 से 6 दिनों से भोजन बनाकर निराश्रितों के घरों तक पहुंचा रही है,युवाओं की टोली की अगुवाई जनपद सदस्य पवन चीनी, पत्रकार निजामुद्दीन अली, संतोष टण्डन, मनीष तिवारी मयंक सिंह सिंगर शालू विश्वकर्मा रवि विश्वकर्मा मनीष चौहान निखिल सिंह अंकित पांडे आदित्य सिंह, संजू बाबा, बबलू दुवेदी,राजेश यादव,के साथ ही चचाई थाना प्रभारी प्रिया सिंह गहरवार के द्वारा की जा रही है,यहां चचाई से लेकर बरगवां, अमलाई कालरी, डूंगरिया टोला, बसंतपुर दफाई, शनिचरी दफाई, धनपुरी नंबर 3, बकहो, ओपियम आदि क्षेत्रों में युवाओं द्वारा दोनों समय भोजन पहुंचाया जा रहा है।


निकाय भी निभा रहे जिम्मेदारी

संभागीय मुख्यालय के शहडोल नगर पालिका सहित कोयलांचल की नगर परिषद बुढार और नगर पालिका परिषद धनपुरी के माध्यम से भी क्षेत्र में निराश्रितों को राशन के साथ भोजन आदि उपलब्ध कराया जा रहा है, खासकर बुढ़ार और धनपुरी नपा क्षेत्रों में नागरिकों को सैनिटाइजर के साथ मास्क आदि उपलब्ध कराए जा रहे हैं, बीते सप्ताह भर से दोनों ही निकायों के सफाई कर्मी पूरे समय अपनी सेवाएं दे रहे हैं, नालियों की साफ-सफाई और ब्लीचिंग पाउडर आदि का भी छिड़काव किया जा रहा है, बुढ़ार नगर परिषद के अध्यक्ष कैलाश विश्नानी के साथ ही नगर पालिका धनपुरी के प्रशासनिक समिति की ओर से मुबारक मास्टर,संतोष सिंह सेंगर, इबरार खान के अलावा मुख्य नगरपालिका अधिकारी रवि करण त्रिपाठी ने यहां की जिम्मेदारी संभाली हुई है।

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