लोकसभा चुनाव के लिये दावेदारों की सुगबुगाहट शुरू, भाजपा बदलेगी चेहरा या पुराने प्रत्याशी पर करेगी भरोशा
Ajay Namdev-7610528622
तीन प्रदेशों में विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुकी भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में कोई चूक नहीं करना चाहती, जिसके लिये संगठन में सर्जरी भी कर दी गई, पर सवाल है कि शहडोल लोकसभा में पार्टी वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह पर भरोषा करेगी या चेहरा बदलेगी। वहीं कांग्रेस को खेवनहार की तलाश है, क्योंकि शहडोल लोकसभा उप चुनाव में पार्टी से प्रत्याशी रहीं हिमाद्री सिंह ने विधानसभा में भाजपा की सदस्यता भले ही नहीं ली, लेकिन भाजपा प्रत्याशी जो उनके पति हैं, का खुलकर मंच से प्रचार किया इसके बाद भी पार्टी उन पर दांव लगायेगी या हाल ही में घर वापसी करने वाले नर्बदा सिंह को नौका पर सवार करेगी, वैसे तो किए गए मंथन में अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है।
अनूपपुर। शहडोल लोकसभा का अपना एक अलग इतिहास रहा है 8 विधानसभाओं वाली लोकसभा सीट में पुष्पराजगढ़ विधानसभा से ही आम चुनाव में अधिकांश बार सांसद चुने गए हैं। 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस के लिए चुनौती से कम नहीं है क्योंकि अब ना तो भाजपा के पास वह चेहरा है और ना ही कांग्रेस के पास, जिसे लोग सहर्ष स्वीकार कर सके। 2016 के उपचुनाव में ज्ञान सिंह का मंच से छलका दर्द सबने देखा है ऐसे में यदि वह मैदान में पार्टी की ओर से उतारे जाते हैं तो स्वभाविक है जनता उस दर्द की दवा अपने मतों के माध्यम से करेगी यही सोच कर भाजपा नए चेहरे को लाना चाहती है, पर वह चेहरा कौन सा होगा जो आठों विधानसभाओं के लिए जाना पहचाना हो। यदि बात कांग्रेस पार्टी की करें तो हालात कुछ ऐसे ही हैं, पार्टी ने जिस पर भरोसा जताया उसी ने प्रतिद्वंदी पार्टी का अप्रत्यक्ष रूप से दामन थाम लिया जिस घर में सालों साल तक कांग्रेस का झंडा लहराता रहा हो वहां विधानसभा चुनाव में भाजपा के लहराते हुये झण्डे ने खुले संकेत दे दिए थे, स्वाभाविक है पार्टी को अब यहां निर्णय लेने में कठिनाई नहीं होनी चाहिए।
हारे प्रत्याशी लगा रहे जोर
भारतीय जनता पार्टी में शहडोल लोकसभा से प्रत्याशी बनने के लिए ज्यादातर हारे हुए चेहरे जोर लगा रहे हैं जिनमें पहला नाम पुष्पराजगढ़ विधानसभा से नरेंद्र सिंह मरावी अनूपपुर विधानसभा से रामलाल रौतेल एक और नाम जिसने भाजपा के विरोध में निर्दलीय ट्रैक्टर की सवारी करने वाले ऐसे सुदामा सिंह भी भाजपा से लोकसभा की टिकट भाजपा से चाहते हैं।
यह भी लगाये हुये हैं जोर
अब तक भाजपा के खाते में जीत का परचम लहराने वाले ज्ञान सिंह यह जानने के बाद की पूरे लोकसभा में खुलकर उनका विरोध जनता कर रही है उसके बाद भी सूत्रों की मानें तो वह एड़ी चोटी का जोर प्रत्याशी बनने लगाए हुए हैं, इसके अलावा भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जिनके खाते में असफलता ही सफलता रही ऐसे रामदास पुरी भी अपने आप को लोकसभा प्रत्याशी बनाने के लिए पार्टी से अनुनय विनय कर रहे हैं। वहीं जनपद पंचायत पुष्पराजगढ के अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम भी दावेदारों में हैं जो कि पूर्व में पुष्पराजगढ ब्लॉक से जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। अन्य दावेदारों में जयसिंहनगर विधायक जयसिंह मरावी व मण्डला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम भी चर्चाओं में हैं।
कांग्रेस में यह दिख रहे चेहरे
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से वैसे कई नेता दावेदारी ठोंक रहे हैं लेकिन पार्टी जिन चेहरों पर विचार कर सकती है, उनमे भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुईं पूर्व विधायक श्रीमती प्रमिला सिंह, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह, भाजपा से कांग्रेस में विरासत संभालने आये नर्बदा सिंह, अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह के पुत्र चन्द्रभान सिंह, उमरिया कलेक्टर अमरपाल सिंह, जिला पंचायत सदस्य विश्वनाथ सिंह का नाम भी जोरों से चल रहा है।