रेत माफियाओं द्वारा बेखौफ कराई जा रही है रेत की तस्करी

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(बी एल सिंह- 7049419187)

डोला। अनूपपुर खनिज विभाग भले ही प्रदेश स्तर पर जुर्माना वसूली में अव्वल आया हो परन्तु एक कडुवा सत्य यही है कि बिजुरी क्षेत्र में खुलेआम नदियों से रेत का अवैध उत्खनन जारी है। विभाग को जानकारी होने के साथ-साथ उच्चाधिकारियों के द्वारा कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाने के बावजूद भी अवैध उत्खनन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे अवैध उत्खनन में कार्रवाई नहीं होने के कारण शासन को राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। वहीं रेत का अवैध उत्खनन करने वाले लोग नियमों को दरकिनार कर नदियों के साथ खिलवाड़ करते हुए रेत का खनन कर रहे हैं। जिसके कारण क्षेत्र में बहने वाली नदियों पर भी अब खतरा मंडराने लगा है। क्षेत्र की नदीयों से इन दिनों लोग बेखौफ हो कर रेत का अवैध तरीके से उतखनन करने में लगे हुए हैं। इनके द्वारा ना तो नियमों का पालन किया जा रहा है और ना ही शासन के द्वारा निर्धारित रायल्टी पटाया जा रहा है। यहां तक विभाग भी इन पर कार्रवाई करने में कोई रुची नहीं दिखा रहा है। विभागीय अमला के सक्रिय नहीं होने के कारण लोग आसानी से अवैध तरीके से रेत का उत्खन्न कर रहे हैं। थानगांव मुक्ति धाम के समीप नाले से,बेलगांव नदी से,डोंगरिया कला के केवइ में इन दिनों बेखौफ होकर रेत का अवैध उत्खन्न किया जा रहा है। इस जगहों से से प्रतिदिन सैकड़ो ट्रैक्टर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।

कई स्थानों के नदियों से रेत माफिया बेखौफ होकर नदियों से रेत का अवैध उत्खनन करा रहे है जब अवैध रेत उत्खन्न का मामला प्रकाश में आता है तो विभाग के द्वारा एक दो दिनो तक कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर उनसे जुर्माना वूसली कर अपनी खानापूर्ती कर लेते है। उसके बाद विभाग के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिए जाने के कारण फिर से लोग बेखौफ होकर रेत तस्करी में सक्रिय हो जाते हैं।

एक जानकारी के अनुसार जिले में लगभग 1०० ट्रैक्टर से अधिक का रेत का अवैध करोबार क्षेत्र में हो रहा है। लोगो द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सुबह 5 बजे से लेकर 10 बजे एवम शाम 6 बजे से देर रात तक रेत का परिवहन गांव के मौहरी माईनस कपिलधारा के रास्तों से होते हुए पूरे क्षेत्र में किया जाता है। कंही कंही वन क्षेत्र से भी जमकर रेत की चोरी की जा रही है परंतु वन विभाग सब कुछ जानकर भी मौन धारण किये हुए रहता है ।जो कि वन विभाग पर भी कई सवाल खड़े करती है। क्षेत्र में रेत 1200 से 1500 रुपए प्रति ट्राली के हिसाब से ब्यक्ति देखकर दी जा रही है।

इनका कहना है-

रेत का उत्खनन राजस्व की जमीन से किया जाता है वन विभाग के अंतर्गत हम लोगों के द्वारा सख्त कार्रवाई की जाती है और इसकी जानकारी आप खनिज अधिकारी व एसडीएम को दे सकते हैं।

बी एल परस्ते, रेंजर बिजुरी

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